★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि 50-50 फार्मूले पर ही बीजेपी से बात होगी ,महाराष्ट्र दिल्ली का नही है ग़ुलाम}
[शिवसेना एनसीपी व कांग्रेस के समर्थन से बनाना चाहती हैं मुख्यमंत्री और सरकार, आदित्य ठाकरे होटल जाकर करेंगे विधायकों से मुलाकात]
(गवर्नर से सरकार बनाने के मिले न्यौते पर आज बीजेपी करेगी बैठक फडणवीस पाटिल समेत शामिल होंगे सूबे के बड़े नेता)
♂÷महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना के बीच खींचतान बढ़ती ही जा रही है इस गठबंधन को बहुमत मिला है लेकिन चुनाव नतीजे आने के बाद से शिवसेना फिफ्टी-फिफ्टी के फॉर्मूले की रट लगाई हुई है। शिवसेना का कहना 50-50 के प्रस्ताव पर ही बात होगी, इसके अलावा किसी पर भी बात नहीं होगी।
मुख्यमंत्री पद को लेकर भाजपा और शिवसेना के बीच म्यान से निकली तलवारें वापस जाने का नाम नहीं ले रही।राज्य में सरकार बनाने का मामला दिन-ब-दिन उलझता ही जा रहा है,तो शिवसेना ने अपने कट्टर विरोधी दलों के साथ एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाने के संकेत दिए हैं।शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के लेख में लिखा है की महाराष्ट्र की राजनीति महाराष्ट्र में ही हो महाराष्ट्र दिल्ली का गुलाम नहीं है। इतना ही नहीं शिवसेना ने सामना में भाजपा की तुलना हिटलर से कर दी है।शिवसेना ने कहा है पांच साल औरों को डर दिखाकर शासन करनेवाली टोली आज खुद खौफजदा है ये उल्टा हमला हुआ है।
शिवसेना ने आगे लिखा कि जब डराकर भी रास्ता और समर्थन नहीं मिलता, तब एक बात स्वीकार करनी चाहिए कि हिटलर मर गया है और गुलामी की छाया हट गई है।पुलिस और अन्य जांच एजेंसियों को इसके आगे तो बेखौफ होकर काम करना चाहिए इस परिणाम का यही अर्थ है।
शिवसेना ने सामना के लेख में लिखा, ” प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री फडणवीस की सराहना की,फडणवीस ही दोबारा मुख्यमंत्री बनेंगे, ऐसा आशीर्वाद दिया परंतु 15 दिन बाद भी फडणवीस शपथ नहीं ले सके क्योंकि अमित शाह राज्य की घटनाओं से अलिप्त रहे।‘गठबंधन’ की सबसे बड़ी पार्टी शिवसेना ढलते हुए मुख्यमंत्री से बात करने को तैयार नहीं है, ये सबसे बड़ी हार है इसलिए दिल्ली का आशीर्वाद मिलने के बाद भी घोड़े पर बैठने को नहीं मिला।
जानकारी के मुताबिक शिवसेना विधायकों की दोपहर 12 बजे द रिट्रिट हॉटेलपर में महत्वपूर्ण बैठक होगी।इस बैठक में आदित्य ठाकरे करेंगे विधायकों से बातचीत करेंगे बैठक में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के मौजुद रहने की संभावना है।
शिवसेना और भाजपा लंबे वक्त से गठबंधन में हैं लेकिन इस बार मामला सधता दिख नहीं रहा है क्योंकि शिवसेना 50-50 फॉर्मूले पर अड़ गई है,भाजपा और शिवसेना दोनों ही अपने विधायकों के साथ बैठक कर चुके हैं और कोई भी सीएम पद पर झुकने को तैयार नहीं है।
उधर शनिवार को राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी से कार्यवाहक मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस को सरकार बनाने का आमंत्रण मिलने के बाद बीजेपी के दिग्गज नेताओं की बैठक आज होने जा रही है।