★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा कि मेट्रो कार शेड परियोजना के काम को रोकने का आदेश दिया किन्तु मेट्रो का काम नही रुकेगा}
[मुख्यमंत्री के रूप में पहली बार मंत्रालय पहुँचे उद्धव ने अधिकारियों से कहा कि करदाताओं के पैसे का अच्छे तरीके से हो उपयोग]
(आरेमुद्दे को लेकर चुनाव के दौरान मुखर रहने वाले शिवसेना विद्यायक आदित्य ठाकरे ने कहा इस फ़ैसले से मुम्बई के लोग ख़ुश हैं)
♂÷विधानसभा चुनाव के दौरान शिवसेना काँग्रेस द्वारा आरे कालोनी में मेट्रो कारशेड बनाने के लिए पेड़ काटे जाने को लेकर जमकर विरोध किया था व शिवसेना ने वादा किया था कि सरकार में आने पर इस पर रोक लगायेगी।जिस पर आज शुक्रवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि अधिकारियों से मिलने के बाद मैंने आज आरे मेट्रो कार शेड परियोजना के काम को रोकने का आदेश दिया है। मेट्रो का काम नहीं रुकेगा लेकिन अगले निर्णय तक आरे का एक भी पत्ता नहीं कटेगा।
सीएम ठाकरे ने कहा कि मैं महाराष्ट्र का शायद ऐसा पहला मुख्यमंत्री हूं, जिसका जन्म मुंबई में हुआ। मैं अनपेक्षित रूप से मुख्यमंत्री बना इस जिम्मेदारी से भागना नहीं चाहता। मैंने यह घोषणा नहीं की थी कि मैं मुख्यमंत्री बनूंगा। उद्धव ने पूर्व सीएम फड़नवीस पर कटाक्ष करते कहा, जिन्होंने कहा था कि वह मुख्यमंत्री के रूप में वापसी करेंगे।
सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि आरे कार शेड पर रोक लगाई है, मेट्रो परियोजना पर नहीं। मैंने आरे कार शेड के काम पर रोक लगा दी है, अगले नोटिस तक आरे में एक भी पत्ता नहीं काटा जाएगा। आरे में रातोंरात पेड़ों का कटा जाना स्वीकार्य नहीं।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैं पहली बार मंत्रालय में हूँ। मैंने सिर्फ सचिवों के साथ बैठक की और हमने एक-दूसरे से परिचय किया। मैंने उनसे कहा कि करदाताओं के पैसे का सबसे अच्छे तरीके से उपयोग करें, और यह बर्बाद नहीं होना चाहिए।
शिवसेना विधायक आदित्य ठाकरे ने कहा कि इस फैसले से मुंबई के लोग खुश हैं। मुंबई के सभी लोग इस फैसले से खुश हैं। विकास कार्य जारी रहेंगे लेकिन पर्यावरण को हो रहे नुकसान को रोका जाएगा।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शहर की आरे कालोनी में मेट्रो कार शेड (मेट्रो कोच रखरखाव स्थल) के निर्माण पर शुक्रवार को रोक लगाने की घोषणा की। पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने पिछले महीने यहां काम के लिये पेड़ काटे जाने के विरोध में प्रदर्शन किया था।
मंत्रालय में मुख्यमंत्री के तौर पर पदभार ग्रहण करने के ठीक बाद पत्रकारों से बात करते हुए ठाकरे ने कहा कि अगले फैसले तक पेड़ का एक पत्ता भी नहीं काटा जाएगा। उच्चतम न्यायालय की एक पीठ ने पिछले महीने आरे कालोनी इलाके में पौधरोपण, प्रतिरोपण और पेड़ों के गिराए जाने की तस्वीरों के साथ एक स्थिति रिपोर्ट तलब की थी।
बंबई उच्च न्यायालय ने चार अक्टूबर के अपने आदेश में आरे कालोनी को वन घोषित करने से इनकार करते हुए हरित क्षेत्र में मेट्रो कार शेड बनाने के लिये 2600 से ज्यादा पेड़ों को काटने के नगर निगम के फैसले को रद्द करने से भी इनकार कर दिया था।