★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{मंगल मिशन फ़िल्म में अक्षय कुमार दिखेंगे अंतरिक्ष वैज्ञानिक राकेश धवन के किरदार में}
[15 अगस्त को रिलीज़ हो रही है मंगल मिशन,जो बतायेगी इसरो की गौरवशाली सफलता]
♂÷क्या होता अगर भारत ने पूरी दुनिया को शून्य नहीं दिया होता। तो पूरी दुनिया की गणना प्रणाली कैसे काम करती। कैसे चलता पूरा गणित की दुनिया। विज्ञान हो या कोई भी क्षेत्र भारत का दबदबा हर क्षेत्र में बना हुआ है। भारत देश में हर साल इतने इंजीनियर क्वालिफाइड होकर निकलते हैं, जितना कि अमेरिका और चाइना दोनों देश मिलाकर भी नहीं दे सकते हैं।
भारत के मंगल मिशन को ऑर्बिट में पहुंचने के लिए सिर्फ 450 करोड़ रुपए लगे।बता दू कि 450 करोड़ रुपए का बजट तो भारतीय फिल्म रोबोट 2.0 से 50 करोड़ कम है। यानी कि फिल्म रोबोट 2.0 का पूरा बजट 500 करोड़ है। जबकि ISRO ने अपना पूरा सेटअप तैयार करके मंगल तक पहुंचने में सिर्फ 450 करोड़ का बजट ही लिया है।
वही यही काम अमेरिका ने 6000 करोड़ में किया था,तो वहीँ मिशन मंगल ने सिर्फ 450 करोड़ के बजट में अपना पूरा काम किया। लेकिन यही काम NASA ने 6000 करोड़ के बजट में अपने मंगल मिशन को कामयाब किया। मैं आपको बता दूं कि 6000 करोड़ के बजट के सामने ISRO का बजट 450 करोड़ है, जो कि बहुत ही कम है।
भारत के इसी प्रशंसा करने वाले काम को बॉलीवुड ने फिल्म के माध्यम से लोगों को बताने की कोशिश की है। अक्षय कुमार की फिल्म मंगल मिशन 15 अगस्त को रिलीज होने जा रही है। जिसमें ISRO के मंगल मिशन के बारे में बताया गया है और यह भी बताया है कि ISRO के वैज्ञानिक कैसे कम बजट में बड़े बड़े कामों को अंजाम दे जाते हैं जो की बहुत ही असंभव सा लगता है।
मिशन मंगल की सफलता से पूरी दुनिया हैरान है कि इतने कम बजट में कोई मंगल पर कैसे पहुंच सकता है क्योंकि हॉलीवुड में देखे तो इससे 5 या 6 गुना तो फिल्म का बजट होता है। इसरो की इसी सफलता को दिखाने के लिए भारतीय अभिनेता अक्षय कुमार राकेश धवन के किरदार को निभाएंगे।
बॉलीवुड में ऐसी फिल्में बहुत दिनों के बाद रिलीज हो रही है। यह फिल्म 15 अगस्त 2019 को रिलीज होने जा रही है।यह फ़िल्म देख कर जान सकते हैं कि हमारे देश के ISRO ने किस तरीके से काम किया है। और कैसे सफलता पाई है।