★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{लतीफपुर गांव में लगी आग में छप्पर जलने की दुर्घटना के बाद दलितों व सवर्णो के बीच हुए विवाद में हुई थी मारपीट}

[सवर्णो की फरियाद न सुनने पर पीड़िता ने लगाई सीओ से गुहार जिस पर CO ने लिखित आदेशित किया मामले को दर्ज़ करने हेतु कोतवाल को किन्तु]
(लतीफपुर निवासी इन्दू सिंह परिवार के आरोप फ़र्जी है कोई भी ऐसे मामले हुए ही नही=कोतवाल)
♂÷मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पुलिस महानिदेशक ओमप्रकाश सिंह एक तरफ़ सूबे में अपराधियों की कमर तोड़ने में लगे होने की बात करने के साथ ही CM व DGP द्वारा पुलिस को अच्छे व्यवहार व आचरण युक्त कार्यशैली अपनाने की हिदायत दी जाती है तो वही जौनपुर जिले के सर्वाधिक महत्वपूर्ण कोतवाली माने जाने वाली शाहगंज के प्रभारी निरीक्षक की कार्यप्रणाली से आमजन को कौन कहे क्षेत्राधिकारी भी त्रस्त हो उठे है।इन्स्पेक्टर शाहगंज अपने सम्मुख CO के लिखित आदेश-निर्देश को भी उठा कर डस्टबिन में डालते रहते है जिससे कि फरियादियों को निष्पक्ष व त्वरित न्याय मिलना दूर की कौड़ी बनती जा रही है।

जिसकी लाठी उसकी भैंस के नियमानुसार कोतवाली को चला रहे प्रभारी निरीक्षक ने सीओ के आदेश को भी दरकिनार कर उच्चसृंखल व्यवहार अमल में ला रहे है।
पिछले दिनों शाहगंज कोतवाली अंतर्गत ग्राम लतीफ पुर में अज्ञात कारणों से लगी आग पर जम कर बवाल हुआ था जिसमे सवर्णो व दलितों के बीच मामले कोतवाली पहुँचे थे।
मिली खबरों के अनुसार बीते दिनों लतीफ पुर में अज्ञात कारणों से गन्ने के खेत मे आग लग गई थी जिससे गन्ने के खेत के साथ साथ कुछ दलित वर्ग के लोगों का छप्पर भी भी जल गया था।बताया जाता हैं कि छप्परों के जलने से गुस्साए दलित वर्ग के लोगों द्वारा इन्दु सिंह के घर पर धावा बोल कर तोड़ फोड़ तथा मारपीट की गयी,जिसकी फोटो इन्दु सिंह के घर के सामने दया शंकर सिंह के मकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है।

प्रभारी निरीक्षक ने बगैर तफ्तीश किये इन्दु सिंह के परिवार पर संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दिया और पीड़ित परिवार की तहरीर तक नहीं लिया।
तहरीर न लिखे जाने के कारण पीड़िता अधिकारियों के आवास व ऑफिस के चक्कर लगाने लगीं तत्पश्चात कई दिनों के बाद क्षेत्राधिकारी शाहगंज ने FIR दर्ज कर कायर्वाही करने का आदेश पीड़िता द्वारा दी गई तहरीर पर लिखित में जारी किया लेकिन कोतवाल ने तहरीर लेने से इंकार कर दिया।

शाहगंज कोतवाली प्रभारी का यह भी कहना है कि लतीफ पुर गांव में कहीं भी सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा है,लेकिन मौकाए वारदात से ली गई फोटो यह साफ प्रदर्शित करते हैं कि प्रभारी निरीक्षक झूठ बोल रहे हैं।
उधर इस सन्दर्भ में जब प्रभारी निरीक्षक से बात की गई तो उन्होंने सिरे से खरिज करते हुए कहा कि लतीफपुर निवासी इन्दू सिंह के सारे मामले फ़र्जी है और ऐसी कोई भी घटना ही नही हुई है।