★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि नौकरी जाने पर वापस मिल सकती है किंतु जान जाने पर वापस नही मिलेगी,करें गाइडलाइंस का पालन}
[राज्य में प्रतिदिन 2.5 RT-PCR टेस्ट आगामी दिनों में होगा और अब तक 65 कोरोना वैक्सीन का किया प्रबंध कहा सीएम ने]
(केस इसी तरह बढ़ते रहे तो अगले कुछ दिनों में भर जाएंगे अस्पताल, सभी राजनीतिक दलों से निवेदन है कि अभी न करे राजनीति कहा ठाकरे ने)
[नागपुर में 2,33,776 केस हो चुके हैं अब तक तो वहीं पुणे में शनिवार से एक हफ़्ते के लिए लगाया गया 6 बजे शाम से लेकर 6 बजे सुबह तक नाइट कर्फ़्यू]
♂÷नौकरी जाएगी तो मिल जाएगी,लेकिन जान जाने के बाद वापस नही मिलेगी,ऐसे में हमे लाकडाउन का विकल्प तलाशना होगा।महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य की जनता को संबोधित करते हुए आज शुक्रवार को रात साढ़े आठ बजे अपने सम्बोधन में आगे कहा कि मार्च के बाद हालात भयावह हो गए हैं अगर वर्तमान स्थिति बनी रही तो मैं लाकडाउन लगाने से इंकार नही कर सकता।
जनचर्चा के अनुसार लोगों के दिलों में यह खौफ़ था कि प्रतिदिन हजारों केस निकलने के चलते सरकार लाकडाउन जैसे कठोर क़दम उठा सकती है किंतु आज सीएम ठाकरे ने नागरिकों से फ़िर एक बार कोरोना की गम्भीरता व भयावहता को स्वीकार करने के साथ जारी गाइडलाइंस का पालन करने को कहा है।
मालूम हो कि महाराष्ट्र के सबसे अधिक प्रभावित जिलों में मुंबई, नासिक, पुणे, ठाणे,अकोला,यवतमाल और नागपुर जैसे जिलों में कोरोना वायरस का कहर जारी है। मुम्बई शहर में भारत रत्न सचिन तेंदुलकर समेत तमाम फ़िल्मी हस्तियां भी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं।
कोरोना के बेकाबू होते हालातों के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य की जनता को संबोधित किया।
अपने संबोधन में उद्धव ठाकरे ने कहा कि यदि वर्तमान में कोरोना की स्थिति बनी रहती है तो मैं लॉकडाउन लगाने से इंकार नहीं कर सकता।ठाकरे ने कहा कि राज्य के लोग कोरोना के कारण सहमे हुए हैं।
उन्होंने कहा कि मार्च के बाद से स्थिति भयावह हो गई है,राज्य में एक बार फिर लॉकडाउन की संभावना को खारिज नहीं किया जा सकता है।सीएम ठाकरे ने कहा कि आने वाले दिनों में हम रोजाना 2.5 लाख आरटी-पीसीआर परीक्षण करने का लक्ष्य निर्धारित करते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, ”कुछ दिनों के लिए कड़े नियम लागू करने होंगे जिसकी जानकारी आने वाले कुछ दिनों में दी जाएगी।स्थिति अगर हाथ से बाहर गया तो विचार करना होगा, एक दो दिन में मैं बयान दूंगा।उन्होंने लोगों को समझाया कि नौकरी गयी तो मिल जाएगी, जान गई तो वापस नहीं आएगी,लॉकडाउन का दूसरा विकल्प तलाशना होगा। केस इसी तरह बढ़ते रहे तो अगले कुछ दिनों में अस्पताल भर जाएंगे, सभी राजनैतिक लोगों से निवेदन है कि राजनीति नहीं करें।”
उन्होंने कहा कि अब तक, हमने कुल 65 लाख COVID-19 वैक्सीन खुराक का प्रबंध किया है। टीकाकरण के बाद भी कुछ लोग संक्रमित हो रहे हैं क्योंकि वे मास्क पहनना बंद कर देते हैं।
सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा, मैं यहां किसी को डराने के लिए नहीं बल्कि इस संकट के बीच कोई उपाय के बारे में चर्चा करने के लिए आया हूं, लेकिन फिर सब ने शादी समारोह , राजनीतिक कार्यक्रम , मोर्चा , आंदोलन सब पहले जैसे शुरू हुए,मैं शुरू से कहा रहा था , कई एक्सपर्टस से बात कर मैं लगातार जानता से कहा रहा था कि थोड़ा संयम रखिए जल्द बाजी मत कीजिए। फिलहाल, महाराष्ट्र के सबसे अधिक प्रभावित जिलों में मुंबई, नासिक, पुणे, ठाणे,यवतमाल, अकोला और नागपुर शामिल है।
पुणे में नाइट कर्फ्यू का ऐलान सरकार ने किया है।
बता दें कि शुक्रवार को महाराष्ट्र के पुणे में नाइट कर्फ्यू का ऐलान कर दिया गया है,शनिवार 3 अप्रैल से यह फैसला लागू होगा और अगले शुक्रवार को इसकी समीक्षा की जाएगी।शाम को 6 बजे से सुबह 6 बजे तक के लिए यह नाइट कर्फ्यू लागू रहेगा, देश के कई शहरों में लगे नाइट कर्फ्यू के मुकाबले यह सबसे लंबा कर्फ्यू होगा।
पुणे के डिविजनल कमिश्र सौरभ राव ने कहा कि अगले 7 दिनों तक बार, होटल, रेस्तरा भी बंद रहेंगे। इसके अलावा शादी एवं अंतिम संस्कार के अलावा किसी भी तरह के सार्वजनिक कार्यक्रमों पर भी रोक रहेगी।शादियों में 50 से ज्यादा और अंतिम संस्कार में 20 से ज्यादा लोगों को जुटने की अनुमति नहीं होगी,इस दौरान सभी धार्मिक स्थल भी पूरी तरह से बंद रहेंगे।
नागपुर जिले में शुक्रवार को कोविड-19 के 4,108 नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या यहां बढ़कर 2,33,776 हो गई।
एक अधिकारी ने बताया कि 60 और लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या यहां बढ़कर 5,218 हो गई।उन्होंने बताया कि अब तक नागपुर शहर में संक्रमण की वजह से 3,310 मरीजों की मौत हो चुकी है।अधिकारी ने बताया कि दिन में अस्पताल से 3,214 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी मिली, जिसके बाद कुल स्वस्थ हुए लोगों की संख्या बढ़कर 1,87,751 हो गई है।