★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{सीएम फड़नवीस व विधायक बेटे संजीव की मौजूदगी में NCP के दिग्गज नेता पूर्व मन्त्री गणेश नाइक 48 पार्षदों के साथ हुए भाजपाई}
[नवी मुम्बई के क्षत्रप राजनेता के एनसीपी छोड़ भाजपाई बनने से चुनाव में बड़े गुल खिला सकती है बीजेपी तो वहीँ पुणे के दिग्गज काँग्रेस नेता पूर्व मन्त्री हर्षवर्धन ने भी झटका काँग्रेस का हाथ]
(4 बार विधायक व कैबिनेट मंत्री रहे हर्षवर्द्धन पाटिल को शामिल कर बीजेपी ने काँग्रेस को दिया बड़ा झटका)
[मंगलवार को पूर्वमंत्री व दिग्गज उत्तर भारतीय काँग्रेस नेता कृपाशंकर सिंह व उर्मिला मातोंडकर ने भी झटका था काँग्रेस का”हाथ”]

♂÷कहते है कि राजनीति अब समाजसेवा नही वरन सत्तानीति बन चुकी है और कुर्सी धारी रहे राजनेता बिना पॉवर व कुर्सी के ज्यादे दिनों तक रुक नही पाते,और ये चलन सभी सत्ताधारी पार्टियों व सत्ता से धकिया दिए गए दलों के नेताओं में मिलती है। विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा से पूर्व ही दल बदलने और इस्तीफा देने का क्रम तेज़ हो गया है, बुधवार को महाराष्ट्र की राजनीति के 2 बड़े क़द्दावर चेहरों ने भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो कमल थाम लिया है।
एनसीपी के बड़े नेताओं में शुमार किए जाने वाले पूर्व कैबिनेट मन्त्री गणेश नाइक अब बीजेपी में शामिल होकर राष्ट्रवादी काँग्रेस पार्टी की चूले हिला देने वाला झटका दिया है।

उधर आज ही कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले पूर्व मन्त्री व दिग्गज नेता हर्षवर्धन पाटिल(पुणे) ने भी काँग्रेस का “हाथ” झटक बीजेपी का साथ पकड़ लिया है।
नवी मुम्बई में एनसीपी के मजबूत जनाधार वाले क़द्दावर नेता गणेश नाइक के दल बदल से नवी मुंबई में शरद पवार की पार्टी एनसीपी को लगा तगड़ा झटका लगा है क्योकि नाइक के साथ ही नवी मुंबई नगर निगम एनसीपी के 52 पार्षदों में से 48 पार्षदों ने भी एनसीपी को अलविदा बोलकर बीजेपी के लिए जय श्रीराम बोलेंगे।
महाराष्ट्र में अगले कुछ कुछ हफ़्तों में विधानसभा चुनाव होने हैं ऐसे में नेताओं के दल बदलने का सिलसिला लगातार जारी है। चुनाव से पहले सत्ता में वापसी की कोशिशों में जुटी कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस (एनसीपी) को लगातार झटके भी लग रहे हैं। दोनों ही पार्टियों के दो बड़े नेता आज बुधवार को अपने कई राजनीतिक साथियों के साथ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में गणेश नाइक ने नवी मुंबई नगर निगम के 48 पार्षदों के साथ बीजेपी का दामन थाम लिया।
नवी मुंबई नगर निगम राज्य का वो सबसे बड़ा और मजबूत निगम है जहां पर एनसीपी बेहद ताकतवर मानी जाती है, लेकिन आज गणेश नाइक के बीजेपी में जाने से पार्टी को बड़ा झटका लगा है और वह शिखर से शून्य की तऱफ वर्तमान में लुढ़क चुकी है,क़द्दावर नेता गणेश नाइक आज अपने विधायक बेटे संजीव नाइक और सागर नाइक की मौजूदगी में बीजेपी में शामिल हुए।
नाइक को बीजेपी में शामिल कराने के लिए भव्य स्तर पर समारोह का आयोजन किया गया जिसमें मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उनका पार्टी में शामिल होने पर स्वागत किया।
कमलधारी पार्टी में शामिल होने पर गणेश नाइक ने कहा कि यह मेरे लिए और नवी मुंबई की नई शुरुआत है देश में बहुत से प्रधानमंत्री हुए हैं, लेकिन दुनियाभर में भारत का गौरव दिलाने और ताकतवर बनाने का काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है उन्होंने अप्रवासी भारतीयों के बीच सम्मानजनक वातावरण तैयार किया है।
गणेश नाइक के विधायक बेटे संदीप नाइक एक महीने पहले ही बीजेपी में शामिल हो गए थे और तभी से यह चर्चाएं गर्म थी कि गणेश नाइक भी सत्तारुढ़ पार्टी में शामिल हो सकते हैं।
आज उनके साथ 50 पार्षदों को बीजेपी में शामिल होना था, लेकिन 48 पार्षद नई पार्टी में शामिल हुए,2 पार्षद अभी शामिल नहीं हुए।
इससे पहले कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे हर्षवर्धन पाटिल (पुणे) ने बीजेपी में शामिल होकर कमल थाम लिया था। हर्षवर्धन पाटिल की विदाई कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है,हर्षवर्धन चार बार पुणे की इंदपुर सीट से विधायक रहे। 1995 से 2014 तक वह राज्य सरकार में मंत्री भी रहे।
1995, 1999, 2004 में उन्होंने बतौर निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव लड़ा था जबकि 2009 के चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा वर्ष 1995 में उन्होंने शिवसेना-बीजेपी सरकार को समर्थन किया और उन्हें मंत्री पद मिला था।
विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को डूबता जहाज़ मानकर दिग्गज नेताओं द्वारा इस्तीफे देने का दौर लगातार बना हुआ है।पहले मंगलावर को ही कांग्रेस के दिग्गज नेता व बड़े उत्तर भारतीय चेहरे व महाराष्ट्र के पूर्व गृहराज्य मंत्री कृपाशंकर सिंह ने कांग्रेस से इस्तीफा दे तगड़ा झटका दिया ही था कि साथ ही फिल्म अभिनेत्री व लोकसभा प्रत्याशी रही उर्मिला मातोंडकर ने भी पार्टी को अलविदा कह दिया था।
कुल मिलाकर बीजेपी व शिवसेना कांग्रेस व एनसीपी की विधानसभा चुनाव से पहले ही उसके मजबूत जनाधार वाले राजनैतिक दिग्गजों को अपनी अपनी पार्टी में शामिल कर चुनावी मैदान के पहले ही पटकना शुरू कर दिए है।