★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{उपमुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने शरद पवार से बता दिया था कि तीन दल मिलकर स्थिर सरकार नही दे सकते,महीनें भर चर्चा चली नही निकला कोई नतीजा}

[एनसीपी प्रमुख की बेटी सुप्रिया सुले ने लिखा अजित ने परिवार व पार्टी तोड़ा,संजय राउत ने कहा कि सत्ता व पैसे के दम पर हुआ खेल]
(बीजेपी नेता चंद्रकांत पाटिल ने कहा संजय राउत ने शिवसेना को बर्बाद कर दिया,अब कम से कम चुप रहना चाहिए)
♂÷महाराष्ट्र में भाजपा और एनसीपी के विधायकों के समर्थनपत्र देने से राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी ने आज सुबह आठ बजे फडणवीस को मुख्यमंत्री तो एनसीपी विधायक दल के नेता अजित पवार को उपमुख्यमंत्री पद की शपथ दिलवाई जिससे एक माह पूरे होने पर अन्ततः सरकार बन गई है। महाराष्ट्र की राजनीति में शनिवार सुबह सबसे बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने देवेंद्र फडणवीस को सीएम शपथ दिलाई दी है। वहीं अजित पवार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली है। भाजपा कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाना शुरू कर दिया है।इस अप्रत्याशित राजनीतिक धमाके के बाद महाराष्ट्र से लेकर दिल्ली तक पोलिटिकल पारा हाई हो चुका है।शपथ लेने के बाद सरकार उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि मैंने स्थाई सरकार देने के लिए फैसला लिया है। मैंने शरद पवार को सबकुछ पहले बता दिया था तीन दल मिलकर स्थिर सरकार नहीं बन सकते हैं।उन्होंने कहा कि महीने भर चर्चा चली, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला।एनसीपी प्रमुख शरद पवार की बेटी व राज्यसभा सांसद सुप्रिया सुले ने ट्वीट करके कहा कि पार्टी और परिवार टूटा।
महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि मतदाताओं ने भाजपा-शिवसेना गठबंधन को वोट दिया था और हमें 161 विधायक मिले, लेकिन शिवसेना ने जनादेश को धोखा दिया। पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद से उन्होंने विकल्प के बारे में बात करना शुरू कर दिया था। ढाई-ढाई साल के फॉर्मूले की बात होने लगी थी। चंद्रकांत ने कहा कि अब संजय राउत को कम से कम चुप रहना चाहिए, उन्होंने शिवसेना को बर्बाद कर दिया है।
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि अजित पवार वकील से मिलने के बहाने बाहर गए थे। सत्ता और पैसे के दम पर पूरा खेला हुआ है। अजित पवार नजर नहीं मिला पा रहे थे, अंधेरे में अजित पवार ने डाका डाला है। अजित पवार और उनके साथियों ने छत्रपति शिवाजी का नाम बदनाम कर दिया है। आज सुबह दो बार उद्धव ठाकरे से शरद पवार की बात हुई थी।
कुल मिलाकर महाराष्ट्र में इस समय राजनीतिक माहौल गर्म हो चुका है और लाख टके का सवाल है कि 30 नवम्बर को फडणवीस सरकार कितने विधायकों के समर्थन के जरिये बहुमत हासिल कर पायेगी की नही।या फिर शरद पवार उद्धव व कांग्रेस के दावे के अनुसार तीनों दलों की सरकार बनेगी और उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बनकर सरकार का नेतृत्व करेंगे।