★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{केंद्रीय कोयला मंत्री जोशी ने कहा मैं आश्वस्त कर सकता हूँ कि बिजली उत्पादन के लिए कोयले की कोई कमी नही होंगी}
[कोयला और खान राज्यमंत्री रावसाहेब दानवे ने कहा कि पर्याप्त कोयला भण्डार होने के बावजूद महाराष्ट्र सरकार कह रही है कि उनके पास कोयला नही है]
♂÷देश के विभिन्न बिजली संयंत्र इस समय कोयले की कमी से जूझ रहे हैं। कोयले की कमी का सामना कर रहे इन बिजली संयंत्रों में कोयले की जरूरी आपूर्ति को बहाल करने के लिए केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बुधवार को अहम जानकारी दी। कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा है कि ताप बिजली संयंत्रों को कोयले की आपूर्ति मंगलवार को सामूहिक रूप से 20 लाख टन को पार कर गई है। उन्होंने दावा किया कि बिजलीघरों को कोयले की आपूर्ति बढ़ाई गई है।
मीडिया से बात करते हुए कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा है कि बिजली मंत्रालय द्वारा हमें प्रति दिन 1.9 मिलियन टन कोयला आपूर्ति करने का लक्ष्य दिया गया था और 20 तारीख के बाद यह 2 मिलियन टन / दिन था। आज हमने 20 लाख टन कोयले की आपूर्ति की है। मैं आश्वस्त कर सकता हूं कि बिजली उत्पादन के लिए कोयले की कोई कमी नहीं होगी। जोशी ने बुधवार को ट्वीट किया, मुझे यह बात साझा करते हुए खुशी हो रही है कि सभी स्रोतों से ताप बिजली घरों को कोयले की आपूर्ति मंगलवार को 20 लाख टन से अधिक हो गई है। हम बिजली संयंत्रों में कोयले का पर्याप्त भंडार सुनिश्चित करने के लिए कोयले की आपूर्ति बढ़ा रहे हैं।
कोयला और खान राज्य मंत्री रावसाहेब दानवे ने कहा कि, अपनी मांग के अनुरूप राज्यों ने केंद्र को कोयले की खरीद के लिए पत्र लिखा है। पर्याप्त कोयला भंडार होने के बावजूद, वे (महाराष्ट्र सरकार) कह रहे हैं कि उनके पास कोयला नहीं है। हमारे पास 40 मिलियन टन कोयला है और 7 मिलियन टन कोयला बिजली घरों में है। कोल इंडिया के एक अधिकारी ने बताया कि पिछले दो दिन के दौरान बिजली स्टेशनों को कोयले की आपूर्ति पहले ही 16.2 लाख टन को पार कर गई है। वहीं कोयले का कुल उठाव 18.8 लाख टन हो गया है। जबकि इसका मासिक औसत 17.5 लाख टन है।