★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{अमेरिकी सेना की एक गोपनीय कारवाही में दुर्दांत आतंकवादी इस्लामिक स्टेट सरगना बग़दादी शनिवार को इदलिब में मारा गया}
[2014 में अंतिम बार मोसुल में अपने ठिकाने से बाहर आया था बग़दादी, उसका अंतिम रिकॉर्डेड मौसेज अगस्त 2019 को दुनियां के सामने आया था]
(अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बगदादी के मारे जाने की ख़बर आने से पहले ही ट्वीट कर बताया था कि “एक बड़ी घटना हुई है’)
♂÷दुनिया का सबसे खतरनाक आतंकी संगठन आईएसआईएस प्रमुख अबूबक्र अलबगदादी को अमेरिका ने मार गिराया है।
इस बाबत अमेरिकी प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रम्प ने रविवार को प्रेस कांफ्रेंस में घोषणा की कि इस्लामिक स्टेट का भगोड़ा आतंकी नेता अबू बकर अलबगदादी को सीरिया में अमेरिकी सैन्य कार्यवाही में मारा गया।
ट्रम्प ने कहा कि वह एक अपराधी था जिसने दूसरों को डराने की हर कोशिश की लेकिन अपनी जिंदगी के अंतिम समय में वो ख़ुद बेहद डरा और घबराया था हुआ था,अमेरिकी सेना ने उसका पीछा किया और उसको मौत के मुँह में पहुँचाया।
राष्ट्रपति ने आगे जानकारी दी कि इस ऑपरेशन में किसी अमेरिकी सैनिक की मौत नही हुई है लेकिन इस्लामिक इस्टेट के कई आतंकवादियों को पकड़ा भी गया है तो कई मारे भी गए हैं।उन्होंने आगे कहा कि इस ऑपरेशन से अमेरिकी सेना को बहुत सी संवेदनशील जानकारियां व चीजें भी मिली हैं।
ट्रम्प ने कहा कि अबूबकर अलबगदादी की मौत हो चुकी है, वो इस्लामिक इस्टेट का संस्थापक था ये दुनियां का सबसे क्रूर और हिंसक आतंकी संगठन था,उसे अमेरिका कई वर्षों से खोज रहा था।उन्होंने आगे कहा कि बगदादी को जिंदा या मुर्दा पकड़ना मेरी सरकार की सबसे पहली राष्ट्रीय सुरक्षा प्राथमिकता थी,सेना के विशेष बलों
का ने उत्तर पश्चिम सीरिया में रात में एक बहादुर व खतरनाक अभियान कर शानदार क़ामयाबी हासिल की,बग़दादी लगातार रो रहा था चीख रहा था वह कायर था जो मरना नही चाहता था।
ट्रम्प ने साफ़ किया कि बग़दादी की मौत एक घातक सुरँग में गिरने के बाद हुई,बग़दादी को जवानों ने दौड़ाया वो लगातार रो रहा था चीख रहा था चिल्ला रहा था उसने आत्मघाती जैकेट से ख़ुद को उड़ा लिया उसके साथ तीन बच्चे भी मारे गए हैं।ट्रम्प ने जानकारी दी कि इससे पहले भी रेड की योजना थी किन्तु उसके द्वारा बार-बार जगह बदलने की वजह से ऑपरेशन रद्द करना पड़ जाता था।
ट्रम्प ने कहा कि वो एक बीमार और अनैतिक व्यक्ति था अब वह इस दुनियां से जा चुका है, बग़दादी क्रूर और हिंसक था उसकी मौत भी क्रूर और हिंसक तरीके से हुई है, दुनियां अब बेहतर व सुरक्षित है।
जहाँ पर ऑपरेशन हुआ बारीशा निवासी ने बताया कि शनिवार देर रात इलाके में हेलीकॉप्टरों के जरिये हमला किया गया,हेलीकॉप्टरों ने दो घरों पर हमला किया जिसमें एक घर पूरी तरह से नष्ट हो गया तब इसके बाद सैनिक ज़मीन पर उतर कर सक्रिय हो गए।
बग़दादी का जन्म 1971 में इराक़ के समर्रा में निम्न मध्य वर्गीय सुन्नी परिवार में हुआ था उसका पूरा नाम इब्राहिम अवाद इब्राहिम अल-बादरी था, बग़दादी के परिवार का दावा है कि जिस कबीले से पैगम्बर मुहम्मद थे उसी कबीले से वो भी हैं और बग़दादी परिवार पैग़म्बर मुहम्मद का वंशज होने का दावा करता है।
