★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★

{गृहमंत्री ने नागरिकता संशोधन बिल पेश करने के दौरान कहा कि यह बिल पाकिस्तान बांग्लादेश अफगानिस्तान के अल्पसंख्यको के लिए है जहाँ इस्लाम राजधर्म है}
[शाह ने कहा किसी भी व्यक्ति को परिवार की बहन बेटी की इज्जत या धर्म बचाने के लिए यहाँ आना पड़े तो हम उन्हें नागरिकता देकर विश्व के सामने सम्मान भी देंगे]
(गृहमंत्री ने साफ़ किया कि मोदी जी के प्रधानमंत्री रहते इस देश मे किसी भी धर्म के नागरिकों को डरने की जरूरत नही है, घुसपैठियों,रोहिंग्यायों को कभी स्वीकार नही किया जायेगा)
♂÷गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को अपने परिवार की बहन-बेटी की इज्जत या अपना धर्म बचाने के लिए यहां आना पड़े और हम अपनाएं नहीं, ये गलती हम नहीं कर सकते हैं,हम उन्हें जरूर स्वीकारेंगे, नागरिकता देंगे और पूरे विश्व के सामने उन्हें सम्मान भी देंगे।
लोकसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक पर बहस के दौरान
अमित शाह ने कहा Pok भी हमारा, देश भी हमारा।
नागरिकता संशोधन विधेयक पर सोमवार देर रात तक लोकसभा में बहस चली इस बिल पर चर्चा करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि देश को रिफ्यूजी पॉलिसी को लेकर कानून बनाने की जरूरत नहीं है।अमित शाह ने कहा कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर हमारा है, उसके नागरिक भी हमारे हैं, और हम अब भी 26 सीटें जम्मू-कश्मीर असेंबली में रिजर्व रखते हैं।
अमित शाह ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को अपने परिवार की बहन-बेटी की इज्जत या अपना धर्म बचाने के लिए यहां आना पड़े और हम अपनाएं नहीं, ये गलती हम नहीं कर सकते हैं हम उन्हें जरूर स्वीकारेंगे, नागरिकता देंगे और पूरे विश्व के सामने उन्हें सम्मान भी देंगे।शाह ने कहा कि जब भी नागरिकता के बारे में कोई दखल दिया गया, वह किसी न किसी विशेष समस्या को निपटाने के लिए किया गया। युगांडा से जब लोग आए थे तो केवल वहां से आए लोगों को ही नागरिकता दी गई, किसी देश से आए नागरिकों को नागरिकता नहीं दी गई।
अमित शाह ने कहा कि हमारी अल्पसंख्यकों की व्याख्या गलत नहीं है,यह पूरा विधेयक उन तीन देशों के अल्पसंख्यकों के लिए है, बांग्लादेश, अफगानिस्तान और पाकिस्तान में जब इस्लाम राज का धर्म है, तो वहां मुस्लिम अल्पसंख्यक नहीं होते हैं।अमित शाह ने कहा कि मैं इतना कहना चाहता हूं कि माइनॉरिटी में कोई डर की भावना नहीं है, अगर है तो भी मैं अपने सभी अल्पसंख्यक भाई बहनों को विश्वास दिलाता हूं कि मोदी जी के प्रधानमंत्री रहते हुए इस देश में किसी भी धर्म के नागरिक को डरने की जरूरत नहीं है।
गृहमंत्री ने कहा कि बिल किसी भी धर्म के प्रति भेदभाव नहीं करता है ये बिल एक सकारात्मक भाव लेकर आया है उन लोगों के लिए जो भारत, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में प्रताड़ित है, प्रताड़ित शरणार्थी होता है, घुसपैठिया नहीं होता, बिल में संविधान के अनुच्छेद 14, 21, 25 का उल्लंघन नहीं है। अमित शाह ने कहा कि जो वोट बैंक के लिए घुसपैठियों को शरण देना चाहता है, हम उन्हें सफल नहीं होने देंगे,वोट के लिए घुसपैठियों को शरण देने वाले चिंतित हैं।रोहिंग्या को कभी स्वीकार नहीं किया जाएगा रोहिंग्या बांग्लादेश के जरिए भारत आते हैं।
अमित शाह ने कहा कि 1947 में पाकिस्तान में 23 फीसदी हिंदू थे लेकिन वहीं साल 2011 में ये आकंड़ा 3.4 फीसदी रह गया। पड़ोसी देशों में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों को देखते हुए भारत मूकदर्शक नहीं बन सकता। वहीं भारत में अल्पसंख्यकों की आबादी बढ़ी है,पड़ोसी देशों के अल्पसंख्यकों पर भारत चुप नहीं रहेगा जो भारत के मूल नागरिक हैं उन्हें कोई खतरा नहीं वहीं बिल से इस देश के किसी भी मुसलमान का कोई लेना देना नहीं है मोदी के पीएम रहते हुए देश का संविधान ही हमारा धर्म है।
अमित शाह ने पारसी समुदाय का जिक्र करते हुए कहा कि पारसी भी प्रताड़ित होकर भारत आए थे। गृह मंत्री ने कहा कि सावरकर का द्विराष्ट्र सिद्धांत था या नहीं मैं इसमें नहीं जाना चाहता लेकिन जब जिन्ना ने दो राष्ट्र का सिद्धांत दिया तो इसे कांग्रेस ने स्वीकार क्यों किया।अमित शाह ने एक सवाल के जवाब में कहा भारत ने समय-समय पर जरूरतमंद लोगों को नागरिकता दी गई है।
अमित शाह ने कहा कि मैं जनता को कहना चाहता हूं कि कांग्रेस ऐसी बिन साम्प्रदायिक पार्टी है, जिसकी केरल में मुस्लिम लीग सहयोगी है और महाराष्ट्र में शिवसेना सहयोगी है मैं इस सदन को फिर से आश्वस्त करना चाहता हूं कि जब हम एनआरसी लेकर आएंगे , एक भी घुसपैठिया इस देश के अंदर बच नहीं पायेगा। अमित शाह ने कहा कि लोग बिल के खिलाफ माहौल बना रहे हैं लेकिन किसी को भी डरने की जरूरत नहीं है,शरणार्थियों के पास राशन कार्ड है या नहीं, ये बिल सबको नागरिकता देगा आपको किसी के बहकावे में आने की जरूरत नहीं है।