★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{ईरान के सर्वोच्च नेता ख़ुमैनी ने कहा कि सुलेमानी की हत्या से अमेरिका व इजरायल के खिलाफ प्रतिरोध हो जायेगा दुगुना }
[गुरुवार रात में अमेरिका ने बगदाद में हवाई हमला करके ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स व अलकुद्दस फ़ोर्स कमाण्डर कासिम सुलेमानी समेत 8 को मार गिराया]
♂÷अमेरिका ने गुरुवार देर रात इराक की राजधानी बगदाद में हवाई हमला कर दिया। इस हमले में ईरान के कद्स फोर्स के प्रमुख मेजर जनरल कासिम सुलेमानी सहित 8 अधिकारियों की मौत हो गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सुलेमानी के मारे जाने की पुष्टि होने के बाद अमेरिका का झंडा पोस्ट किया है। ईरान के सरकारी टीवी चैनल ने ईरान की रिवॉल्यूशनरी गार्ड के बयान को प्रसारित किया है। रिवॉल्यूशनरी गार्ड ने सुलेमानी को शहीद करार दिया है। ईरान में सुलेमानी की मौत पर तीन दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित कर दिया गया है।ईरान के सर्वोच्च नेता अयोतुल्लाह अली खमेनई ने ईरानी कुद्स फोर्स कमांडर सुलेमानी की हत्या के लिए अमेरिका की कड़ी निंदा करते हुए सुलेमानी के शौर्य की तारीफ की । उन्होंने कहा कि वह जन्नत चले गए हैं, अपराधियों से खूंखार बदला लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सुलेमान की हत्या से अमेरिका और इजरायल के खिलाफ ईरान का प्रतिरोध दोगुना हो जाएगा।
मिली जानकारी के अनुसार, सुलेमानी का काफिला बगदाद एयरपोर्ट की ओर बढ़ रहा था। इसी समय अमेरिका ने हवाई हमला कर दिया। इस हमले में पॉप्युलर मोबलाइजेशन फोर्स के डेप्युटी कमांडर अबू मेहदी अल मुहांदिस के भी मारे जाने की खबर है।ईरान के सरकारी टीवी ने सुलेमानी के मारे जाने की सूचना दे दी है। एक अधिकारी ने बताया कि अल मुहानदिस एक काफिले के साथ सुलेमानी को रिसीव करने पहुंचे थे। बताया जाता है कि सुलेमानी का विमान सीरिया ये लेबनान से यहां पहुंचा ही था। जैसे ही सुलेमानी विमान से उतरे और मुहानदिस उनसे मिल ही रहे थे। इसी दौरान अमेरिका ने मिसाइल दाग दी। इसी दौरान सुलेमानी सहित 8 अधिकारियों की मौत हो गई। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सुलेमानी का शव उनकी अंगूठी से पहचाना जा सका।
आपको बताते जाए कि सुलेमानी को पश्चिम एशिया में ईरानी गतिविधियों को चलाने का प्रमुख रणनीतिकार माना जाता है। सुलेमानी पर सीरिया में अपनी जड़े जमाने और इजरायल में रॉकेट अटैक हमले का आरोपी भी बताया जा रहा है। अमेरिका को लंबे समय से सुलेमानी की तलाश थी।अमेरिका के हवाई हमले के बाद पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ गया है। अमेरिका ने यह हमला ऐसे समय पर किया है जब ईरान समर्थित मिलिशिया ने बगदाद स्थित अमेरिकी दूतावास पर हमला कर दिया था। गत दिनों अमेरिका के वित्त मंत्रालय ने आरोप लगाते हुए कहा था कि विदेशी अभियानों के लिए जिम्मेदार ईरान की रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स की एक ईकाई ‘कद्स फोर्स’ ने कच्चे तेल के माध्यम से असद और उनके लेबनानी सहयोगी हिजबुल्ला का समर्थन किया था।