★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{लखीमपुर खीरी में 8 लोगों की मौत की घटना पर सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है. इस मामले में गुरुवार को होगी सुनवाई}
[यूपी के रहने वाले अधिवक्ता शिवकुमार त्रिपाठी ने सुप्रीम कोर्ट में दायर की याचिका,घटनाक्रम की सीबीआई से भी जांच कराने की मांग]
(राजनीति का अखाड़ा बन चुकी इस लोमहर्षक घटना में एक पत्रकार समेत 8 लोगों की गई है जान)
♂÷राजनीति का अखाड़ा बन चुके लखीमपुर खीरी कांड को लेकर उच्चतम न्यायालय भी हरक़त में आ चुका है उसने इस लोमहर्षक घटना का स्वतः संज्ञान लेते हुए गुरुवार को इसकी सुनवाई करेगा।
घटना में 8 लोगों की जान गई थी,जिसमें एक पत्रकार भी शामिल है। इस मुद्दे पर चीफ जस्टिस एन वी रमना की बेंच गुरुवार को सुनवाई करेगी.
जानकारी के मुताबिक इस मुद्दे पर यूपी के रहने वाले वकील शिव कुमार त्रिपाठी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है. उन्होंने कोर्ट में कहा कि लखीमपुर खीरी में जिस तरीके से शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे किसानों को टारगेट किया गया, उसमें कोर्ट को दखल देना चाहिए.
वकील ने सुप्रीम कोर्ट से मांग की कि वह इस प्रकरण में समयबद्ध जांच का आदेश दे, जिससे असल सच्चाई दुनिया के सामने आ सके. इसके साथ ही सीबीआई जैसी एजेंसी को भी जांच में शामिल करने की मांग की गई है. कोर्ट ने इस याचिका को स्वीकार कर गुरुवार को सुनवाई करने का फैसला किया है.
बताते चलें कि रविवार को रविवार को लखीमपुर खीरी के एक गांव में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा की ओर से कुश्ती प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था. उस कार्यक्रम में यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को चीफ गेस्ट बनाया गया था. इस इस कार्यक्रम में केशव प्रसाद मौर्य को रिसीव करने के लिए अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा जा रहे थे.
आरोप है कि उसी दौरान किसानों ने उनके काफिले का घेराव कर दिया. जिसके बाद हुए बवाल में 8 लोगों की जान चली गई. मरने वालों में 4 लोग बीजेपी के कार्यकर्ता बताए जा रहे हैं. इस घटना के बाद से यूपी में राजनीति का माहौल गर्म है. कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी, टीएमसी समेत कई दलों के प्रतिनिधिमंडल घटना पर क्षोभ जता चुके हैं. वहीं महाराष्ट्र की सत्ता में शामिल तीनों दलों ने इस मुद्दे पर 11 अक्टूबर को राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया है.