★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{श्राइन बोर्ड की चेतावनी के बाद भी आधिकारिक यात्रा के शुरू होने के पूर्व ही हजारों ने किए दर्शन}
[कुछ वर्ष पूर्व यात्रा के पश्चात दर्शन करने पहुँचे पहले जत्थे के लोगो के बाद शिवलिंग हो गए अंतर्ध्यान]
(यात्रा पूर्व 15 दिनों के दौरान सुरक्षाकर्मियों,लँगरवालो के साथ ही हजारों दर्शनार्थियों ने अमरनाथ गुफ़ा में जाकर कर लिए शिवलिंग के दर्शन)
♂÷इसे अब दबे स्वर में स्वीकार किया गया है कि यात्रा के लिए तैनात सुरक्षाकर्मियों तथा लंगरवालों के साथ-साथ अन्य कुछ श्रद्धालु भी गुफा तक पहुंचने में कामयाब हुए हैं। इनकी संख्या 10 हजार से अधिक बताई जा रही है और यह सिलसिला पिछले लगभग 15 दिनों से जारी है।
क्या इस बार भी अमरनाथ यात्रा का प्रतीक हिमलिंग जल्दी पिघल जाएगा? यह सवाल इसलिए उठ खड़ा हुआ है क्योंकि यात्रा के आधिकारिक तौर पर शुरू होने से पहले ही 10 हजार से अधिक श्रद्धालु 14,500 फुट की ऊंचाई पर बनने वाले हिमलिंग के दर्शन कर चुके हैं।
इसे अब दबे स्वर में स्वीकार किया गया है कि यात्रा के लिए तैनात सुरक्षाकर्मियों तथा लंगरवालों के साथ-साथ अन्य कुछ श्रद्धालु भी गुफा तक पहुंचने में कामयाब हुए हैं। इनकी संख्या 10 हजार से अधिक बताई जा रही है और यह सिलसिला पिछले लगभग 15 दिनों से जारी है।
यात्रा की शुरुआत से पहले दर्शन करने के सबूत सोशल मीडिया पर भी धूम मचा रहे हैं। पहले तो अमरनाथ यात्रा श्राइन बोर्ड के अधिकारी इन पर खामोशी अख्तियार किए हुए थे लेकिन अब उन्होंने इसे माना है कि ऐसा हो रहा है। हालांकि पिछले साल तक श्राइन बोर्ड श्रद्धालुओं को धमकाता रहा था कि जो यात्रा की शुरूआत से पहले गुफा तक पहुंचेगा उसे जेल में डाल दिया जाएगा।
सोशल मीडिया पर धूम मचा रही अमरनाथ शिवलिंग की फोटो तथा वीडियो को देख चिंता यह व्यक्त की जाने लगी है कि अमरनाथ शिवलिंग कितने दिनों तक टिक पाएगा। करीब 4 चार साल पहले भी ऐसा हुआ था कि इसी प्रकार श्रद्धालु यात्रा की शुरुआत से पहले गुफा तक पहुंचे थे और शिवलिंग यात्रा की शुरुआत के पहले ही दिन पिघल गया था।
शिवलिंग को पिघलने से बचाने की खातिर कई उपाय भी लगातार किए जाते रहे हैं पर कोई भी कामयाब नहीं हुआ है। इसकी खातिर गुफा में लगाई गई लोहे की रेलिंग को हटाने का निर्देश कोर्ट भी दे चुका है क्योंकि रेलिंग भी हिमलिंग को भक्तों की सांसों की गर्मी से पिघलने से रोक नहीं पाती है।