★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{पुलिस प्रशासन से तय रूट के बदले बैरिकेडिंग हटाकर जबरन घुसे दिल्ली में,डीटीसी की बस को ट्रैक्टर से किया क्षतिग्रस्त, बवाल में दो पुलिसकर्मियों के साथ 15 लोग हुए घायल}
[प्रदर्शनकारी किसान की तलवारबाज़ी में एक घायल तो एक पुलिसकर्मी को किसानों ने बचाया,महिला पुलिसकर्मी से भी छेड़छाड़ होने की ख़बर,आईटीओ पर जबरदस्त हंगामा]
{आईटीओ पर ट्रैक्टर के ओवरटर्न के दौरान चपेट में आये किसान की मौत,शव को रोड पर रखकर कर रहे हैं प्रदर्शन किसान,दिल्ली पुलिस के एडिशनल डीसीपी व प्रोबेशनर ऑफिसर भी हुए हैं ज़ख्मी}

(दिल्ली एनसीआर के कुछ हिस्सों में बवाल को देखते हुए प्रशासन ने इंटरनेट किया बन्द तो रेल विभाग ने कहा जिन यात्रियों की रात 9 बजे तक कि ट्रेन होती है मिस मिलेगा उन्हें रिफंड)
[गृहमंत्री अमित शाह सक्रिय,15 कम्पनी अर्धसैनिक बलों की व 10 कम्पनी सीआरपीएफ की गई तैनाती,पुलिस के1500 जवानों की अतिरिक्त तैनाती कर उपद्रवियों से दिल्ली खाली कराने का दिया आदेश]
{पूर्व काँग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने घटनास्थल की निंदा कर केंद्र सरकार पर साधा निशाना तो पँजाब के सीएम कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा इससे किसान आंदोलन होगा कमजोर}

(बीकेयू नेता राकेश टिकैत ने कहा शांतिपूर्ण ढंग से चल रहा ट्रैक्टर रैली तो किसान नेता शिवकुमार कक्का ने माफ़ी मांगते हुए कहा कि परेड के दौरान हिंसा करने वाले लोग किसान मोर्चा के हिस्सा नही)
♂÷किसानों के द्वारा ट्रैक्टर रैली के बहाने पहले से तय रूट के इतर जाकर लालक़िले के प्राचीर पर अन्य झंडा फ़हराने जैसे शर्मनाक व निंदनीय हरकत के बाद किये गए जमकर उपद्रव पश्चात गृहमंत्रालय सक्रिय हो उठा है।
गृह मंत्री अमित शाह ने ताज़ा हालात की जानकारी ली है,और कुछ मेट्रो स्टेशनों पर आवागमन की सेवा प्रारंभ कर दी गयी है।
मालूम हो कि सँयुक्त किसान मोर्चा ने दिल्ली के बाहर ही तय रूट पर ट्रैक्टर रैली की लिखित में पुलिस से परमिशन ली थी किंतु देखा गया कि प्रदर्शनकारी किसानों ने सारे शर्तो का उल्लंघन करते हुए जमकर बवाल काटा और ट्रैक्टर रैली के दौरान तलवारबाज़ी भी की गयी।इन उपद्रव में दो पुलिसकर्मियों समेत 18 लोगों के घायल होने की ख़बर है तो वही कुछेक महिला पुलिसकर्मी के साथ बेहूदगी भी करने की चर्चा प्रदर्शनकारी किसानों द्वारा करने की है।
कहा जा रहा है कि इस बवाल में करीब 18 लोग घायल हुए हैं जिन्हें इलाज हेतु लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है।

उधर एक किसान की ट्रैक्टर की चपेट में आने से हुई मौत के बाद मृतक का शव रखकर किसान आंदोलन कर रहे हैं और पुलिस मुख्यालय पर भी तोड़फोड़ किये जाने की ख़बर है।
इस घटनाक्रम के बाद पूर्व काँग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इसकी निंदा करते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा है तो वहीं पँजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि इस तरह की घटनाओं से किसान आंदोलन कमजोर होगा।
उधर भारतीय किसान संघ(बीकेयू) के प्रवक्ता राकेश टिकैत का कहना है कि ट्रैक्टर रैली शांतिपूर्ण ढंग से चल रही है जबकि किसान नेता शिवकुमार कक्का ने ट्रैक्टर परेड के दौरान हुए बवाल के लिए माँफी मांगी और कहा कि हिंसा करने वाले लोग सँयुक्त किसान मोर्चा के हिस्सा नहीं हैं।
उधर उत्तरप्रदेश के मथुरा में किसानों ने यमुना एक्सप्रेस वे को जाम कर रोड पर ट्रैक्टर लगाकर डान्स कर रहे हैं।