बग़दादी की पहचान घोर इस्लामिक व्यक्ति की रही है, बग़दादी ने यूनिवर्सिटी में भी मज़हब की पढ़ाई की थी,उसने 1996 में यूनिवर्सिटी ऑफ बग़दाद से इस्लामिक स्टडीज में ग्रेजुएशन किया था।इसके बाद 1999 से 2007 के बीच क़ुरान पर इराक़ की सद्दाम यूनिवर्सिटी फ़ॉर इस्लामिक इस्टडिज से मास्टर्स व पीएचडी की तालीम हासिल की।2004 तक वह बगदाद के पास तोबची में दो बीवियों और छह बच्चों के साथ रहा, इसी दौरान वह मस्जिद में बच्चों को।क़ुरान की आयतें पढ़ाने लगा,बग़दादी फुटबॉल का बढ़िया खिलाड़ी भी था।इस दौरान बग़दादी के चाचा ने उसे मुस्लिम ब्रदरहुड जॉइन करने के लिए प्रेरित किया जिससे वह तुरंत ही कट्टर व हिंसक इस्लामिक मूवमेंट की तऱफ बढ़ गया।उसने 2003 में इराक पर अमेरिकी हमले के कुछ महीने बाद विद्रोही गुट जैश अल्लह अल सुन्नाह वा अल जमह के गठन में मदद की।फरवरी 2004 में अमरीकी बलो ने बग़दादी को गिरफ़्तार कर रक्का डिटेंशन कैम्प में 10 महीने तक कैद में रखा,इस दौरान भी बग़दादी ने कैदियों को इस्लामिक शिक्षा देता रहा।दिसम्बर 2004 में कैद से बाहर आने।पर बग़दादी ने उन सभी से गठजोड़ कर लिया जिसके सम्पर्क में बग़दादी था,बग़दादी ने अल कायदा इराक के प्रवक्ता से भी सम्पर्क किया।
प्रवक्ता ने ही बग़दादी को दमिश्क जाने के लिए राजी किया जहाँ पर बग़दादी को अलकायदा के प्रोपगंडा फैलाने की जिम्मेदारी दी गयी।
अलकायदा इन इराक़ को ही खत्म कर अबू अय्यूब अल-मासरी ने इस्लामिक इस्टेट इन इराक़ का गठन किया और इसका सम्बन्ध अलकायदा से भी बना रहा।कट्टरपंथी इस्लामिक इस्टेट से बग़दादी ने लोगो को जोड़ना शुरू किया,बग़दादी को शरिया समिति का पर्यवेक्षक बनाने के साथ ही शूरा काउंसिल के 11 सदस्यों में भी शामिल किया गया था।
अप्रैल 2010 में आईएस के संस्थापक के मारे जाने के बाद शूरा काउंसिल ने बग़दादी को इस्लामिक इस्टेट का प्रमुख बना दिया।
राष्ट्रपति ट्रम्प ने इस ऑपरेशन को सफ़ल बनाने के लिए रूस,तुर्की व सीरिया को धन्यवाद दिया।
बग़दादी जहाँ मारा गया वो जगह सीरिया के इदलिब प्रान्त से काफ़ी दूर है और माना जा रहा है कि बग़दादी सीरिया-इराक़ सीमा के पास छुपा हुआ था,इदलिब के कई हिस्से अब भी इस्लामिक स्टेट के जेहादियों के कब्ज़े में है। पेंटागन की ओर से घोषणा की गई है कि डीएनए की रिपोर्ट से सिद्ध हो गया है कि अबूबक्र अलबग़दादी मारा गया है।
अलआलम टीवी चैनेल के अनुसार अमरीकी रक्षामंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएसआईएस प्रमुख अलबग़दादी के मारे जाने के समाचारों की पुष्टि करते हुए बताया है कि बग़दादी का शव अमरीकी सैनिकों के पास है।
न्यूज़वीक ने अपने रविवार के संस्करण में पेंटागन के एक बड़े अधिकारी के हवाले से लिखा है कि अमरीकी सेना की एक गोपनीय कार्यवाही में आईएसआईएस प्रमुख अबूबक्र बग़दादी शनिवार को इदलिब में मारा गया। हालांकि इस बारे में अभी और जांच-पड़ताल चल रही है।
ज्ञात रहे कि सन 2014 में एक बार अबूबक्र अलबग़दादी मोसुल में अपने ठिकाने से बाहर आया था। बग़दादी का अन्तिम वाइस मैसेज अगस्त 2019 को सुना गया था।