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एडमिरल बिमल वर्मा और एडमिरल करमबीर सिंह।
31 मई को सुनील लांबा के बाद एडमिरल करमबीर सिंह नौसेना प्रमुख बनेंगेसरकार ने कहा कि चीफ एडमिरल की नियुक्ति में वरिष्ठता ही मापदंड नहीं
नई दिल्ली. रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को वाइस एडमिरल बिमल वर्मा की अपील खारिज कर दी। एडमिरल वर्मा ने सरकार पर उनकी अनदेखी करने और उनसे जूनियर अधिकारी को चीफ एडमिरल बनाने के फैसले पर सवाल उठाया था। रक्षा मंत्रालय के समक्ष यह याचिका 10 अप्रैल को दायर की गई थी।
एडमिरल वर्मा के मुताबिक वह नेवी में सबसे ज्यादा वरिष्ठ हैं। मगर उन्हें नजरअंदाज करके वाइस एडमिरल करमबीर सिंह को नौसेना का अगला प्रमुख नियुक्त किया गया है। रक्षा मंत्रालय की संयुक्त सचिव ऋचा मिश्रा ने स्पष्ट किया कि सेवा प्रमुखों की नियुक्ति में वरिष्ठता एक महत्वपूर्ण मापदंड है, लेकिन यह एकमात्र नहीं है, जिस पर चयन किया जा सके। इससे पहले हुई नियुक्तियों में भी ऐसा हुआ है।
एडमिरल वर्मा अन्य मानदंडों में अनुपयुक्त पाए गए
रक्षा मंत्रालय ने अपने आदेश में कहा, ”केंद्र सरकार ने नेवी प्रमुख का चयन बड़ी सावधानी से किया है। सरकार ने एडमिरल विमल वर्मा की मेरिट को भी देखा है। चयन को लेकर निरंतर चलने वाले अभ्यास और उसके पैरामीटर पर भी उन्हें परखा है। इसके बाद किए गए मूल्यांकन में एडमिरल वर्मा को सबसे सीनियर अधिकारी माना गया, लेकिन नौसेना के प्रमुखों की नियुक्ति के अन्य मानदंडों के लिए वे अनुपयुक्त पाए गए।”
एडमिरल वर्मा नए कमांडर इन चीफ होंगे
संयुक्त सचिव ऋचा मिश्रा ने कहा कि सरकार अपने फैसले से संतुष्ट है।कोई असंतोष नहीं है। सरकार ने वाइस एडमिरल करमबीर की नियुक्ति में सभी पक्षों पर विचार करने के बाद ही निर्णय लिया है। 31 मई को वर्तमान नौसेना प्रमुख सुनील लांबा सेवानिवृत्त हो रहे हैं। इनके बाद एडमिरल करमबीर सिंह अगले नेवी चीफ होंगे।