★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{महाराष्ट्र में कांग्रेस शिवसेना बीजेपी के सामने एनसीपी-मनसे-बहुजन वंचित आघाड़ी से पैदा करेगी मुश्किल!}
[शरद पवार के सुझाव पर सोनिया ने की राज ठाकरे से मुलाक़ात, अब ठाकरे को निशाने पर रखने वाले कॉंग्रेसियो की बदली भाषा मनसे को लेकर]
(ठाकरे को गठबंधन में शामिल होने को लेकर आस्वस्त काँग्रेस अध्यक्ष थोरात का दावा महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री होगा काँग्रेस से)

♂÷कहते है राजनीति में कब किसकी भूमिका बदल जाये और जरूरत अनुसार कब दुश्मन दोस्त बन जाये कुछ कहा नही जा सकता।अभी कुछ महीने पहले तक मनसे प्रमुख राज ठाकरे कॉंग्रेस को कोसने धमकाने का कोई मौका नही छोड़ते थे तो वही महाराष्ट्र काँग्रेस भी ठाकरे के ऊपर जमकर जुबानी हमले बोलती थी कि किन्तु पिछले तमाम चुनावों में बीजेपी-शिवसेना से मिल रही मात दर मात से दोनो कट्टर राजनीतिक विरोधियों के सामने अपने अस्तित्व बचाने की मजबूरी सामने आन पड़ी ,जिससे दुश्मन का दुश्मन दोस्त की तर्ज़ पर काँग्रेस व मनसे पोलिटिकल पींगे बढ़ाने में जुट गई है।
मध्यस्ता महाराष्ट्र की राजनीती के दिग्गज नेता पूर्व केन्द्रीय मन्त्री व एनसीपी प्रमुख शरद पवार कर रहे है।अगर काँग्रेस-एनसीपी-मनसे-बहुजन वंचित आघाड़ी के गठबन्धन महाराष्ट्र की राजनीति में बना तो आने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी शिवसेना गठबंधन को नको चने चबाना पड़ सकता है सत्ता की वापसी करने में।

विदित हो कि महाराष्ट्र में 2 महीने बाद विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, उससे पहले कांग्रेस जोड़-तोड़ की लड़ाई में लगी हुई है।कुछ ही दिन पहले महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने सोनिया गांधी से मुलाकात की थी,जबकि राज्य के नवनियुक्त कांग्रेस अध्यक्ष बालासाहेब थोरात ने यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी और पूर्व कांग्रेसाध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की।
सूत्रों के मुताबिक, इस मुलाकात के दौरान आने वाले विधानसभा चुनाव में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे एवं बहुजन वंचित आघाड़ी के प्रमुख प्रकाश आंबेडकर को गठबंधन में शामिल करने को लेकर बातचीत हुई है।
प्रदेश में कुछेक दिन पूर्व कांग्रेस की ओर से नये अध्यक्ष की नियुक्ति हुई है,पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेशाध्यक्ष अशोक चव्हाण की जगह पर बालासाहेब थोरात को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है।वह नयी जिम्मेदारी संभालने के बाद पहली बार दिल्ली आए और यहां आते ही उन्होंने सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मुलाकात की है।इस मुलाकात के दौरान राष्ट्रवादी कांग्रेस और कांग्रेस पार्टी में जो गठबंधन हो रहा है उस पर बात की गई।
जानकारी के मुताबिक, अगर राज ठाकरे और प्रकाश आंबेडकर इस गठबंधन में शामिल होते हैं तो भारतीय जनता पार्टी को पराजित करने में काफी मदद मिल सकती है। जबकि कुछ दिन पहले राज ठाकरे की जो छवि थी उसे बदलने के लिए शरद पवार ने राज ठाकरे को उत्तर भारतीय सम्मेलन में शामिल होने के लिए कहा था।वहीं, उस सम्मेलन में उन्होंने अपनी भूमिका रखते हुए कहा था कि कुछ दिन पहले सोनिया गांधी के साथ जो मुलाकात हुई उसके पीछे भी शरद पवार थे। ऐसी चर्चा दिल्ली की राजनीतक गलियारों में है कि अगर यह गठबंधन बन जाता है तो शिवसेना-भाजपा को आने वाले विधानसभा चुनाव में काफी दिक्कत उठानी पड़ सकती है।
महाराष्ट्र कांग्रेस के नये अध्यक्ष बालासाहेब थोरात दावा कर रहे हैं कि आने वाले चुनाव के बाद कांग्रेस का ही मुख्यमंत्री होगा। उसके पीछे यही सच है कि राज ठाकरे को गठबंधन में शामिल करने को लेकर कांग्रेस काफी उत्साहित है,यही वजह है कि अभी तक राज्य के जो नेता राज ठाकरे के खिलाफ बोलते थे, अब उनके बोल बदल गए हैं।यकीनन अगर राज ठाकरे और कांग्रेस साथ आती है तो विधानसभा चुनाव काफी दिलचस्प बन सकता है।