★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{सुप्रीम कोर्ट में एसजी तुसार मेहता,मुकुल रोहतगी व मनिन्दर सिंह ने रखे गवर्नर, फडणवीस व अजित पवार की तरफ़ से पक्ष तो शिवसेना एनसीपी काँग्रेस की तरफ़ से कपिल सिब्बल,अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा आज ही फ्लोर टेस्ट}

[“ऑपरेश कमल”को अंजाम देने में जुटी बीजेपी का दावा 169 MLA है साथ]
{बीजेपी कार्यालय में मुख्यमंत्री फडणवीस का किया गया स्वागत तो डिप्टी सीएम अजित पवार ने किया ट्वीट देंगे बीजेपी एनसीपी देगी स्थिर सरकार}

[शिवसेना एनसीपी काँग्रेस विधायकों को संभालने में जुटी तो 24 घण्टे के अंदर एनसीपी ने अपने विधायकों को होटल रेनेसेन्स से निकालकर शिफ़्ट किया होटल हयात में]
♂÷महाराष्ट्र में सत्ता के लिए संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा है।सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने सभी पक्षों को सुनने के बाद अपने निर्णय देने के मंगलवार 10.30 बजे सुबह का वक़्त तय किया तो उधर लोकसभा में भी महाराष्ट्र मामले को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गाँधी ने इसे लोकतंत्र की हत्या बताया है।
इधर महाराष्ट्र में बयानों के तीर विरोधियों पर छोड़े जा रहे हैं तो वहीं शिवसेना काँग्रेस व एनसीपी अपने-अपने विधायकों को सम्भालने व एकजुट करने में जुटी हुई हैं।जबकि रविवार को दिन में दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट ने शिवसेना एनसीपी काँग्रेस के द्वारा दी गयी याचिका पर केंद्र सरकार,राज्यसरकार मुख्यमंत्री फडणवीस व डिप्टी सीएम को नोटिस जारी कर सोमवार को उनको अपना पक्ष रखने को कहा है तो वहीं राज्यपाल के शपथ ग्रहण कराने सम्बन्धी फैसले के कागज़ात को भी तलब कर लिया था।सुप्रीम कोर्ट सोमवार को 10.30 बजे से सुनवाई करेगा।

