(आलोक तिवारी)
(मथुरा)
सपा की अखिलेश यादव सरकार में मथुरा के जवाहर बाग कांड में एक सीओ सिटी और इंस्पेक्टर हुए थे बलिदान
समाजवादी पार्टी की अखिलेश यादव सरकार के कालखंड में मथुरा में हुआ चर्चित जवाहर बाग कांड आज तक मथुरा के लोगों के दिलों से नहीं भुलाया जा सका है।
जिसने भी वो मंजर अपनी आंखों से देखा था उसे कई रातों तक नींद नहीं आई थी। उस भयानक कांड में पुलिस प्रशासन ने अपने दो जांबाज़ सूरमाओं का बलिदान देकर उस रामबृक्ष यादव नाम के आतंक का सफाया किया था।
मालूम हो कि अखिलेश यादव सरकार में मथुरा के जवाहर बाग में रामबृक्ष यादव द्वारा दो दिन का सत्याग्रह करने के नाम पर इजाज़त लेकर डेरा जमाया था।
धीरे धीरे उसके गुर्गों का आतंक उस क्षेत्र में बढ़ने लगा, प्रशासन से जवाहर बाग को खाली कराने की लोगों ने अपील की ,पर समाजवादी पार्टी की सरकार होने के कारण लोगों की एक ना चली तो मामला हाई कोर्ट तक जा पहुंचा। हाई कोर्ट ने सख्त आदेश जारी कर जवाहर बाग को खाली कराने का आदेश पारित कर दिया।जिस पर प्रशासन द्वारा जवाहर बाग को खाली कराने की तैयारी की गई।
उसके बाद सीओ सिटी मुकुल द्विवेदी स्थिति का जायजा लेने के लिए मय फोर्स के जवाहर बाग पहुंचे थे।
इसी दौरान रामबृक्ष यादव के गुर्गों ने अचानक पुलिस टीम पर असलहों से हमला कर दिया जिसमें पुलिस टीम के सीओ सिटी मुकुल द्विवेदी और इंस्पेक्टर संतोष यादव वीरगति को प्राप्त हो गए।
पुलिस के उच्चाधिकारियों ने अपने अधिकारियों की मौत की खबर सुन पूरे जवाहर बाग को घेर लिया फिर वहां जो मंजर हुआ उसे आज तक भुलाया नहीं जा सका।
इस पूरे घटना क्रम में पुलिस के चालीस से अधिक जवान घायल हुए और 27 लोगों की जान गई थी।
इस मामले पर सत्ता की राह तलाश रही भाजपा ने इस कांड को जमकर भुनाया और समाजवादी पार्टी की अखिलेश यादव सरकार को सत्ता से बेदखल कर सत्ताधीश बन बैठी।
आज उन्हीं वीरगति प्राप्त पुलिस के दिवंगत सीओ सिटी मुकुल द्विवेदी और इंस्पेक्टर संतोष यादव की स्मृति में पुलिस लाइन मथुरा में श्रद्धांजलि सभा आयोजित कर पुष्पांजलि अर्पित की गई।
मथुरा के तमाम आलाधिकारियों ने पुलिस लाइन पहुंच कर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार के नेतृत्व में दो मिनट का मौन धारण कर दोनों बलिदानियों को श्रद्धा सुमन अर्पित कर उनके प्रति विचार व्यक्त किए।