★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री रेड्डी ने प्रशासन को दिए आदेश तोड़ दिया जाए पूर्व मुख्यमंत्री कका आवास,मंगलवार से शुरू हो गया ध्वस्तीकरण}
[नेता प्रतिपक्ष ने बताया इसे बदले की कार्रवाई, चिट्ठी लिख की थी माँग,प्रजा वेदिका को घोषित किया जाए नेता प्रतिपक्ष आवास]
(तेलगुदेशम पार्टी प्रमुख व पूर्व मुख्यमंत्री एन. चन्द्रबाबू नायडू विदेश में मना रहे है सपरिवार छुट्टी)

♂÷आंध्र प्रदेश में सत्ता बदलते ही पूर्व सीएम और तेलुगू देशम पार्टी के मुखिया चंद्र बाबू नायडू की मुश्किलें बढ़ गई हैं।राज्य के नए सीएम वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने एक्स सीएम चंद्रबाबू नायडू के आलीशान घर ‘प्रजा वेदिका’ बिल्डिंग को तोड़ने का आदेश दिया है। मंगलवार से बिल्डिंग तोड़ने का काम शुरू हो गया है जबकि चंद्र बाबू नायडू फिलहाल, ‘प्रजा वेदिका’ में ही रहते हैं और वह इस समय सपरिवार विदेश में छुट्टियां मना रहे है।
बता दें कि चंद्रबाबू नायडू को नई सरकार के इस कार्रवाई का अंदाजा पहले ही हो गया था इसलिए बीते दिनों नायडू की पार्टी तेलगुदेशम की तरफ से मुख्यमंत्री रेड्डी को चिट्ठी लिखकर ‘प्रजा वेदिका’ को नेता प्रतिपक्ष का सरकारी आवास घोषित करने की मांग की थी लेकिन राज्य सरकार ने इससे इनकार कर दिया था।

बीते शनिवार को ही वाईएसआर कांग्रेस पार्टी की सरकार ने एन. चंद्रबाबू नायडू के अमरावती स्थित आवास प्रजा वेदिका को अपने कब्जे में ले लिया था राज्य सरकार के एक्शन से बौखलाई तेलुगू देशम पार्टी ने इसे बदले की कार्रवाई करार दिया।विपक्ष ने आरोप लगाया कि सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री के प्रति कोई सद्भावना नहीं दिखाई, क्योंकि उनके सामानों को अमरावती के उनके घर उंदावल्ली बाहर फेंक दिया गया।
आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू तब से कृष्णा नदी के किनारे उंदावल्ली स्थित इस आवास में रह रहे थे, जब से आंध्र प्रदेश ने अपना प्रशासन हैदराबाद से अमरावती शिफ्ट किया था, हैदाबाद अब तेलंगाना की राजधानी बन गया है।
प्रजा वेदिका का निर्माण सरकार ने आंध्र प्रदेश राजधानी क्षेत्र विकास प्राधिकरण (एपीसीआरडीए) के जरिए तत्कालीन मुख्यमंत्री चन्द्रबाबू नायडू के आवास के रूप में किया था।
पांच करोड़ रुपये की लागत से बने इस आवास का इस्तेमाल नायडू आधिकारिक कार्यों के साथ ही पार्टी की बैठकों के लिए करते थे।नायडू ने इस महीने के शुरू में मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी को पत्र लिखकर इस ढांचे का उपयोग बैठकों के लिए करने देने की इजाजत मांगी थी, लेकिन जगन सरकार ने प्रजा वेदिका को कब्जे में लेने का निर्णय शुक्रवार को लिया है और घोषणा की कि कलेक्टरों का सम्मेलन वहां होगा। पूर्व मुख्यमंत्री चन्द्र बाबू नायडू इस समय परिवार के सदस्यों के साथ विदेश में छुट्टियां मना रहे हैं।
विदित हो कि दक्षिण में एक दूसरे की पार्टियों के सत्ता में आते ही ऐसे प्रतिशोध की राजनीति व कार्रवाई देखने मे आती रहती है जब चन्द्रबाबू नायडू मुख्यमंत्री थे तब उन्होंने भी वर्तमान मुख्यमंत्री जगन रेड्डी के साथ यही व्यवहार किया था जो आज रेड्डी सरकार में आने के बाद नायडू के साथ दुहरा रहे है।