आज सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने राज्यपाल के द्वारा फडणवीस व अजित पवार को शपथ ग्रहण व केंद्र सरकार से राष्ट्रपति शासन हटाने की सिफ़ारिश व एनसीपी के विधायक दल नेता के तौर पर 54 विधायकों वाले समर्थन पत्र को कोर्ट में पेश किया।उन्होंने दलील दी कि राज्यपाल ने बहुमत के आंकड़े पर आश्वस्त होकर फडणवीस व अजित पवार को शपथ दिलाई और 30 तारीख़ तक बहुमत साबित करने का निर्देश दिया है।बीजेपी की तरफ़ से वरिष्ठ वक़ील मुकुल रोहतगी ने अपनी दलील में कहा कि राज्यपाल को कोर्ट आदेश नही दे सकता,कर्नाटक के मामले अलग थे क्योंकि वहाँ पर मुख्यमंत्री पद पर शपथ नही दिलाई गई थी जबकि महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री पद पर शपथ दिलाते हुए राज्यपाल ने 30 नवम्बर तक बहुमत साबित करने के आदेश दिए हैं।रोहतगी ने आगे दलील रखी कि एनसीपी के विधायक दल के नेता ने फडणवीस को सरकार बनाने के लिए 54 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा है एनसीपी में क्या चल रहा है उसके बारे में ज़्यादा जानकारी नही है।
डिप्टी सीएम अजित पवार की तरफ़ से पेश वरिष्ठ वकील मनिन्दर सिंह ने कहा कि अजित पवार एनसीपी के विधायक दल के नेता हैं और उन्होंने बीजेपी को समर्थन देते हुए सरकार बनाने में शामिल हैं वही असली एनसीपी हैं।
शिवसेना एनसीपी कांग्रेस की तरफ़ से वरिष्ठ वक़ील कपिल सिब्बल ने कोर्ट से कहा कि अगर इनके पास बहुमत है तो क्यों नही एक दिन में उसको साबित करते उनको क्यों समय चाहिए,कोर्ट आदेश दे कि 24 घण्टे के अंदर सदन में बहुमत साबित करे फडणवीस सरकार।
अभिषेक मनु सिंघवी ने दलील रखी कि एनसीपी ने अजित पवार को विधायक दल के नेता के पद पर से हटा दिया है उनके पास विधायक नही है, कोर्ट को आज बहुमत साबित करने का आदेश देने चाहिए।
प्रोटेम स्पीकर पद पर वरिष्ठ विधायक को राज्यपाल शपथ दिलाये कोर्ट यह निर्देश दे।
सुप्रीम कोर्ट में ज़िरह के दौरान गर्मागर्म बहस पक्ष विपक्ष के बीच हुई तो वही सुप्रीम कोर्ट ने सभी पक्षों की दलीलें सुनने के पश्चात निर्णय देने के लिए मंगलवार 10.30 सुबह का वक़्त मुकर्रर कर दिया है।
उधर रविवार को मुम्बई में दिन भर हाइवोल्टेज ड्रामा चलता रहा,होटल ललित में ठहरे शिवसेना विधायकों की बैठक मातोश्री में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने ली और कहा कि सरकार शिवसेना के नेतृत्व में ही बनेगी।जबकि एनसीपी के विधायकों को शनिवार को रात में पवई के फाइव स्टार होटल रेनेसेन्स में भेज दिया गया था।जहां पर आज रविवार को दिन में उद्धव ठाकरे,आदित्य ठाकरे ने जाकर उनसे बात की और होटल में मौजूद रहे उस समय शरद पवार से मुलाकात कर अग्रिम कदमों पर चर्चा की।रविवार को होटल में सिविल ड्रेस में पुलिकर्मी की मौजूदगी को लेकर एनसीपी विधायक जितेंद्र आह्वाद व अन्य विधायकों से पुलिसकर्मी की हल्की नोकझोंक भी हुई तो वहीं एनसीपी ने बीजेपी पर विधायकों की जासूसी करवाने का आरोप भी लगाया गया।जबकि पुलिस सूत्रों ने बताया कि संवेदनशील माहौल बनने पर ख़ुफ़िया विभाग के लोग सक्रिय रहते हैं सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर।इस वाकये के बाद एनसीपी ने अपने लगभग 50 विधायकों को रात में रेनेसेन्स से हटाकर हयात होटल में शिफ़्ट कर दिया।विधायकों को होटल ले जा रही बस के पीछे भारी मात्रा में चार पहिया वाहन भी लगे रहे। कहा जा रहा है कि विधानसभा में बहुमत परीक्षण से पहले बीजेपी के पास 150 से 169 विधायकों का समर्थन है। बीजेपी के राज्यसभा सदस्य नारायण राणे, अजित पवार, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और पीयूष गोयल के अतिरिक्त पार्टी महासचिव भूपेंद्र यादव महाराष्ट्र में ‘ऑपरेशन कमल’ का हिस्सा हैं।
महाराष्ट्र में ‘ऑपरेशन कमल’ को सफलतापूर्वक पूरे करने के लिए बीजेपी के बड़े नेता लगातार लगे हुए है।बदली हुई परिस्थितियों में, महाराष्ट्र बीजेपी ने विपक्ष के ऐसे विधायकों की सूची तैयार की है जो आसानी से टूट सकते हैं।ऐसे विधायक जिनके टूटने की संभावना है उन्हें मंत्रालय के प्रस्ताव के प्रस्ताव दिए जा रहे हैं। इसके अलावा विधायकों के चुनाव क्षेत्र में अधूरे पड़े प्रोजेक्ट को प्राथमिकता के साथ पूरे करने के वादे भी किए जा रहे हैं।
इसके साथ ही प्रदेश के डिप्टी सीएम और एनसीपी के बागी नेता अजित पवार ने ट्वीट करके कहा है “एनसीपी और बीजेपी गठबंधन स्थिर सरकार देगी. सब कुछ ठीक-ठाक है चिंता की कोई बात नहीं है।” सूत्रों के मुताबिक अजित पवार एनसीपी के लगभग 30 विधायकों के संपर्क में है और उनके बेटे पार्थ पवार भी विधायकों से लगातार संपर्क बनाएं हुए है। अजित पवार खेमे का दावा है कुल मिलाकर 35 विधायक ऐसे हैं जो फिलहाल शरद पवार के साथ दिखाई दे रहे हैं लेकिन सदन में बहुमत परीक्षण के समय उपमुख्यमंत्री अजित पवार का साथ देंगे।
एनसीपी नेता अजित पवार ने आज सुबह अपने ट्विटर प्रोफाइल में भी बदलाव किए। उन्होंने अपने ट्विटर प्रोफाइन के बायो में डिप्टी सीएम ऑफ महाराष्ट्र के साथ लीडर एनसीपी लिखा. इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी के 21 नेताओं को ट्वीट कर धन्यवाद भी दिया। जिन नेताओं को उन्हें धन्यवाद दिया उसमें- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी जैसे नेता शामिल हैं।
वहीं, विपक्षी पार्टी के नेता अपने विधायकों को संभालने में लगे हुए हैं।शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पहली बार एनसीपी के विधायकों को उनके होटल रेनेसेन्स में पहुंचकर संबोधित किया और शरद पवार से भी मीटिंग की,इसके बाद वह कांग्रेस नेताओं से भी जाकर मुलाकात किये। फिलहाल एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना की तरफ से कोर्ट में जाने के बावजूद अपने विधायकों को बचा कर रखने और जल्द से जल्द बहुमत परीक्षण में विजय होने के दावे किए जा रहे हैं वहीं, बीजेपी विधायक दल की बैठक में सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि “राज्य में आनंद का वातावरण है हम बहुमत परीक्षण आसानी से जीत जाएंगे।
कुल मिलाकर बीजेपी ‘ऑपरेशन कमल’ के जरिए राज्य में अपने बहुमत को लेकर आश्वस्त होने का दावा कर रही है वहीं शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस अपने विधायकों को बचाकर रखने और सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद जल्द बहुमत परीक्षण कराने और खुद के गठबंधन के पास बहुमत का आंकड़ा होने का दावा कर रही है।
उधर सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल ने होटल जेडब्ल्यू मेरियट में पहुँचकर कांग्रेस के विधायकों से मीटिंग की और फ़िर वह दिल्ली के लिए निकल गए।
आज दिन भर महाराष्ट्र से लेकर दिल्ली तक सत्ता के लिए सियासी दांवपेच एक दूसरे पर आजमाए जाते रहे तो वहीं महाराष्ट्र के महानाटक की चर्चा सबकी ज़ुबान पर रहे तो लोग सुप्रीम कोर्ट के क़दम पर नजरें गड़ाए रहे।
आज सोमवार को जब सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही थी तो उधर एनसीपी प्रमुख शरद पवार मुम्बई से सतारा के लिए निकल गए हैं।
मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस व उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने विधानसभा जाकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे यशवंत राव चव्हाण के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किए।