★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{बीजेपी सांसद स्वामी ने पार्टी को निशाने पर लेटे हुए कहा कि आर्थिक स्थिति इतनी ख़राब है कि दिल्ली झारखण्ड चुनाव में भुगतना पड़ेगा खामियाजा}
[स्वामी ने कहा दिल्ली में असम के गवर्नर जगदीश मुखी को पार्टी सीएम फेस बनाये तो बीजेपी जीत सकती है विधानसभा चुनाव]
♂÷शुक्रवार को जीडीपी वृद्धि दर छह साल के सबसे निचले स्तर पर आ गई. आंकड़ा लगातार पांचवीं तिमाही में गिरकर 4.5 फीसद पर आ गया,ऐसे में बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने बीजेपी पर तंज कसा की अगर देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर न लाया गया तो राममंदिर विजय भी पार्टी को नही बचा पायेगी।
अपने तीखे बयानों से अपनी ही पार्टी को असहज कर देने वाले सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने देश की गिरती अर्थव्यवस्था पर हमला बोला है।उन्होंने कहा कि अगर अर्थव्यवस्था को पटरी पर नहीं लाया गया तो राम मंदिर पर विजय भी पार्टी को नहीं बचा पायेगी।
बीजेपी सांसद अपनी पार्टी को चेताते हुए कहते हैं, “देश की आर्थिक स्थिति इतनी ज्यादा खराब है कि दिल्ली और झारखंड चुनाव में इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।” उन्होंने कहा कि अर्थव्यव्स्था को सही दिशा में ले जाने के लिए काम करना होगा।
प्रधानमंत्री मोदी के विदेश दौरे पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि इसका फायदा नजर नहीं आ रहा है।स्वामी ने भ्रष्टाचार पर भी हमला बोला।उन्होंने कहा कि झारखंड चुनाव में सरयू राय को ठिकाने लगा दिया गया जबकि उनकी ईमानदारी को देखते हुए उनका सम्मान किया जाना चाहिए था। उन्होंने पूछा कि क्या अयोध्या फैसले का लाभ बीजेपी को खराब अर्थव्यवस्था के कारण मिल जाएगा? भले ही हम राम मंदिर बनाने के लिए गलियों में निकल रहे हैं, जीत की खुशी में मिठाइयां बांट रहे हैं, रैलियों का आयोजन कर रहे हैं मगर अर्थव्यवस्था अहम मुद्दा है।
उन्होंने कहा कि एक शख्स अपने बच्चे की स्कूल फीस अदा नहीं कर पा रहा है।हमलोग उस स्थिति तक पहुंच गये हैं जहां गिरना बाकी है,आर्थिक मोर्चे पर चमत्कार ही तब्दीली ला सकता है।अच्छी नीतियां खराब स्थिति को बदल सकती हैं लेकिन आने वाले दिनों में मुझे अच्छी नीतियां नजर नहीं आ रही हैं, हां, मैं मानता हूं कि ये बहुत मुश्किल है मगर नामुमकिन नहीं है।
दिल्ली और झारखंड चुनाव के सवाल पर स्वामी का मानना है कि वर्तमान परिस्थितियों को बदल कर हम चुनाव जीत सकते हैं।इसके लिए दिल्ली में अच्छे मुख्यमंत्री उम्मीदवार का चेहरा सामने पेश करना होगा,उनका मानना है कि अगर असम के गवर्नर जगदीश मुखी को मुख्यमंत्री का चेहरा बनाया जाए तो जीत यकीनी है।