★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{सन्त रविदास जयंती पर यूपी के मुख्यमंत्री ने कहा कि 645 वर्ष पूर्व महान संत का काशी की धरती पर प्राकट्य हुआ,जिन्होंने सनातन धर्म की परंपरा को नईं ऊंचाइयां दी}
[शनिवार को सीएम योगी ने लखनऊ के कृष्णानगर में सन्त रविदास मंदिर में उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित किया,सबको सन्त रविदास जयंती व माघी पूर्णिमा की दी बधाई]
♂÷यूपी के वाराणसी ज़िले में स्थित सन्त रविदास की जन्मस्थली पर धूमधाम से उनका प्राकट्य दिवस मनाने हजारों भक्त पहुँचे हुए हैं तो वहीँ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को लखनऊ के कृष्णानगर में संत रविदास मंदिर में उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उन्होंने जीवनपर्यन्त तमाम प्रकार के पाखण्डों का सामना करते हुए सनातन धर्म को मजबूती प्रदान की।

योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को प्रदेश वासियों को संत रविदास जयंती और माघी पूर्णिमा की हार्दिक बधाई और शुभकामना देते हुए कहा, ”रविदास जी ने कहा था कि मन चंगा तो कठौती में गंगा। यदि हम अन्तःकरण से शुद्ध हैं, तो साधना का प्रतिफल भी उसी रूप में प्राप्त होता है।”
उन्होंने कहा कि संत रविदास ने जीवनपर्यन्त तमाम प्रकार के पाखण्डों का सामना करते हुए सनातन धर्म को मजबूती प्रदान करने का कार्य किया। यहां जारी एक सरकारी बयान के अनुसार इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने राजधानी लखनऊ के कैण्ट क्षेत्र के विधायक सुरेश चन्द्र तिवारी से कृष्णनगर में संत रविदास मन्दिर के सौन्दर्यीकरण की योजना बनाकर प्रस्तुत करने के लिए कहा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 645 वर्ष पूर्व महान संत रविदास का प्राकट्य हुआ था, जिन्होंने काशी की धरती पर जन्म लेकर भारत के सनातन धर्म की परम्परा को नयी ऊँचाइयां दीं। योगी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को उद्धृत करते हुए कहा ”आदमी न छोटा होता है, न बड़ा होता है, न ऊंचा होता है, न नीचा होता है, आदमी तो सिर्फ आदमी होता है। यह भाव हम सब इस रूप में देख रहे हैं कि व्यक्ति अपने कर्मों के माध्यम से कैसे महानता हासिल करता है और कैसे लोकपूज्य हो सकता है। संत रविदास जी का जीवन चरित्र हम सबको इस बात की प्रेरणा प्रदान करता है।”
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा काशी स्थित संत रविदास जी की जन्मस्थली का सौन्दर्यीकरण कराया जा रहा है।