★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{AIMIM चीफ़ असदुद्दीन ओवैसी ने जताया अंदेशा दिल्ली चुनाव बाद बीजेपी शाहीन बाग में चलवा सकती है गोलियां क्योंकि सरकार के मंत्री ने गोली मारने की बात की है}
[ओवैसी बोले सरकार को साफ़ कहना चाहिए कि 2024 तक NRC देश में लागू नही होगा,NPR को लेकर 3900 करोड़ क्यो जारी किए गए]
(15 दिसम्बर से शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन एक्ट को लेकर जारी विरोध प्रदर्शन को बीजेपी आप काँग्रेस ने बनाया चुनावी मुद्दा)
÷दिल्ली के विधानसभा चुनावी समर में शाहीन बाग में जारी विरोध प्रदर्शन बड़ा मुद्दा बन गया है। भारतीय जनता पार्टी की ओर से इसे राजनीतिक बताकर आम आदमी पार्टी के साथ काँग्रेस पर भी निशाना साधा जा रहा है
तो वहीं हैदराबाद से सांसद और AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी भी इस सियासी मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी पर हमलावर हो रहे हैं।ओवैसी ने अंदेशा जताया है कि 8 फरवरी के बाद शाहीन बाग को जलियांवाला बाग बना दिया जाएगा।
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ‘8 फरवरी के बाद बीजेपी की ओर से शाहीन बाग में गोलियां भी चलाई जा सकती हैं। शाहीन बाग को जलियांवाला बाग बनाया जा सकता है।ऐसा हो सकता है क्योंकि बीजेपी के मंत्री ने गोली मारने की बात की है, सरकार को इस मसले पर जवाब देना चाहिए।
नागरिकता संशोधन एक्ट के मसले पर असदुद्दीन ओवैसी बोले कि सरकार को साफ कहना चाहिए कि 2024 तक देश में एनआरसी लागू नहीं होगा। एनपीआर को लेकर 3900 करोड़ क्यों जारी किए गए हैं। बता दें कि 10 अप्रैल 1919 को अंग्रेजों ने अमृतसर के जलियांवाला बाग में हजारों सिखों का नरसंहार किया था।
गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ दिल्ली के शाहीन बाग में 15 दिसंबर से ही विरोध प्रदर्शन हो रहा है। इस प्रदर्शन में हिस्सा लेने वालों में अधिकतर मुस्लिम महिलाएं शामिल हैं।भारतीय जनता पार्टी की ओर से दिल्ली के चुनाव में इसे मुद्दा बनाया जा रहा है और प्रदर्शन को राजनीतिक बताया है।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, बीजेपी के सांसद प्रवेश वर्मा समेत कई अन्य नेताओं ने बयान दिया है कि दिल्ली में बीजेपी की सरकार बनते ही शाहीन बाग के प्रदर्शनकारी उठ जाएंगे।प्रवेश वर्मा ने एक सभा में कहा था कि 11 फरवरी को बीजेपी की सरकार बनने के एक घंटे बाद ही शाहीन बाग को खाली करा दिया जाएगा।
सिर्फ सांसद या मंत्री ही नहीं बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपनी सभाओं में शाहीन बाग को मुद्दा बनाया।पीएम मोदी ने शाहीन बाग के प्रदर्शन की तुलना अराजकता से की थी।
