★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{ब्रिटेन से फ़ैल रहे दुनियां के तमाम देशों में कोरोना के नए वर्सन स्ट्रेन से भारत की चिंता बढ़ी,ब्रिटेन से लौटे 2 वर्ष की मासूम समेत तमाम लोग पाए गए पीड़ित}
[7 जनवरी 2021 तक ब्रिटेन की उड़ानों पर लगीं है अस्थायी रोक,स्पेशल फ्लाइट्स व इंटरनेशनल एयर कार्गों है प्रतिबंध के दायरे से मुक्त,कहा उड्डयन मंत्रालय ने]
(गृहमंत्रालय ने कहा 31 जनवरी तक के लिए जारी किए गए हैं नए दिशा-निर्देश तो वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि देश मे कोविड19 के मरीजों व नए मामलों में आ रही लगातार कमी)
♂÷भारत सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय फ्लाइट्स पर लगी रोक को 31 जनवरी 2021 तक बढ़ा दी है,दुनिया भर में फैले कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते केन्द्र सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों पर लगे प्रतिबंध को 31 जनवरी 2021 तक बढ़ा दिया है। ये प्रतिबंध स्पेशल फ्लाइट्स और इंटरनेशनल एअर कार्गो परिचालन पर लागू नहीं होगा। नागरिक उड्डयन मंत्रालय की ओर से बुधवार को ये आदेश जारी किया गया है।
बता दें कोविड 19 कोरोना वायरस की वजह से मार्च 2020 से ही अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध लगा हुआ है की ऐसे में ब्रिटेन नए कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन को तीव्र गति से फ़ैलने की घटना को देखते हुए एक बार फ़िर भारत सरकार ने नागरिक हवाई यातायात पर प्रतिबन्ध बढ़ा दिया।उड्डयन मंत्रालय ने बुधवार को ही ब्रिटेन में फैल रहे कोरोना वायरस के स्ट्रेन के मद्देनजर ब्रिटेन की फ्लाइट्स पर लगाई अस्थायी रोक को 7 जनवरी 2021 तक के लिए बढ़ा दिया है।
इससे पहले केंद्र सरकार ने विभिन्न गतिविधियों पर कोविड-19 से जुड़ी पाबंदियों को कायम रखते हुए कहा कि देश में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में लगातार कमी आ रही है, लेकिन दुनिया भर में संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ने और ब्रिटेन में इस वायरस का एक नया प्रकार सामने आने के मद्देनजर निगरानी और सतर्कता बनाए रखने की जरूरत है।गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इसने कोविड-19 की (स्थिति की) निगरानी के सिलसिले में नये दिशानिर्देश जारी किये हैं और ये दिशानिर्देश 31 जनवरी तक प्रभावी रहेंगे। साथ ही, इसने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को नव वर्ष समारोहों तथा ठंड के मौसम में मामलों को किसी भी तरह से बढ़ने देने से रोकने के लिए सख्त निगरानी रखने को कहा है।
मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को संभावित टीकाकरण अभियान के लिए तैयारियों में केंद्रीय अधिकारियों की तत्परता से मदद करने को भी कहा है. मंत्रालय ने कहा, ‘‘(देश में कोविड-19 के) उपचाराधीन मरीजों और संक्रमण के नये मामलों में लगातार कमी आ रही है, लेकिन वैश्विक स्तर पर मामले बढ़ने और ब्रिटेन में वायरस का एक नया प्रकार सामने आने के मद्देनजर निगरानी, रोकथाम और सतर्कता बरकरार रखने की जरूरत है।’’
गृह मंत्रालय ने कहा, ‘‘निरूद्ध क्षेत्रों का सावधानीपूर्वक सीमांकन जारी रखा जाए, इन क्षेत्रों में संक्रमण के प्रसार की रोकथाम के लिए निर्धारित उपायों का सख्ती से पालन किया जाए, कोविड से जुड़े उपयुक्त व्यवहार को बढ़ावा दिया जाए और उन्हें सख्ती से लागू किया जाए तथा विभिन्न गतिवधियों के संदर्भ में सुझाई गई मानक संचालन प्रक्रिया(SOP) का पूरी गंभीरता से पालन किया जाए।’’
मंत्रालय ने कहा कि निगरानी और रोकथाम के प्रति पूरी तरह से ध्यान केंद्रित कर और उसके एवं स्वास्थ्य मंत्रालय के द्वारा पिछले महीने जारी दिशानिर्देशों एवं एसओपी को राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा लागू किये जाने की जरूरत है।
मालूम हो कि भारत मे भी ब्रिटेन से कई लोग नए स्ट्रेन से पीड़ित मिले हैं जिनमें 2 वर्ष की एक मासूम भी शामिल है।
नया स्ट्रेन कोविड 19 कोरोना वायरस से 70% ज़्यादा संक्रामक बताया जा रहा है इसीलिए इसे सुपर स्प्रेडर की संज्ञा दी गयी है।ब्रिटेन समेत योरोप के अधिकतर देशों में नए स्ट्रेन भयावह रूप लेता जा रहा है जिसको लेकर भारत सरकार अतिरिक्त सतर्कता बरत रही है।
वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए भारत मे बनी वैक्सीन नए स्ट्रेन के लिए भी कारगर साबित होगी।