★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
[मुख्यमंत्री ठाकरे ने स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे,भंडारा जिले के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक से बात कर दोषियों के खिलाफ कड़े कदम उठाने को कहा]
{महाराष्ट्र के भंडारा जिला चिकित्सालय में शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी आग में 10 मासूमों की मौत ने पकड़ा राजनीतिक तूल,बीजेपी ने बोला हमला}
(विधानपरिषद में नेता विरोधी दल प्रवीण दरेकर ने कहा 10 मासूमों की मौत मर्माहत करने वाली है सरकार दोषियों के खिलाफ करे कड़ी कार्रवाई)
[बीजेपी विधायक राम कदम ने ठाकरे सरकार पर बरसते हुए बोले कि 10 मासूमों व माताओं की चीखें अगर सुनाई दे रहीं हैं तो स्वास्थ्य मंत्री को नैतिकता के आधार पर दे देना चाहिए इस्तीफा]
♂÷महाराष्ट्र के भंडारा सरकारी जिला चिकित्सालय में शॉर्ट सर्किट से लगी आग में 10 मासूमों की दर्दनाक मौत हो जाने से परिजनों में दुःख व्याप्त हो गया है तो वहीं मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे से बात कर पूरी घटना की जाँच के निर्देश दिए हैं तो भंडारा जिले के कलेक्टर,पुलिस अधीक्षक से भी घटना की जाँच कर एक्शन लेने को कहा है।
कहा जा रहा है कि अस्पताल में अग्निशमन यंत्र नही लगा हुआ है इसके लिए अस्पताल ने प्रशासन को 6 माह पूर्व पत्र लिखकर जानकारी देते हुए लगवाने की बात कही थी,इस घोर लापरवाही ने आज दस मासूमों को मौत और माँ-बाप की दुनियां सूनी कर दी।
उधर इस हृदयविदारक घटना पर प्रमुख विपक्षी दल भाजपा सूबे की महाविकास अघाड़ी की उद्धव ठाकरे सरकार पर जमकर हमलावर होते हुए स्वाथ्य मन्त्री से इस्तीफ़ा देने की बात कही है।
मालूम हो कि दिन में भंडारा जिला चिकित्सालय में शॉर्ट सर्किट की वज़ह से भयंकर आग लगने की वज़ह से नवजात बालक अर्भक समेत दस मासूमों की दर्दनाक मौत हो गयी है।
विधान परिषद के विरोधी दल के नेता प्रवीण दरेकर ने इस घटना को लेकर उद्धव सरकार के ऊपर जमकर हमला बोला।बीजेपी नेता दरेकर ने कहा कि आज की घटना बेहद दुःखद है, सरकार को तुरंत दख़ल देकर पीड़ितों को सहायता मुहैया करवाने के साथ दोषी लोगों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
विरोधी पक्ष नेता ने आगे कहा कि आग से दस नवजात बच्चों की मौत बेहद मर्माहत करने वाली है।
उधर बीजेपी विधायक रामकदम ने उद्धव सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि मासूमों की दर्द भरी किलकारियां सुनकर,माताओं की चीखें सुनकर अगर जिम्मेदार मंत्रियों की आत्मा नही रोइ,इंसानियत नही जागी तो ऐसे मन्त्री पदों पर बैठे लोगों को नैतिक रूप से इस्तीफ़ा दे देना चाहिए।
उधर दिनभर भंडारा जिला अस्पताल पर परिजनों की रोने,चीखने की वजह से माहौल ग़मगीन रहा तो वहीं पूरा सरकारी अमला मौके पर जुटा रहा।
उधर भंडारा जिला चिकित्सालय पर दिनभर नवजात मृतक मासूमों के परिजनों की चीख़ पुकार सुनकर हर किसी की आँखे बरस जा रही थी तो वहीं पर कलेक्टर एसपी समेत पूरे सरकारी अमला राहत कार्य में लगा रहा।मुख्यमंत्री कार्यालय से लेकर स्वास्थ्य मंत्री ख़ुद सारी कार्रवाइयों पर नज़र रख रहे हैं।
चर्चा है कि कल स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे घटनास्थल भंडारा जिला चिकित्सालय का दौरा कर सकते हैं।
दूसरी तरफ़ हैरतअंगेज बात यह है कि भंडारा अस्पताल में अग्निशमन संयंत्र अभी तक नही लगा था,इसके लिए जिला अस्पताल ने प्रशासन को 6 माह पहले ही पत्र लिखकर लगवाने की मांग की थी।