★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{दसवीं के छात्र हर्षवर्धन ने बारूदी सुरंगों को खोजने वाला बनाया ड्रोन,दो फिट ऊपर उड़ते हुए पता लगाने के साथ बमविस्फोट कर ध्वस्त करेगी लैण्डमाइंस}
[रोबोटिक्स 7 नाम की कम्पनी के मालिक हर्षवर्धन जाला के साथ गुजरात सरकार ने की है 5 करोड़ की डील]
♂÷कहते हैं कि प्रतिभा कभी उम्र की मोहताज नहीं होती ये बात सच की है कि एक चौदह साल के बच्चे हर्षवर्धन जाला ने,इस बच्चे ने इस उम्र में ऐसा कमाल कर दिखाया है, जिसके बारे में अमूमन बच्चे इस बारे में सोचना तो दूर की बात है वे पढ़ाई-लिखाई और बोर्ड एग्जाम की तैयारी में ही जुटे रहते हैं।
हर्षवर्धन ने एक ऐसा अनोखा ड्रोन तैयार किया है,जिसकी मदद से बारूदी सुरंगों को आसानी से खोजकर उन्हें नाकाम किया जा सकता है।
दसवीं का छात्र है हर्षवर्धन
अहमदाबाद में जन्में और पले-बढ़े युवा उद्यमी हर्षवर्धन वर्तमान में हर्षवर्धन दसवीं कक्षा के छात्र हैं,हर्षवर्धन को ये ख्याल लैंड माइन धमाकों के शिकार जवानों को देखकर इस तरह के ड्रोन विमानों को बनाने की ख्याल आया।
हर्षवर्धन साल 2016 से इन ड्रोन विमानों के बनाने पर काम कर रहें हैं,कामयाबी मिलने के बाद उसने बिजनेस प्लान भी तैयार किया है. महज 14 साल की उम्र में हर्षवर्धन ने एरोबोटिक्स7 नाम से एक कंपनी की स्थापना की थी, जो सबसे नवीन और उन्नत उत्पादों के साथ साझेदारी करता है। इतना ही नहीं यह कंपनी वाणिज्यिक और उपभोक्ता भी लिए सभी प्रकार के समाधान प्रदान करती है।
ड्रोन की है ये खासियत
हर्षवर्धन ने बताया कि ड्रोन में मकैनिकल शटर वाला 21 मेगापिक्सल के कैमरे के साथ इंफ्रारेड, आरजीबी सेंसर और थर्मल मीटर लगा है। कैमरा हाई रिजॉलूशन की तस्वीरें भी ले सकता है। ड्रोन जमीन से दो फीट ऊपर उड़ते हुए आठ वर्ग मीटर क्षेत्र में तरंगें भेजेगा, ये तरंगें लैंड माइंस का पता लगाएंगी और बेस स्टेशन को उनका स्थान बताएंगी। ड्रोन लैंडमाइन को तबाह करने के लिए 50 ग्राम वजन का बम भी अपने साथ ढो सकता है।
वहीं हाल ही में वाइब्रेंट गुजरात समिट के दौरान हर्षवर्धन ने गुजरात सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के साथ ऐसे ड्रोन तैयार करने के लिए सरकार से 5 करोड़ रुपये का करार किया है।