★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{मनसे प्रमुख ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार एंटीलिया केस में कई बुनियादी तथ्यों के बारे में बताने में असमर्थ रही है, केंद्र सरकार सच्चाई का पता लगाने के लिए करे हस्तक्षेप}
[प्रेसकांफ्रेस में मनसे नेता ने सवाल उठाया कि इसकी गुंजाइश न के बराबर है कि सचिन वाझे बिना किसी के कहे विस्फोटकों से लदे वाहन को अम्बानी के घर के सामने खड़ा कर दे,परमवीर सिंह को क्यों हटाया गया यह सरकार ने अभी तक स्पष्ट नही किया है]
(पुणे में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत दादा पाटिल ने प्रदर्शन के दौरान कहा सरकार को सत्ता में बने रहने का नैतिक हक़ नही)
♂÷महाराष्ट्र सरकार एंटीलिया केस में कई बुनियादी तथ्यों के बारे में बताने में असमर्थ रही है, ऐसे में सच का पता लगाने के लिए केंद्र सरकार को मदद करनी चाहिए।
उक्त आरोप महाराष्ट्र सरकार पर जड़ते हुए मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने केंद्र सरकार से सच का पता लगाने की मांग करते हुए आयोजित प्रेसकांफ्रेस में आगे कहा कि पिछले महीने यहां उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के पास मिली विस्फोटकों से भरी कार के पीछे की सच्चाई का पता लगाने के लिए रविवार को केंद्र से हस्तक्षेप करने के लिए कहा।
राज ठाकरे ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र सरकार इस मामले में कई बुनियादी तथ्यों के बारे में बताने में असमर्थ रही है।
उन्होंने कहा, विस्फोटकों का मामला केवल परमबीर सिंह (पूर्व मुंबई पुलिस आयुक्त) और सचिन वाझे (मुंबई पुलिस का निलंबित अधिकारी) का ही नहीं है। पुलिस का विस्फोटकों को रखना या ऐसा करने के लिए कहा जाना छोटी बात नहीं है।
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना नेता ने कहा कि केंद्र को मामले में सच का पता लगाने में मदद करनी चाहिए। उन बुनियादी सवालों का जवाब मिलना चाहिए कि विस्फोटकों से भरी कार किसने खड़ी की और किसके निर्देशों पर यह किया गया।
उन्होंने कहा, मूल मुद्दा भूलना नहीं चाहिए, वरना यह मामला भी ऐसा ही हो जाएगा जैसा कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत का मामला। ठाकरे ने कहा कि इसकी गुंजाइश न के बराबर है कि वाझे बिना किसी के कहे अंबानी के घर के पास विस्फोटकों से भरा वाहन खड़ा कर दें।
उन्होंने पूछा कि राज्य सरकार ने अभी तक यह स्पष्ट क्यों नहीं किया है कि परमबीर सिंह को क्यों हटाया गया।
उन्होंने पूछा, क्या इसके पीछे की वजह यह है कि उनका संबंध वाहन को खड़ा करने में है? और अगर सिंह इसमें शामिल हैं तो राज्य सरकार ने उनका तबादला करने के बजाय उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की? मनसे नेता ने कहा कि मुकेश अंबानी और उद्धव ठाकरे के बीच बेहद अच्छे संबंध हैं।
ठाकरे ने कार में मिले धमकी भरे पत्र को लेकर भी सवाल उठाते हुए कहा, क्या अंबानी से पैसा वसूलना इतना आसान है? उन्होंने गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ लगे आरोपों की स्वतंत्र एवं निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए उनका इस्तीफा मांगा। उधर इस बीच गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ आरोपों पर पुणे में एक प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व विधायक चंद्रकांत दादा पाटिल ने कहा कि सरकार के पास सत्ता में बने रहने का कोई नैतिक आधार नहीं बचा है।
कुल मिलाकर एंटीलिया केस व धन उगाही को लेकर परमवीर सिंह के द्वारा लिखे गए लेटर ने महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा धमाका किया है और इस मुद्दे को लेकर भारतीय जनता पार्टी जहाँ पहले ही आगबबूला होकर हमलावर है तो आज मनसे प्रमुख राज ठाकरे के मैदान में आने से इतना तो तय है कि एक दो दिनों में अनिल देशमुख कुर्सी पर रहेंगे की जाएंगे यह तय हो जाएगा।क्योंकि एनसीपी प्रमुख शरद पवार राजनीति के घाघ खिलाड़ी माने जाते हैं वह अगला कदम क्या उठाएंगे उनके सिवाय खुद कोई नही जानता।