★दीपनारायण सिंह★
★केराकत(जौनपुर)★
{लेखपाल संघ भी दो दिन से है धरना प्रदर्शनरत,दोनो संगठनों के लोगो द्वारा धरना प्रदर्शन की वजह से कार्य हो गया है ठप}
[अधिवक्ताओ ने कहा जब तक आरोपी लेखपाल गिरफ्तार नही किया जाता तब तक चलेगा प्रदर्शन, यही शर्त लेखपालों ने भी दोहराई]

अधिवक्ता और लेखपाल के बीच हुए मारपीट के मामले में आरोपी लेखपाल सन्तोष कुमार गिरी की बर्खास्तगी और गिरफ्तारी की मांग को लेकर अधिवक्ताओं ने भी शुक्रवार से तहसील परिसर में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।
उधर लेखपाल संघ दो दिन पहले से ही अधिवक्ताओं के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रहा है।
दोनों संगठनों के धरना प्रदर्शन से तहसील के कामकाज पूरी तरह ठप्प हो गया है। जिसके चलते वादकारियों को खासा परेशानी उठानी पड़ रही है। वहीं अनेक अधिकारियों और कर्मचारियों की मौज कट रही है। शुक्रवार को अधिवक्ताओं और लेखपालों ने एसडीएम कार्यालय के सामने अगल बगल बैठकर एक दूसरे के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया और नारेबाजी की।
एहतियात के लिए कुछ पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई थी। धरना प्रदर्शन में अधिवक्ताओं ने कहा कि जब तक आरोपी लेखपाल को बर्खास्त और गिरफ्तार नहीं किया जाता तब तक वे धरना प्रदर्शन करते रहेंगे। यही बात लेखपाल यूनियन ने भी कहा। दूसरी ओर सीओ ने लेखपाल सन्तोष गिरी की पिटाई से घायल अधिवक्ता हवलदार राम का बयान दर्ज किया। हवलदार ने सन्तोष पर एससी एसटी का मुकदमा दर्ज कराया है।
अधिवक्ताओं के धरना प्रदर्शन में यूनियन के अध्यक्ष देवनाथ मिश्रा, लालबहादुर यादव, रजनीकांत श्रीवास्तव, महेन्द्र शंकर पाण्डेय, नमहनाथ शर्मा, संजय चौबे, राजेश पाण्डेय, ज्ञान पाण्डेय आदि तथा लेखपालों के धरना प्रदर्शन में यूनियन के अध्यक्ष जनार्दन यादव, सतीश कुमार, बीरेन्द्र प्रताप, अखिलानंद शर्मा, रेणू कुमारी, सुनील त्रिपाठी, त्रिभुवन यादव आदि रहे।