(मुकेश सेठ)
(मुम्बई)
कलेक्टर की पत्नि,भाई और कई लोगों पर घर में घुसकर मारपीट, अश्लील हरकत के साथ लूटपाट के लगे हैं गंभीर आरोप
पीड़िता संजू तिवारी का सीधा आरोप कि कलेक्टर और राजनीतिक रसूख के आगे प्रशासन है नतमस्तक
पीड़िता ने पुलिस को सारे साक्ष्य-सबूत उपलब्ध कराये, फिर भी सही धाराओं में नहीं किया मामला दर्ज
मध्यप्रदेश में कमलछाप दल के भाजपाई मुख्यमंत्री मोहन यादव की सरकार होने के बाद भी ऐसी घटनाएं सामने आ रही है कि जो औरों से अलग पार्टी और सुशासन के दावे को धूल धूसरित करने का ही काम कर रही है।
ऐसा ही एक मामला विगत दिनों महाराज पुरा थाना अंतर्गत सामने आया है जिसमें कि हंगामा मचना तय है।
बताया जाता है कि उक्त थाना क्षेत्र अंतर्गत निवासिनी पीड़िता संजू तिवारी पत्नी गिर्राज तिवारी थाने पहुंचकर पुलिस को दी गई लिखित शिकायत में बताती है कि टीकमगढ कलेक्टर अवधेश शर्मा की पत्नी स्नेहा शर्मा और उनके भाई एवं 10-12 अन्य लोग मेरे घर में जबरन घुसे,उस समय मैं नहाकर ही निकली थी, तभी इन सभी लोगों ने मिलकर मुझे मारा-पीटा एवं अश्लील गालियां दी। मेरे पिताजी को भी मारने लगे जिसके बाद मैं चिल्लाई तो आसपास के लोग एकत्रित होने लगे जिससे वह लोग डर से वहां से भाग गये।
जाने से पहले उन्होंने मेरी चेन छीन ली और मेरे साथ अश्लील हरकतें की। जिस पर थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई और धारा 452,323, 294, 506 एवं 34 के तहत अपराध दर्ज किया गया।
पीड़िता ने बताया कि घटना के दौरान उसके साथ अश्लील हरकत हुई व उसकी चेन छीनी गई बावजूद इसके इसकी कोई भी धारा पुलिस द्वारा उनके ऊपर नहीं लगाई गई है।
जिसकी जानकारी मैने पुलिस महानिरीक्षक ग्वालियर,जिलाधिकारी ग्वालियर, पुलिस अधीक्षक ग्वालियर को लिखित आवेदन देते हुए सूचित कर दिया है।
आश्चर्य इस बात का है कि मैंने पुलिस को सीसीटीव्ही फुटेज भी उपलब्ध कराये है लेकिन इसके बावजूद भी पुलिस ने कमजोर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। इसी का परिणाम है कि आरोपी बगैर डर के रह रहे हैं।
पीड़िता का कहना है कि संबंधित आरोपी के पति बड़े पद पर और रसूखदार है इस कारण मुझे उचित न्याय नहीं मिल पा रहा है। स्नेहा तिवारी का कहना है कि मैंने पुलिस को वह ऑडिय़ो भी उपलब्ध कराये, जिसमें मेरे पति को भद्दी-भद्दी गालियां दी गई है।वहीं पुलिस की निष्क्रियता व दबंगों के खौंफ के डर से पीड़िता दहशत में जीने के लिए मजबूर है।
उधर इस बाबत जब कलेक्टर अवधेश शर्मा से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होने फ़ोन कॉल रिसीव नहीं किया और न ही वाट्सअप पर पूछे गए सवाल का भी जवाब नहीं दिया। जिसके चलते इनका पक्ष नही जाना जा सका।