फिल्हाल गृहमंत्रालय ने अर्धसैनिक बलों की 15 कम्पनी व सीआरएफ की दस कम्पनी को तैनात कर दिया है।किसान आंदोलन व ट्रैक्टर रैली के नाम पर शर्मनाक बवाल को पैदा करने वाले उपद्रवियों से दिल्ली के इलाकों को ख़ाली कराने में पुलिस फ़ोर्स जुट गई है।
कई स्थानों के बीच कई झड़प भी हुई है।
मालूम हो कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा केंद्रीय कृषि कानूनों पर कुछ माह के लिए अंतरिम रोक लगाते हुए चार सदस्यीय कमेटी गठित कर दी गयी है जो कि किसान संगठनों व सरकार के बीच समन्वय बनाकर मतभेद दूर करेगी।
उधर किसान संगठन हर बात का विरोध करने की नीति पर चलते हुए ट्रैक्टर रैली निकाली और लालकिला पहुंच कर उसकी प्राचीर से राष्ट्रीय ध्वज के बजाय आज बेहद महत्वपूर्ण गणतंत्र दिवस पर दूसरे झंडे लहराए हैं। इनके ट्रैक्टर रैली व बवाल की वज़ह से दिल्ली के कई इलाकों में हालात तनावपूर्ण हो गए हैं। दिल्ली-एनसीआर के कुछ हिस्सों में मौजूदा कानून व्यवस्था को देखते हुए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। गृह मंत्रालय द्वारा जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक आधी रात तक, नांगलोई, टिकरी, सिंघु, गाजीपुर, मुकरबा चौक और आसपास के इलाकों में इंटरनेट बंद रहेगा।
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने बताया कि ग्रे लाइन पर सभी स्टेशन से प्रवेश और बाहर निकलने के लिए गंट बंद हैं।
बड़ी संख्या में किसान लाल किला पर मौजूद हैं।इससे पहले केंद्रीय कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने मंजूर किए गए रूट को तोड़ दिया और आईटीओ पहुंचकर दिल्ली पुलिस मुख्यालय के सामने रखी बैरिकेडिंग को हटा दिया।
आईटीओ पर स्थिति तनावपूर्ण हो गई ,प्रदर्शन कर रहे किसानों ने राजधानी दिल्ली के आईटीओ में एक डीटीसी बस को क्षतिग्रस्त भी कर दिया।आईटीओ पर दिल्ली पुलिस के एक कर्मी पर कुछ प्रदर्शनकारियों ने हमला बोला तो अन्य प्रदर्शनकारियों ने उसे बचाया।आईटीओ पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया। भारतीय किसान संघ (बीकेयू) के प्रवक्ता राकेश टिकैत का कहना है कि रैली शांतिपूर्वक चल रही है और उनके पास प्रदर्शनकारियों द्वारा हिंसा करने की कोई खबर नहीं है।दूसरी तरफ नांगलोई में किसानों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए दिल्ली पुलिसकर्मी सड़कों पर बैठ गए हैं। आईटीओ में प्रदर्शनकारियों और पुलिस की भिड़ंत में कुछ लोगों को चोटें भी आई हैं।नांगलोई इलाके में प्रदर्शनकारी किसानों पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले इस्तेमाल किए।
दिल्ली मेट्रो ने आईटीओ मेट्रो स्टेशन समेत कई स्टेशनों के गेट बंद करने का फैसला लिया है। दिल्ली मेट्रो ने ग्रीन लाइन के सभी स्टेशनों समेत, इंद्रप्रस्थ, समयपुर बादली, रोहिणी सेक्टर 18/19, हैदरपुर बादली मोड़, जहांगीर पुरी, आदर्श नगर, आजादपुर, मॉडल टाउन, जीटीबी नगर, विश्वविद्यालय, विधान सभा और सिविल लाइन्स के एंट्री और एग्जिट गेट बंद करने का फैसला किया है।
रेलवे विभाग ने ज़रूरी सूचना प्रसारित की कि किसान आंदोलन के दौरान दिल्ली से सफ़र करने वालो की ट्रेन रात 9 बजे तक छूट जाती है तो यात्री रिफंड के लिए आवेदन करें।
