★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{ख़्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती दरगाह के दीवान जैनुल आबेदीन ने कहा धारा 370 हटने से कश्मीर के लोगों का होगा फ़ायदा}
[मुस्लिम प्रतिनिधियों ने कहा मुसलमान जिस देश मे रहता है मरते दम तक वफ़ादार होता है देश का]
(ख़्वाजा साहब की दरगाह के बाहर मुस्लिमों ने निकाली जबरदस्त तिरंगा रैली और लगाये हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे)

♂÷14 अगस्त को अजमेर स्थित सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह के बाहर देशभक्ति का जज्बा देखने को मिला। पाकिस्तानी यदि यह समझता है कि कश्मीर के मुद्दे पर भारत पर हमला करने पर मुसलमानों का समर्थन मिल जाएगा तो उसे अजमेर आकर ख्वाजा साहब की दरगाह का माहौल देखना चाहिए।
14 अगस्त को जहां मुस्लिम प्रतिनिधियों ने देश की खातिर कुर्बानी देने का संकल्प लिया तो वहीं दरगाह के दीवान जैनुल आबेदीन ने कहा कि अनुच्छेद 370 में बदलाव होने से कश्मीर के लोगों का फायदा ही होगा। अब तक जो सुविधाएं और अधिकार कश्मीरियों को नहीं मिल रहे थे, वो सब अब मिलने लगेंगे।
दीवान ने आगे कहा कि अनुच्छेद 370 को हटाकर कर केन्द्र सरकार ने जम्मू कश्मीर को देश की मुख्य धारा से जोडऩे का प्रयास किया है।

ख्वाजा साहब की दरगाह के बाहर उस समय देशभक्ति का माहौल हो गया, जब तिरंगा रैली निकाली गई।
रैली के संयोजक नवाब हिदायउल्ला, महमूद खान के साथ साथ मुस्लिम प्रतिनिधि शेखजादा जुल्फिकार चिश्ती, सरवर चिश्ती, माजीद चिश्ती आदि ने कहा कि यदि देश की खातिर कुर्बानी की जरूरत हुई तो मुसलमान सबसे आगे होगा। कुरान शरीफ का हवाला देते हुए मुस्लिम प्रतिनिधियों ने कहा कि मुसलमान जिस देश में रहता है, उस देश का मरते दम तक वफादार होता है।
इसी सोच के साथ 800 साल पहले ख्वाजा साहब इरान से हिन्दुस्तान और फिर अजमेर आए। दरगाह के बाहर मुस्लिम प्रतिनिधियों ने हिन्दुस्तान जिन्दाबाद के नारे लगाकर पाकिस्तान को भी ललकारा। प्रतिनिधियों ने कहा कि पाकिस्तान को किसी मुगालते में नहीं रहना चाहिए। यदि पाकिस्तान हमला करता है तो भारत की सीमा पर मुसलमान खड़े मिलेंगे। तिरंगा रैली दरगाह के मुख्य द्वार से शुरू होकर देहली गेट तक पहुंची। रैली में अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश शक्ति सिंह शेखावत, नगर निगम के उपायुक्त गजेन्द्र सिंह रलावता, थानाधिकारी हेमराज, अंजुमन के पदाधिकारी अब्दुल माजीद चिश्ती आदि ने लोगों को तिरंगे झंडे वितरित किए।