★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{अमेरिकी सीनेट के वित्तसमिति के अध्यक्ष चक ग्रासले के कार्यालय द्वारा पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा प्रशासन को 200 मिलियन डॉलर का फ़ंड प्रतिबंधित अल-क़ायदा से ISRA को दिए जाने की बात कही}
[अमेरिकी सहायता संगठन वर्ल्ड विज़न पर आरोप है कि वह इन फंडिंग में है लिप्त,वर्ल्ड विज़न भारत मे भी करता है काम और”इंटरएक्शन” का है सदस्य]
(कश्मीर में भारत के खिलाफ निर्देशित पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के मजहबी और राजनीतिक विंग के साथ करता है काम)
♂÷अमेरिकी संसद समिति ने हाल ही में एक हैरतअंगेज दावा करते हुए रिपोर्ट जारी की है कि राष्ट्रपति बराक ओबामा की सरकार के दौर में जानबूझकर पैन-इस्लामिक प्रतिबंधित आतंकी संगठन अल-क़ायदा के एक सहयोगी को बड़ी फंडिंग की थी।
ओबामा प्रशासन और आतंकी संगठन अलकायदा से जुड़े संगठन की फंडिंग को लेकर अमेरिकी रिपोर्ट में ऐसा सनसनीखेज दावा किया गया है, जिससे अमेरिकी का राजनीति में भूचाल आ सकता है।
अमेरिकी संसद समिति की हाल ही में जारी रिपोर्ट के अनुसार पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के प्रशासन ने जानबूझकर पैन-इस्लामिक प्रतिबंधित आतंकी संगठन अल-कायदा के एक सहयोगी को फंडिग की थी।
रिपोर्ट सीनेट की वित्त समिति के अध्यक्ष चक ग्रासले (आर-आयोवा) के कार्यालय द्वारा ओबामा प्रशासन को 200 मिलियन अमेरिकी डॉलर के अप्रूवल के आधार पर जांच पर आधारित है।
ये फंड एक अमेरिकी सहायता संगठन वर्ल्ड विजन को अल-कायदा से एफीलेटेड इस्लामिक रिलीफ एजेंसी (ISRA) के लिए दिए जाने का आरोप है।
संयोग से, वर्ल्ड विजन भारत में भी काम करता है और ‘इंटरएक्शन’ का सदस्य है, जो अंतरराष्ट्रीय गैर-लाभकारी संगठनों का सबसे बड़ा गठबंधन है। पिछले साल आईएएनएस ने एक बड़े खुलासे में बताया था कि कैसे अमेरिकी सरकार की एजेंसियां पाकिस्तान और मध्य पूर्व में स्थित इस्लामिक चैरिटीज को इंटरएक्शन के जरिए फंडिंग कर रही हैं।
इंटरएशन के टुगेदर प्रोजेक्ट में सबसे विवादास्पद इस्लामिक चैरिटी शामिल हैं, जिसमें हेल्पिंग हैंड फॉर रिलीफ एंड डेवलपमेंट (एचएचआरडी) शामिल है, जो कश्मीर में भारत के खिलाफ निर्देशित पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के धर्मार्थ और राजनीतिक विंग के साथ काम करता है।
मालूम हो कि दुनियां के सर्वाधिक खतरनाक आतंकी संगठन अल-क़ायदा सरग़ना ओसामा बिन लादेन को अमेरिकी सील कमाण्डो ने पाकिस्तान के एबटाबाद में रात को घुसकर गोलियों से छलनी करने के बाद सैन्य हेलीकॉप्टर के ज़रिए उठा ले गए थे।
जिसकों अमेरिका में अज्ञात स्थान में समुंदर के अंदर दफ़नाया गया है।जिसकों लेकर उस दौरान पाकिस्तान ने बिना इजाज़त पाकिस्तान के सर्वाधिक सैन्य सुरक्षा वाले एबटाबाद में ओसामा बिन लादेन के खिलाफ किये गए ऑपरेशन की आलोचना की थी।
हालांकि पाकिस्तान सदा कहता रहा कि वह ख़ुद आतंकवाद से पीड़ित है और ओसामा बिन लादेन उसके यहाँ नही है।
