★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{कुलदेवी की पूजा के लिए पैतृक गांव पहुंचे एनएसए अजीत डोभाल, खुशी से झूम उठे ग्रामीण}
[चार वर्षों के दौरान दूसरी बार पहुँचे अपनी मातृभूमि डोभाल,गाँव मे रहा उत्सव जैसा माहौल]
(दर्जा प्राप्त कैबिनेट मन्त्री डोभाल ने किया प्रोटोकॉल लेने से इनकार, गेस्ट हाउस में मिलने पहुँचे आला अफ़सरान)
♂÷भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल शुक्रवार को निजी दौरे पर मंडल मुख्यालय पौड़ी पहुंचे। वे शनिवार को अपने पैतृक गांव घीड़ी जाकर अपनी कुलदेवी बाल कुंवारी देवी की आराधना कर दिल्ली लौट जाएंगे। देश के दोबारा एनएसए बनने के बाद अजीत डोभाल पहली बार पैतृक गांव आए हैं।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के पौड़ी पहुंचने पर अधिकारियों ने उनसे मुलाकात की। जनपद पौड़ी की बनेलस्यूं पट्टी स्थित घीड़ी गांव में 20 जनवरी 1945 को जन्मे अजीत डोभाल वर्ष 1968 बैच के केरल कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें वर्ष 2014 में देश का राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बनाया था। एनएसए बनने के बाद वे वर्ष 2014-15 में निजी दौरे पर पैतृक गांव पहुंचे थे। वर्ष 2019 में प्रधानमंत्री मोदी ने डोभाल को तीन जून को दोबारा एनएसए की जिम्मेदारी सौंपने के साथ ही कैबिनेट मंत्री का दर्जा भी प्रदान किया है।
उनके गांव घीड़ी में उनके आगमन से ग्रामीणों में खासा उत्साह है। जानकारी के मुताबिक उनके सर्किट हाउस पहुंचने पर आयुक्त गढ़वाल डॉ. बीवीआरसी पुरुषोत्तम, जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुंवर ने उनसे मुलाकात की।
एनएसए अजीत डोभाल शनिवार को सुबह अपने पैतृक गांव घीड़ी सपरिवार पहुंच कुलदेवी बाल कुंवारी की विधि विधान से पूजा-अर्चना किये इस दौरान गाँव मे उनके रिश्तेदार, बचपन के मित्र आदि में खासा उत्साह रहा देश के सर्वाधिक ताक़तवर शख़्स में से एक को अपने बीच पाकर।
डोभाल व उनके परिवार का स्वागत ढोल नगाड़ों व पारम्परिक वाद्ययंत्रों को बजा कर किया गया।
डोभाल परिवार इस दौरान लोगो से बेहद आत्मीय ढंग से मिलते रहे ठेठ गवई अन्दाज में।
वही डोभाल ने पहले ही इस दौरे को व्यक्तिगत बताते हुए कैबिनेट मन्त्री के प्रोटोकॉल को लेने से मना कर रखा था।
जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि एनएसए डोभाल का यह निजी दौरा है।
वे शनिवार की सुबह वे अपने पैतृक गांव घीड़ी में कुल देवी की पूजा-अर्चना कर शाम को दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे। एनएसएस डोभाल के अपने गांव घीड़ी पहुंचने की सूचना पर ग्रामीण खासे उत्साहित रहे।