(मुकेश शर्मा)
(ग्वालियर)
√ 500 वर्ष पुराने काल भैरव के मंदिर सहित जनक ताल के अस्तित्व को खतरा
√ तत्कालीन तहसीलदार शिकायत कर्ता से बोले आपको क्या दिक्क़त है आप भी मकान बनालो
ग्वालियर नगर निगम के वार्ड नंबर 1 बहोड़ापुर जनकताल के आसपास इतिहासिक अमरा पहाड़ी पर भू माफिया ने बलात कब्जा कर 150 से अधिक भवन खड़े करलिए हैं। बहोड़ापुर मे अमरा पहाड़ पर
वन विभाग की बैस कीमती भूमि पर भू माफिया की काली नजर पड़ गई है.भू माफिया ने अमरा पहाड़ पर नगर निगम,राजस्व ओर वन विभाग से साँठ गाँठ कर पूरी की पूरी कॉलोनी काट दी है।इतना ही नहीं पहाड़ पर होरहे तावड़ तोड़ अतिक्रमण के कारण 500 वर्ष से अधिक पुराने ऐतिहासिक काल भैरव मंदिर एवं जनकताल के अस्तित्व पर खतरा मड़राने लगा है।
क्योंकि अतिक्रमण कारियों ने अमरा पहाड़ी के आसपास पूरी तरह अतिक्रमण करके आलिशान भवन बनालिये हैं।कुछ अतिक्रमकों ने एक मजार भी बनाली है जिससे सामाजिक सौहार्द विगड़ने से इंकार नहीं किया जा सकता है अमरा पहाड़ी पर कब्जा कर अपने भवन बनाने ओर सैकड़ों भूखंड बेचने बालों भू माफियाओं में महमूद तालेवाले,भारत सिंह गुर्जर,साहब सिंह गुर्जर के अलावा कल्ली गुर्जर प्रमुख हैं ।
महमूद ताले वाले ने महमूद नगर के नाम से कॉलोनी बसा रखी है। इस कॉलोनी में नगर निगम ने जहां पानी सप्लाई के लिए नल के कनेक्सन दे रखे हैं ओर विजली विभाग ने विद्धूत पोल लगाकर विजली के कनेक्सन भी दे दिये हैं।जो नगर निगम ओर विजली विभाग फ़ार्म फोर कॉलोनी में बगैर सुविधा शुल्क के कनेक्शन नहीं देते उन्होंने वन विभाग की भूमि पर बने इन 150 से अधिक मकानो में कनेक्शन कैसे दे दिये?क्योंकि इस कॉलोनी में न तो किसी के पास रजिस्ट्री है न भवन निर्माण की अनुमति है ओर न नुजूल की परमिशन।इस अतिक्रमण की वन विभाग साहित सभी संबंधित विभागों को शिकायत की गई पर किसी ने कोई कार्रवाई नहीं की उलटे एक तत्कालीन तहसीलदार ने शिकायत करता से कहा कि आपको क्या आपत्ति है आप भी बनालो काहे को फ़ालतू लफड़े में पड़ते हो।इस बात से ये शिद्ध होता है कि एतिहासिक महत्व के इस अमरा पहाड़ का अस्तित्व मिटाने में भू माफिया को राजनैतिक एवं प्रशासनिक दोनों का संरक्षण प्राप्त है।
√ अमरा गुरु से जुड़ा है अमरा पहाड़ का नाम
आल्ह खंड में महोवा के सैनापति आल्हा,ऊदल,मलखान साहित बनाफरों के गुरु के रूप में गुरु अमरा का उल्लेख है। मान्यता है कि गुरु अमरा इसी पहाड़ पर काल भैरव ओर देवी की उपासना करते थे,देवी का मंदिर भी काल भैरव के मंदिर से थोड़ी दूरी पर स्थित है।पहाड़ को अगर ऊपर से देखा जाये तो बड़ा ही मनमोहक दृश्य नजर आता है जिसे सरकार चाहे तो पर्यटन स्थल के रूप में विकसित कर सकती है।
आसिफ अली,पार्षद वार्ड क्रमांक एक नगर निगम ग्वालियर का कहना है कि मेरा तो लगभग आधा वार्ड वन विभाग की भूमि पर बसा है,जहां तक अमरा पहाड़ी पर कब्जे की बात है तो बो पुराना है अभी का नहीं।