★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{रमज़ान के पाक माह में भी तालिबानियों ने दिखाई क्रूरता, एक के बाद एक बम धमाके कर दहलाया काबुल,दर्जनों घायल,महिलाओं की सँख्या ज़्यादा}
[बन धमाकों के बाद स्कूल के बाहर चारों तरफ़ ज़मीन पर स्कूली बैग,किताबें, सड़को पर खून के धब्बे और पड़ी थी लाशें]
(11 सितंबर तक अमेरिकी सैनिकों की वापसी की घोषणा के बाद काबुल में है हाई अलर्ट,अफगान अधिकारियों का कहना है कि तालिबान करा रहा है इस तरह के हमलें)
♂÷अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बीच तालिबान के हमलें एक बार फ़िर बढ़ते हुए दिख रहे हैं।
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में शनिवार को लड़कियों के स्कूल के पास एक के बाद एक कई बम धमाके हुए हैं जिसमें अभी तक 40 लोगों की मौत हो गई है, जबकि दर्जनों लोग घायल हुए हैं। इनमें ज्यादातर महिलाएं शामिल हैं इस बात की जानकारी अधिकारियों ने दी है।
आतंरिक मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पहचान ना बताने की शर्त पर कहा कि मृतकों में ज्यादातर महिलाएं हैं, जो सईद उल शुहादा स्कूल से बाहर निकल रही थीं।
स्थानीय न्यूज चैनल टोलो न्यूज ने एक फुटेज में हादसे के बाद के दृश्य दिखाए हैं, जो काफी हैरान कर देने वाले हैं। स्कूल के बाहर चारों ओर जमीन पर किताबें और स्कूली बैग पड़े हुए हैं, सड़कों पर खून के धब्बों के निशान हैं और लोग पीड़ितों की मदद के लिए भागते हुए नजर आ रहे हैं। आंतरिक मंत्रालय के प्रवक्ता तारिक अरियान ने इससे पहले मृतकों की संख्या 25 बताई थी लेकिन उन्होंने ये नहीं बताया था कि हमले के पीछे क्या कारण हो सकता है और किसे निशाना बनाया गया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता गुलाम दस्तगीर नजारी ने कहा है कि अभी तक 46 लोगों को अस्पताल ले जाया गया है।
बीते महीने अमेरिका ने बताया था कि वह 11 सितंबर तक अपने सभी सैनिकों की वापसी कराएगा, जिसके बाद से काबुल में हाई अलर्ट है,अफगान अधिकारियों का कहना है कि तालिबान देश में इस तरह के हमले करा रहा है। शनिवार को होने वाले इस हमले की अभी तक किसी भी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है,वहीं तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने अपने समूह के हमले में शामिल होने की बात से इनकार कर दिया है, साथ ही इसकी निंदा की है।
बम धमाके पश्चिची काबुल में हुए हैं, जहां हाल के वर्षों में इस्लामिक स्टेट भी हमले करता रहा है,ये स्कूल लड़कियों और लड़कों दोनों के लिए जॉइंट हाई स्कूल है जहां तीन शिफ्ट में क्लास लगती हैं। शिक्षा मंत्रालय की प्रवक्ता नजीबा अरियान ने बताया कि दूसरी शिफ्ट लड़कियों के लिए लगती है, नजीबा ने कहा कि घायलों में अधिकतर महिलाएं शामिल हैं।
अफगानिस्तान में यूरोपियन यूनियन के मिशन ने ट्वीट कर कहा है, ‘काबुल में दश्त-ए-बरची इलाके में हुआ भयावह हमला आतंकवाद का घृणित कार्य है,लड़कियों के स्कूल को मुख्य रूप से लक्षित किया जाना, अफगानिस्तान के भविष्य पर हमला है।’