★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{25 वर्षों तक CM रहे चामलिंग की पार्टी को 14 विधायकों ने छोड़ा,राममाधव की उपस्थिति में 10 हुए भाजपाई,बाकी भी जायेंगे बीजेपी में}
[सिक्किम में बिन विधायकों वाली बीजेपी के पास हो जायेंगे अब 14 MLA,17 विधायकों वाले तमांग है राज्य के मुख्यमंत्री]

♂÷बीजेपी राजनीति से सत्तानीति के मैदान की बड़ी खिलाड़ी बन चुकी है, सिक्किम राज्य में जहाँ उसके एक भी विधायक नही थे।उसने एक झटके में पूर्व मुख्यमंत्री पवन चामलिंग की पार्टी एसडीएफ के 14 विधायकों को पार्टी से त्यागपत्र दिलवा 10 विधायकों को आज कमल थमाकर बीजेपी में शामिल कर लिया है शेष चार भी बीजेपी में इंट्री लेंगे।
आज पवन चामलिंग की पार्टी एसडीएफ के 15 विधायकों में से 10 ने भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव की उपस्थिति में भाजपा ज्वाइन कर ली है।
विदित हो कि 1994 से 2019 तक सिक्किम के मुख्यमंत्री रहे कुमार चामलिंग को छोड़ कर उनकी पार्टी के सभी विधायक भाजपा में शामिल होने वाले हैं।राज्य विधानसभा में सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (SDF) के 15 विधायक थे, जिनमें से 14 ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थामने का फैसला लिया है। इस बड़े राजनीतिक उलटफेर के बाद अब पूर्व सीएम चामलिंग अपनी पार्टी के इकलौते विधायक रह गए हैं। लगातार 25 वर्षों तक सिक्किम के मुख्यमंत्री रहे पवन चामलिंग की पार्टी 2019 विधानसभा चुनाव में बहुमत हासिल नहीं कर पाई थी।
सिक्किम में लोकसभा चुनावों के साथ ही विधानसभा चुनाव कराए गए थे। इस चुनाव के बाद सिक्किम क्रन्तिकारी मोर्चा के प्रेम सिंह तमांग राज्य के मुख्यमंत्री बने। 15 विधायकों के साथ चामलिंग विपक्ष में बैठे थे, वहीं तमांग ने 17 विधायकों के साथ नई सरकार का गठन किया था। ख़बर लिखे जाने तक 15 में से 10 एसडीएफ विधायकों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली थी।
पूर्वोत्तर में तेजी के साथ भारतीय जनता पार्टी साम दण्ड भेद की नीति अमल में लाकर पैर जमाती जा रही है।