★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{काँग्रेस के डिप्टी सीएम समेत 21 मंत्रियों ने स्वेच्छा से दिया है इस्तीफा=सिद्धारमैया}
[मन्त्री व निर्दल विधायक एच नागेश ने इस्तीफा दे लिया सरकार से समर्थन वापस]
(सरकार रहेगी या जाएगी होगा फैसला विधानसभा में सत्र के दौरान=स्पीकर रमेश कुमार)
{इस संकट को सुलझा लिया गया है सरकार सुचारू रूप से चलेगी=सीएम कुमारस्वामी}

[सियासी संकट की जिम्मेदार है बीजेपी कहा अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा में,कर्नाटक मुद्दे पर जमकर किया हंगामा]
{भाजपा का कोई लेना देना नही कर्नाटक के सियासी संकट से लोकसभा में कहा रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने}
(इस्तीफ़ा दे चुके काँग्रेस, जेडीएस व निर्दलीय मन्त्री प्राइवेट प्लेन के जरिये पहुँचे मुम्बई और ठौर बना बीकेसी का फाइवस्टार हॉटेल सॉफिटेल)

♂÷कर्नाटक में सियासी उठा पटक के कारण सियासी समीकरण पल-पल बदल रहे हैं। डिप्टी सीएम समेत कांग्रेस के 21 मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है। इससे पहले राज्य के मंत्री एवं निर्दल विधायक एच नागेश ने मंत्री पद से इस्तीफा देने के साथ ही मौजूदा कांग्रेस-जेडीएस सरकार से समर्थन वापस लेने का एलान कर दिया तो उधर लोकसभा में भी कर्नाटक में गहराए राजनीतिक संकट का मुद्दा उठा। इस मसले पर कांग्रेस सांसदों ने लोकसभा में जमकर हंगामा किया। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने इस सियासी संकट के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया तो केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भाजपा का इससे कोई लेना देना नहीं है। इस बीच जेडीएस के भी सारे मंत्रियों ने अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री एवं जेडीएस नेता कुमारस्वामी ने दावा किया है कि इस संकट को सुलझा लिया गया है। यह सरकार सुचारु रूप से चलेगी।

कांग्रेस विधायक सौम्या रेड्डी कल बेंगलुरू में कांग्रेस विधायक दल की बैठक में भाग लेंगी। उनके पिता रामालिंगा रेड्डी भी कांग्रेस विधायक हैं जिन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।कर्नाटक के निर्दलीय विधायक एच नागेश मुंबई के सोफिटेल होटल पहुंच गए हैं। इसी होटल में इस्तीफा देने वाले दूसरे विधायक भी ठहरे हुए हैं। नागेश ने आज ही मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। यही नहीं उन्होंने कहा है कि वह भाजपा यदि सरकार बनाती है तो वह उसका समर्थन करेंगे।
कांग्रेस के 21 मंत्रियों की तरह ही अब जेडीएस के भी सारे मंत्रियों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से बताया गया है कि जल्द ही राज्य में दोबारा कैबिनेट का गठन किया जाएगा।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री एवं जेडीएस नेता कुमारस्वामी ने कहा, ‘इस संकट को सुलझा लिया गया है। सरकार सुचारु रूप से चलेगी।’ उन्होंने यह भी कहा कि मुझे मौजूदा सियासी के बारे में कोई चिंता नहीं है। मैं राजनीति के बारे में कुछ भी चर्चा नहीं करना चाहता हूं।

