★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{किसान आंदोलन के चलते शिरोमणि अकाली दल के साथ छोड़ने के बाद हुए चुनाव में बीजेपी की बुरी गत,आप ने भी खायी मुँह की}
[काँग्रेस ने सातों नगर निगम में दिखाया जलवा,बठिंडा नगर निगम को”पँजे”ने 53 साल बाद लिया हाथ मे,मजीठिया नगर निकाय में 13 में से 10 सीटे जीती शिअद ने]
(कुल 9222 प्रत्याशी थे जिसमें सबसे ज्यादे 2831 पर निर्दलीय, फ़िर काँग्रेस के 2037 शिरोमणि अकाली दल 1569 तो बीजेपी ने सबसे कम 1003 उम्मीदवार उतारे थे लोकल इलेक्शन में)
♂÷चल रहे किसान आंदोलन के बीच पंजाब राज्य में भारतीय जनता पार्टी को मुँह की खानी पड़ी है और सत्ताधारी दल काँग्रेस ने पटखनी देते हुए नगर निगम चुनाव में एक तरफा जीत हासिल कर बीजेपी को चुनावी रणक्षेत्र में परास्त कर दिया है।
कई वर्षों तक पुरानी सहयोगी रही शिरोमणि अकाली दल ने भी किसान बिल को वापस न लेने पर उनकी मन्त्री हरसिमरत कौर ने जहाँ मोदी सरकार से इस्तीफ़ा दे दिया था तो वहीं शिरोमणि अकाली दल ने एनडीए से अलग होकर अपनी अकेली राह चुनी थी।इस चुनाव में बीजेपी व शिरोमणि अकाली दल ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था।वहीं अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को भी बुरी पराजय का सामना करना पड़ा है।
मालूम हो कि पँजाब में नगर निगम चुनाव हुए थे जिसकी आज मतगणना हो रही है, नगर निगम की 109 नगर निकाय-नगर पंचायत और सात नगर निगम के लिए हुए मतदान की मतगणना जारी है।कांग्रेस ने पंजाब की सात नगर निगम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का सूपड़ा साफ कर दिया। स्थानीय निकाय चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने मोगा, होशियारपुर, कपूरथला, अबोहर, पठानकोट, बटाला और बठिंडा नगर निगम जीत ली है। बठिंडा नगर निगम कांग्रेस के खाते में 53 साल बाद आई है,
वहीं, मजिठिया नगर निकाय की 13 में से 10 सीटें शिरोमणी अकाली दल ने जीत ली है, इसके लिए मतदान 14 फरवरी को हुआ था।
केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों को लेकर राज्य में किसानों के धरना,प्रदर्शन आंदोलन के मध्य हुए चुनाव में 71.39 फीसदी मतदान दर्ज किया गया।
मंगलवार को कई बूथों पर दोबारा से चुनाव करवाया गया, इनके नतीजे भी आज ही जारी किए जाएंगे, इसके साथ ही मोहाली नगर निगम के बूथ नंबर 32 और 33 पर आज 8 से 4 बजे तक दोबारा से चुनाव होंगे इनकी मतगणना गुरुवार को की जाएगी.।

इस बार 9,222 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। चुनाव में सबसे ज्यादा 2,831 निर्दलीय उम्मीदवार हैं,जबकि पार्टी के तौर पर देखें तो कांग्रेस ने सबसे ज्यादा 2,037 उम्मीदवार खड़े किए हैं।कांग्रेस के मुक्तसर के उम्मीदवार को निर्विरोध चुन लिया गया है। कृषि कानूनों को लेकर किसानों के विरोध का सामना कर रही, भाजपा ने केवल 1,003 उम्मीदवार ही खड़े किए हैं। इस बार पार्टी अपने सहयोगी दल शिरोमणी अकाली दल के बिना चुनाव लड़ रही है।शिरोमणी अकाली दल अपने 1,569 उम्मीदवारों को चुनाव लड़वा रही हैं।
हालाँकि वैसे तो देखा जाय पंजाब में बीजेपी का ख़ास जनाधार नही रहा है वहाँ वह अकाली शिरोमणि दल के साथ गठबंधन में बी टीम बनकर कुछ सीटे जीत लेती रही थी।
यही हाल विधानसभा चुनाव में भी रहा है शिरोमणि अकाली दलहर विधानसभा चुनाव में ज्यादे सीटों पर चुनाव लड़ती थी और गठबंधन की सरकार बनने पर उनके ही मुख्यमंत्री होते थे।मुख्य मुकाबला काँग्रेस बनाम शिरोमणि अकाली दल व अन्य के बीच रहता है।
कुल मिलाकर अब ये देखना दिलचस्प रहेगा कि इस परिणाम के बाद बीजेपी कृषि बिल पर अब नई रणनीति क्या बनाती है।
उधर गाजीपुर सिंध सीमा पर प्रदर्शनकारी किसान काँग्रेस की जीत व बीजेपी की हार पर जश्न मना रहे हैं।