★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★

{काँग्रेस महासचिव गाँधी ने योगी सरकार से पूछा कि विधुत निगम कर्मचारियों की भविष्य निधि के 2000 करोड़ रुपये को डिफॉल्टर कम्पनी डीएचएफएल में क्यो लगाया}
[यूपी सरकार के बिजली मन्त्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि DHFL में भविष्य निधि की राशि का निवेश गम्भीर मामला,दोषी के खिलाफ की जाएंगी कड़ी कार्रवाई]

♂÷उत्तर प्रदेश में विधुत निगम के कर्मचारियों के भविष्य निधि में से 2600 करोड़ रुपये को डिफॉल्टर कम्पनी DHFL में निवेश करने की बात सामने आते ही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर हमलावर हो उठी हैं।उन्होंने योगी सरकार को निशाने पर लेटे हुए सवाल पूछा है कि आखिर किसके हित में कर्मचारियों के पीएफ का पैसा एक ऐसी कंपनी में लगाया गया जिसके खिलाफ जांच हो रही है।
कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) का पैसा डिफॉल्टर कंपनी डीएचएफएल में निवेश करने को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधा है और पूछा है कि यह कदम किसके हित को ध्यान में रखकर उठाया गया। प्रियंका ने एक ट्वीट में कहा, “उत्तर प्रदेश में बीजेपी सरकार ने राज्य के विद्युत निगम के कर्मचारियों के भविष्य निधि का पैसा डीएचएफएल जैसी एक डिफॉल्टर कंपनी में निवेश किया।”
उप्र भाजपा सरकार ने राज्य के पॉवर कार्पोरेशन के कर्मियों की भविष्य निधि का पैसा DHFL जैसी डिफाल्टर कम्पनी में फँसा दिया है।
किसका हित साधने के लिए कर्मचारियों की 2000 करोड़ से भी ऊपर की गाढ़ी कमाई इस तरह की कम्पनी में लगा दी गई?
उन्होंने कहा, “ऐसी कंपनी में कर्मचारियों की गाढ़ी कमाई के दो हजार करोड़ रुपये से अधिक की राशि का निवेश किसका हित साधने के लिए किया गया? क्या कर्मचारियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना उचित है?”
मुंबई की विवादास्पद कंपनी दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉपोर्रेशन लिमिटेड (डीएचएफएल) के साथ कथित तौर पर उत्तर प्रदेश सरकार के करार के कारण लखनऊ में हड़कंप मचा हुआ है। जिसके बाद कांग्रेस महासचिव की ओर से यह टिप्पणी आई है।
राज्य के स्वामित्व वाली उप्र विद्युत निगम लिमिटेड (यूपीपीसीएल) ने डीएचएफएल में कथित तौर पर अपने कर्मचारियों की निधि से 2,600 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है, जिसे संदिग्ध निर्णय कहा जा रहा है। अंडरवल्र्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के करीबी सहयोगी रहे मृत इकबाल मिर्ची की कंपनी के साथ संबंधों के लिए डीएचएफएल के प्रमोटरों से हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूछताछ की थी।
इस खबर के सामने आने के बाद व प्रियंका गाँधी के द्वारा दिए बयान पर बैक फुट पर आई उत्तर प्रदेश सरकार के बिजली मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा है कि, “डीएचएफएल में कर्मचारियों की भविष्य निधि के निवेश का मामला गंभीर है। इसमें जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यूपीपीसीएल के सभी कार्मिक मेरे परिवार के सदस्य हैं, किसी का कोई अहित न हो सरकार यह सुनिश्चित करेगी।”