लेखक~सुभाष चन्द्र
आज उनके अवार्ड पर भी कट्टरपंथी मुस्लिम पगलाए हुए हैं
♂÷पद्म श्री पाने वाले शाह रशीद कादरी ने अवार्ड लेने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हाथ मिलाते हुए कहा कि वह कांग्रेस की UPA सरकार में इंतज़ार करते रहे लेकिन उन्हें पुरस्कार नहीं मिला,उसके बाद कहा गया कि भाजपा सरकार आ गई, वो हमें नहीं देगी, मुझे लगा भाजपा मुसलमानों को कुछ नहीं देती लेकिन पीएम मोदी ने मुझे गलत साबित कर दिया।
पद्मश्री रशीद क़ादरी साहब का प्रधानमंत्री से यह छोटा कथन बीजेपी के लिए बड़ा मायने रखता है, मोदी सरकार की स्पष्ट,पारदर्शी व सबका साथ,सबका विकास व सबका विश्वास का मूलमंत्र अब मुस्लिम बंधुओ के दिलों दिमाग़ में भी जगह पाने में कामयाब होता दिख रहा है।
विदित हो कि बिद्री कला को जीवित रखने वाले 64 वर्षीय शिल्प गुरु शाह रशीद कादरी की बातों से साफ़ लगता है कि वह कांग्रेस के लिए “खुशफहमी” और मोदी एवं बीजेपी के लिए “ग़लतफ़हमी” पाले बैठे हुए थे। भाजपा के लिए उनकी सोच ने न जाने कितने लोगों को मोदी का विरोध करने के लिए प्रेरित किया होगा और कांग्रेस से बेइज़्ज़त महसूस होते हुए भी उफ़ तक नहीं की होगी।
आज उन्हें राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों अवार्ड मिलने पर कुछ ही मुस्लिम खुश हैं जबकि अनेक ने तो मोदी को गाली बकने में कोई कंजूसी नहीं की है।
एक मुस्लिम ने कादरी के शब्दों पर लिखा कि “एक भिखारी को कोई भीख दे दे तो उसकी तारीफ में भिखारी कुछ भी कह देगा” कुछ अन्य मुसलमानों की बातें नीचे दे रहा हूँ जो उन्होंने न्यूज़ चैनल्स के फेसबुक पेज पर लिखी हैं
÷ MD Iqbal Ansariबाबा p.m से अपील करो देश को शांति रखें ,आपका पदम् भूषण भांड में जाए।
÷Abdul Waris Warsi
बीजेपी और कांग्रेस अवार्ड नही देती महोदय अवार्ड आपको आपकी योग्यता देती है।
÷Sharif Ahmad
Muslim ko puruskar nahi shiksha aur rozgar chahiye
÷Mohd Mohsin
Karnataka me election hai
Isliye diya
÷Mohamadkhan Samma
ऐसे इस देश मै लाखों करोड़ों मुस्लिम भाई बैठै है जो फ्री पब्लिसिटी के लिए कुछ भी बोलने को तैयार है
ऐसे घटिया सोच रखने वालों को यदि कहा जाए कि पाकिस्तान चले जाओ जहां सब कुछ मिलेगा, तो कुछ गलत नहीं होगा। यहां भारत में फ्री का राशन मिलता है, गैस कनेक्शन मिले, घर मिले, टॉयलेट मिले, 5 लाख तक का फ्री इलाज मिला लेकिन फिर भी मोदी को गाली बकने से फुर्सत नहीं है इन्हें।
ऐसे कट्टरपंथी मुस्लिम लोगों और कादरी साहब को याद रखना चाहिए कि मोदी के लिए आप जैसी सोच रखने वाले मुसलमानों की भारत में कमी नहीं है लेकिन मोदी के राज अब उन लोगों की प्रतिभा की कद्र हो रही है जिन्हें कांग्रेस ने कभी पूछा नहीं क्योंकि मोदी भेदभाव नहीं कर रहे।
कुछ अन्य उन मुसलमानों को भी पद्म अवार्ड मिले हैं जिन्होंने अपने हुनर,सेवा और कला के बूते इस देश के इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के हक़दार बने।
इस बार, वे हैं –
♂ज़ाकिर हुसैन (तबला वादक) पद्म विभूषण, कला के लिए — महाराष्ट्र;
–
♂अहमद हुसैन और मौहम्मद हुसैन, कला के लिए – राजस्थान;
♂दिलशाद हुसैन, कला के लिए उत्तर प्रदेश;
–
♂गुलाम मौहम्मद ज़ाज़, कला के लिए, जम्मू कश्मीर;
♂हीराबाई इब्राहिम लोबी, समाज सेवा, गुजरात राज्य से।
हीराबाई तो अवार्ड लेने के लिए जाते हुए इतनी भावुक हो गई कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सामने खड़ी हो दुआ करते हुए कहने लगी कि सिद्दी समाज पर किसी ने आज तक ध्यान नहीं दिया पर आपने तो हमारी झोली भर दी।
जो कह रहे हैं कि कर्नाटक में चुनाव होने की वजह से मुस्लिम वोटों के लिए कादरी को अवार्ड दिया है, उन्हें पता होना चाहिए कि गुजरात और महाराष्ट्र में तो कोई चुनाव नहीं हैं और क्या मुस्लिम समुदाय इतना भोला भाला और नादान है कि एक मुस्लिम को अवार्ड देने से वह मोदी के पीछे चल पड़ेगा – एक मुस्लिम को अवार्ड देने से वोट नहीं मिलते, वोट मिलते हैं मुसलमानों के हिंदुओं के त्यौहारों पर शोभा यात्राओं पर हमले कराने से, यकीन न हो तो पूछ लो नीतीश कुमार, ममता बनर्जी और कांग्रेस से –

(ये लेखक सुभाष चन्द्र के निजी विचार हैं)