(आलोक तिवारी)
(मथुरा)
√ गोस्वामी समाज के लोगों ने मन्दिर के गर्भ गृह के समक्ष प्रदर्शन कर अधिकारियों के समक्ष जताया विरोध
लाडली मंदिर बरसाना की स्व.हरवंश गोस्वामी की छह माह की सेवा को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है।
आज दोपहर मे डेढ़ घंटे मंदिर बंद रहा वही शाम को समय से पहले मंदिर के पट खोल दिए गए लेकिन राधाजी के दर्शन गर्भग्रह के अंदर दूर से कराने के चलते श्रद्धालुओं को राधाजी के दर्शन नहीं हो पा रहे थे।
दूसरी तरफ कोर्ट के आदेश पर स्व. हरवंश गोस्वामी के निकटतम संबंधी योगेश शर्मा को सेवा दिलाने पहुंचे एसडीएम गोवर्धन, सीओ गोवर्धन, तहसीलदार ने गोस्वामी समाज के लोगों से मंदिर परिसर व थाना परिसर में वार्ता करके समझने का प्रयास किया लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो सका।
अब गोवर्धन तहसील के सभी अधिकारी, उच्चाधिकारियों से वार्ता करके कोर्ट के आदेश को किस तरह से पालन कराया जाए को लेकर देर शाम तक मंथन करते रहे। शांति व्यवस्था बनाने के लिए मंदिर में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
बरसाना के विश्व प्रसिद्ध लाडलीजी मंदिर में हरवंश गोस्वामी की छह माह की सेवा को लेकर योगेश बनाम दाऊजी केस में महत्वपूर्ण फैसला अपर सिविल जज (जूनियर डिवीजन) न्यायालय 02 सत्यप्रकाश तिवारी ने दिया है कि जिसमें कोर्ट ने हरवंश गोस्वामी के पिता रामनारायण के सगे भाई गंगाधर की बेटी के नाती को योगेश व ब्रजराज को हरवंश गोस्वामी का निकटतम वंशज मानते हुए सेवा करने का अधिकार प्रदान किया है। साथ ही अन्य प्रतिवादी गणों को आदेशित किया है कि वे ठा. लाडलीजी महाराज की सेवा करने में किसी भी प्रकार का हस्तक्षेप नहीं करेंगे। इस सबंध में कोर्ट ने एसओ बरसाना को योगेश शर्मा को मंदिर की सेवा हस्तानांतरण करने के आदेश दिए हैं। इसके बाद पुलिस की रिपोर्ट पर डीएम मथुरा ने एसडीएम गोवर्धन, सीओ गोवर्धन व तहसीलदार गोवर्धन को इस संबंध में कार्यवाही करने के आदेश दिए हैं कि योगेश शर्मा को सेवा दिलाई जाए।
लाडलीजी मंदिर की सेवा वर्तमान में सुरेश चंद गोस्वामी के परिवार के लोग कर रहे हैं। जबकि दाऊजी गोस्वामी ने अपनी सेवा की अवधि समाप्त होने पर अक्षय राम थोक के सेवायतों को हरवंश गोस्वामी के हिस्से की सेवा सौंप दी। उस समय पुलिस व एसडीएम के समक्ष तय हुआ था कि जो भी कोर्ट का आदेश ले आएगा उसको थोक के लोग सेवा सौंप देंगे।
अपर सिविल जज (जूनियर डिवीजन) न्यायालय 02 के न्यायधीश सत्यप्रकाश तिवारी के आदेश का पालन कराने के लिए आज दोपहर एसडीएम गोवर्धन नीलम श्रीवास्तव, सीओ गोवर्धन आलोक कुमार, तहसीलदार गोवर्धन मनीष कुमार, थाना प्रभारी इंस्पेक्टर अरविंद निर्वाल मय पुलिस फोर्स के वहां पहुंचे। इस अवसर पर दोनों पक्षों के लोग मंदिर में उपस्थित रहे। गोस्वामी समाज के लोगों ने कहा कि सेवा कोई दूसरा नहीं कर सकता है। यह उनकी परम्परा है। हम किसी भी कीमत में सेवा नहीं देंगे। इसके बाद दोनों पक्षों के लोगों को थाना में वार्ता के लिए बुलाया गया लेकिन गोस्वामी समाज के लोग सेवा देने के लिए सहमत नहीं हुए। विवाद को देखते हुए आज सुबह 11 बजे से मंदिर के पट डेढ घंटे के लिए बंद रहे। वहीं थाने में हुई वार्ता के बाद मंदिर के सेवायतों ने लाडलीजी मंदिर के पट शाम को आधा घंटे पहले ही खोल दिए। इस दौरान मंदिर के दर्शन गर्भ गृह में होने से श्रद्धालुओं को राधाजी के दर्शन करने में परेशानी हुई।