ट्रैक्टर रैली से पहले किसानों और पुलिस के बीच संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर, मुबारक चौक, करनाल बाईपास और सिंघू बॉर्डर समेत कुछ स्थानों पर झड़प हो गई थी। करनाल बाईपास पर कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने दिल्ली में प्रवेश के लिए बैरिकेडिंग तोड़ दी। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर पांडव नगर के नजदीक प्रदर्शनकारी पुलिस बैरिकेडिंग हटाने की कोशिश कर रहे हैं। संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई,पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे।
दरअसल, प्रदर्शनकारियों की तरफ से पुलिस की गाड़ी पर कब्जा जमाने के बाद झड़प शुरू हुई। इससे पहले, प्रदर्शनकारी किसानों का एक समूह सिंघू और टिकरी सीमा पर पुलिस बैरिकेड्स तोड़कर राजधाानी में मंगलवार की सुबह ही प्रवेश कर गए।
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने कहा कि ग्रे लाइन पर सामान्य सेवा दोबारा से शुरू हो गई है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने वरिष्ठ गृह मंत्रालय अधिकारियों से दिल्ली में कानून व्यवस्था का जायजा लिया है।
लिखित रूप में रूट तय कर पुलिस प्रशासन से परमिशन लेने के बाद भी निश्चित रूट व तय प्रदर्शन स्थल पर ट्रैक्टर रैली न होकर दिल्ली में जबरन घुसकर शर्मनाक व निंदनीय बवाल मचाने पर संयुक्त किसान मोर्चा ने इन घटनाओं से हाथ झाड़ते हुए निंदा की है।
उन्होंने कहा कि वे खुद को ऐसे तत्वों से अलग करते हैं जिन्होंने उनके अनुशासन को तोड़ा है, गैर-सामाजिक तत्वों ने हमारे शांतिपूर्ण आंदोलन में घुसपैठ की।
उधर आंदोलन के शुरुआती दौर से ही सरकारी एजेंसियों की ख़ुफ़िया रिपोर्ट गृहमंत्रालय को दी गयी थी कि आंदोलन की आड़ में खालिस्तान समर्थक तत्व भी जमे हुए हैं जिनको बाहर के कुछ देशों व शाहीन बाग में हो चुके प्रदर्शन में शामिल तत्वों द्वारा हरसम्भव सहयोग व फंडिंग की जा रही है।आज गणतंत्र दिवस के गर्वीले अवसर पर इस आंदोलन की आड़ में कथित किसानों देश को शर्मशार कर दिया है जिसकी निंदा चहुँओर हो रही है।
दूसरी तरफ़ प्रशासन ने युधिष्ठिर ब्रिज से सीलमपुर को बंद कर दिया गया है, ट्रैफिक को गीता कॉलोनी और सिग्नेचर ब्रिज से डाइवर्ट किया जा रहा है यह जानकारी दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने दी है।
दिल्ली पुलिस ने बताया कि आईटीओ पर प्रदर्शन कर रहे एक किसान की ट्रैक्टर के ओवरटर्न के बाद मौत हो गई,नांगलोई बार्डर पर हालात तनावपूर्ण हैं,पुलिस ने आंसू गैस का सहारा लिया है।
दिल्ली पुलिस ने बताया कि गाजीपुर बॉर्डर पर दो पुलिस अफसरों को चोटें आई हैं इनमें एडिशनल डीसीपी ईस्ट मंजीत और प्रोबेशनर आईपीएस अफसर हैं।
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने बताया कि ग्रे लाइन पर सभी स्टेशन से प्रवेश और बाहर निकलने के लिए गंट बंद हैं।
दिल्ली-एनसीआर के कुछ हिस्सों में मौजूदा कानून व्यवस्था को देखते हुए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।
गृह मंत्रालय द्वारा जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक आधी रात तक, नांगलोई, टिकरी, सिंघु, गाजीपुर, मुकरबा चौक और आसपास के इलाकों में इंटरनेट बंद रहेगा।
उधर देखा गया कि प्रदर्शनकारियों ने मोबाइल चार्जिंग आदि के लिए बड़े सोलर पैनल भी लेकर चले थे।
प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच फरीबादाबाद बॉर्डर पर भी तनाव पैदा हो गया है।
गृह मंत्रालय ने 1500 और जवानों की पुलिस फ़ोर्स को तैनात कर उपद्रवियों से दिल्ली खाली कराने के आदेश दे दिए हैं।
उधर पक्ष विपक्ष के बीच इस घटना को लेकर एक दूसरे पर निशाना साधते हुए जमकर राजनीति शुरू हो गयी है।