कर्नाटक संकट के मुद्दे कांग्रेस सांसदों ने लोकसभा में हंगामा किया। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने इस सियासी संकट के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया। इस पर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि कर्नाटक में आज जो कुछ हो रहा उससे भाजपा का कोई लेना देना नहीं है।
कर्नाटक कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्दारमैया ने कहा कि राज्य कांग्रेस के 21 मंत्रियों ने स्वेच्छा से अपना इस्तीफा दे दिया है। माना जा रहा है कि संकट को सुलझाने की सभी कोशिशें बेकार होने के बाद बेंगलुरू में जी परमेश्वर के आवास पर हुर्इ बैठक में कांग्रेस मंत्रियों के इस्तीफे का फैसला लिया गया।
कर्नाटक में निर्दलीय विधायक एच नागेश ने मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद विशेष विमान से मुंबई के लिए उड़ान भरी है। बता दें कि इस्तीफा देने वाले कांग्रेस-जेडीएस के बाकी 11 विधायक भी मुंबई के बीकेसी में स्थिती फाइवस्टार होटल सॉफिटेल में डेरा डाले हुए हैं।
भाजपा नेता शोभा करंदलाजे ने बेंगलुरू में येद्दयुरप्पा के आवास के बाहर कहा कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। कांग्रेस विधायकों ने पहले ही इस्तीफा दे दिया है। वह बहुमत खो चुके हैं। अब उनको दूसरी सरकार के लिए रास्ता बनाना चाहिए।
कर्नाटक के मंत्री और निर्दल विधायक नागेश ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। इस इस्तीफे के साथ ही कर्नाटक में सियासी संकट और गहरा गया है। उन्होंने कहा कि इस इस्तीफे के साथ ही मैंने एचडी कुमारस्वामी की सरकार से समर्थन वापस ले लिया है। यदि भाजपा को सरकार बनाने का न्यौता मिलता है तो मैं उसे समर्थन दूंगा।
भाजपा सांसद ने कहा कि कांग्रेस ने कुछ विधायकों के इस्तीफे फाड़ दिए गए हैं,इस घटना से राज्यपाल के विशेषाधिकार पर सवाल खड़े हो रहे हैं। कांग्रेस नेता भ्रम में हैं, वह नहीं समझ पा रहे हैं कि कुछ भी कर लें वे इस स्थिति को संभाल नहीं सकते हैं।
कांग्रेस सांसद डीके सुरेश ने कहा कि इस सियासी संकट के पीछे भाजपा के नेताओं का हाथ है। भाजपा के लोग नहीं चाहते हैं कि देश या राज्य में किसी भी विपक्षी पार्टी का शासन हो। भाजपा के नेता लोकतंत्र को बर्बाद कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस के सभी मंत्री इस्तीफा देने जा रहे हैं।
कर्नाटक कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता सिद्धारमैया और मंत्री यूटी खादेर, शिवशंकर रेड्डी, वेंकटरमनप्पा, जयमाला, एमबी पाटिल, कृष्णा बेरे गौड़ा , राजशेखर पाटिल और डीके शिवकुमार ब्रेक फास्ट बैठक के लिए बेंगलुरू में जी परमेश्वर के आवास पर पहुंचे।
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री जी. परमेश्वर ने कहा कि मैंने कांग्रेस के सभी मंत्रियों की बैठक बुलाई है, जिसमें मौजूदा सियासी संकट के मुद्दे पर बातचीत होगी। हम जानते हैं कि इन घटनाओं के पीछे भाजपा का हाथ है। यदि जरूरत हुई तो हममें से सभी लोग इस्तीफा दे सकते हैं।
इस्तीफे स्वीकार किए तो गिर जाएगी सरकार
राज्य की 224 सदस्यीय विधानसभा में सत्तारूढ़ गठबंधन के अब 117 विधायक हैं, जिनमें स्पीकर के अलावा कांग्रेस के 78 विधायक, जदएस के 37 विधायक, बसपा का एक विधायक और एक निर्दलीय विधायक शामिल है। अगर विधायकों के इस्तीफे स्वीकार कर लिए जाते हैं तो मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी की 13 माह पुरानी गठबंधन सरकार बहुमत खो देगी। स्पीकर रमेश कुमार ने कहा, ‘सरकार गिर जाएगी या बरकरार रहेगी, इस बारे में विधानसभा में फैसला होगा।’ विधानसभा का सत्र 12 जुलाई से शुरू हो रहा है।