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उधर कोर्ट के निर्णय के बाद बरसाना के गोस्वामी समाज के लोगों के समर्थन में आज नंदगांव व वृंदावन के गोस्वामी समाज के लोग लाडलीजी मंदिर व प्रशासनिक अधिकारियों से वार्ता के लिए पहुंचे। सभी गोस्वामी जनों ने कहा कि वे परम्परा के विरूद्ध कोई कार्य नहीं करेंगे।
मंदिर प्रांगण में प्रदर्शन करने वालों में कृष्णा गोस्वामी, मोहनश्याम गोस्वामी, , ओम प्रकाश गोस्वामी , बलराम गोस्वामी, ध्रुर्वेश गोस्वामी , रासबिहारी गोस्वामी , कन्हैया गोस्वामी , भरत गोस्वामी, नीरज गोस्वामी, मुरारी गोस्वामी, दीपक गोस्वामी, मोंटू गोस्वामी आदि थे।
(मंदिर की सेवा पूजा विवादों के निपटारे को बने सर्वसमाज की कमेटी
लाखों के चढ़ावे के चलते हो रहा है मर्यादाओं का उल्लंघन)
श्री लाड़ली जी महाराज मंदिर की सेवा-पूजा को लेकर एक बार फिर नया विवाद सामने आया है। सेवा-पूजा से जुड़े इन विवादों ने श्रद्धालुओं की भावनाओं को आहत किया है और मंदिर की गरिमा पर गंभीर प्रश्न खड़े कर दिए हैं।
मंदिर के संस्थापक और लाड़ली जी प्राकट्यकर्ता ब्रजाचार्य श्री नारायण भट्ट जी द्वारा स्थापित परंपराओं और मर्यादाओं का पालन न होने से न केवल बरसाना, बल्कि अष्टसाखियों के परिकर की पवित्रता और प्रतिष्ठा को ठेस पहुंच रही है। सेवा-पूजा की मर्यादा भंग करने के पीछे मंदिर पर चढ़ावे से होने वाली करोड़ों की कमाई को लेकर संघर्ष बताया जा रहा है। सेवायतों के बीच इस विवाद से मंदिर की गरिमा और परंपराओं का महत्व गौण होता दिख रहा है। परंपराओं की रक्षा के लिए समिति गठन की मांग कस्बेवासी कर रहे हैं। बरसाना और अष्टसाखियों के निवासियों ने जिला प्रशासन और नगर पंचायत से आग्रह किया है कि मंदिर की गरिमा, मर्यादा और परंपराओं को बहाल करने के लिए ब्रजाचार्य पीठ की अगुवाई में एक संचालन समिति का गठन किया जाए।
यह समिति सुनिश्चित करेगी कि सेवा-पूजा ब्रजाचार्य श्री नारायण भट्ट जी द्वारा स्थापित परंपराओं के अनुसार हो और किसी भी प्रकार के विवाद पर स्थायी रूप से विराम लगाया जा सके।
श्रद्धालुओं की भावनाओं का सम्मान आवश्यक,श्रद्धालुओं का कहना है कि मंदिर के विवाद न केवल उनके विश्वास को आहत करते हैं, बल्कि ब्रज की पवित्रता को भी प्रभावित करते हैं। लोगों ने मांग की है कि सेवा-पूजा के संचालन में पारदर्शिता लाई जाए और मंदिर की आय-व्यय का सार्वजनिक रिकॉर्ड तैयार किया जाए ताकि धनालोभ से जुड़े विवाद समाप्त हो सकें निष्कर्ष,श्री लाड़ली जी महाराज मंदिर ब्रजमंडल की सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान है। ऐसे में इसकी परंपराओं और मर्यादाओं को अक्षुण्ण बनाए रखना सभी की जिम्मेदारी है। ब्रजाचार्य पीठ की अगुवाई में संचालन समिति के गठन से न केवल विवाद समाप्त होंगे, बल्कि मंदिर की गरिमा और श्रद्धालुओं की भावनाओं का भी संरक्षण होगा।