★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
[बीजेपी शिवसेना को परास्त करने के लिए काँग्रेस एनसीपी लेगी SP,PRP, व VBA का साथ, तय हुआ गठबन्धन तीनो दलों को दी जाएंगी 20 सीटें]
{नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार के आवास पर हुई मीटिंग में शामिल हुए पृथ्वीराज चव्हाण, माणिक राव ठाकरे,बाला साहेब थोराट,अजित पवार व धनन्जय मुंडे}
[40%लोग सूखे-बाढ़ जैसे प्राकृतिक आपदा से है प्रभावित इसको लेकर बॉम्बे हाइकोर्ट में विधानसभा चुनाव टालने के लिए दायर की गई जनहित याचिका]

♂÷कांग्रेस पार्टी व राष्ट्रवादी कांग्रेस ने शुक्रवार को समाजवादी पार्टी, पीपुल्स रिपब्लिकन पार्टी व लक्ष्मण माने की अध्यक्षता वाले वंचित बहुजन अगाड़ी गुट के साथ गठबंधन को अंतिम रूप दे दिया है। गठबंधन का निर्णय महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार के आवास पर हुई मीटिंग में लिया गया। इस मौके पर अन्य नेताओं के साथ राकांपा के अजीत पवार व धनन्जय मुंडे, कांग्रेस पार्टी के पृथ्वीराज चह्वाण, माणिक राव ठाकरे व बालासाहेब थोराट भी उपस्थित रहे।

एक कांग्रेस पार्टी नेता ने बोला कि तीनों छोटी पार्टियों को कम से कम 20 सीटें दी जाएंगी। उन्होंने कहा, ‘‘ उनकी मांग प्रत्येक को दस सीट देने की थी। हम उन्हें एक साथ 20 सीटें देंगे। कौन सी सीट उन्हें देनी है, इस पर कार्य कर रहे हैं। ’’
कांग्रेस व राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में पहले ही हो चुका है गठबंधन
उल्लेखनीय है कि आगामी विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी व राष्ट्रवादी कांग्रेस का पहले ही गठबंधन हो चुका है लेकिन सत्तारूढ़ भाजपा-शिवसेना को हराने के लिए वे छोटी-छोटी पार्टियों को भी एक साथ लाने की प्रयास कर रही हैं। कांग्रेस पार्टी व राष्ट्रवादी कांग्रेस ने 125-125 सीटों पर लड़ने का निर्णय किया है। महाराष्ट्र विधानसभा में कुल 288 सीटें हैं।
इससे पहले महाराष्ट्र में जल्द होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर जहां एक तरफ चुनाव आयोग बैठकें कर रहा है, वहीँ बॉम्बे उच्च न्यायालय में चुनाव टालने के लिए जनहित याचिका दायर कर दी गई है। जनहित याचिका के अनुसार महाराष्ट्र का एक बड़ा क्षेत्र बाढ़ के साथ ही सूखे की चपेट में है व ऐसे में सूबे के 40 फीसदी वोटर इस प्राकृतिक आपदा से प्रभावित हैं। ऐसे में यदि चुनाव होते हैं तो परिणामों पर उल्टा प्रभाव पड़ सकता है। याचिका में बोला गया है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के विषय में उच्च न्यायालय इसे टालने का आदेश दे।
बता दें कि देश की आर्थिक राजधानी मुंबई व महाराष्ट्र के कई इलाकों में बाढ़ की दशा हैं। लगातार बारिश के चलते करीब 150 गांवों में कुछ समय पहले हजारों की संख्या में लोग फंस गए थे जिनके लिए रेस्क्यू अभियान चलाया गया था। वर्तमान में भी सूबे के कई इलाकों में भारी बारिश के कारण जनजीवन प्रभावित है। मुंबई में ही तेज बारिश के चलते जलभराव व इमारतों के गिरने जैसी समस्याओं से लोग आए दिन रूबरू हो रहे हैं।