★राज श्रीवास्तव★
★अयोध्या★
{तारुन थाना अंतर्गत रामपुर भजन पुलिस चौकी के पुलिसकर्मियों द्वारा की जा रही है जमकर वसूली}
[पुलिसकर्मियों के वसूली की वजह से मुख्यमंत्री योगी की छवि को पहुँच रहा जबरदस्त धक्का]

♂÷घायल दलितों ने धनउगाही के गंभीर आरोप पुलिस चौकी रामपुर भगन में कार्यरत पुलिसकर्मियों पर लगाकर योगी सरकार की हनक पर गम्भीर सवाल खड़े कर दिये है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार तारुन क्षेत्र की ग्राम पंचायत मीतनपुर में गत शुक्रवार की देर शाम दो पक्षो के बीच हुई मारपीट में दोनों पक्षों को हल्की-फुल्की चोटे आई थी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों को चौकी पर बुलाकर बैठा लिया था।बताया गया कि गत शुक्रवार की शाम को मीतनपुर निवासी मौसम वनराजा व सूबेदार राकेश मिट्ठू लाल बनराजा आदि के बीच शराब के नशे में किसी बात को लेकर हाथापाई व हल्की मारपीट हो गई थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों को चौकी पर बुलाया व फिर पुलिसिया लहजे में अपशब्दों का प्रयोग कर डंडे के बल पर डरा धमका कर सुविधा शुल्क लेकर रविवार की देर शाम छोड़ दिया।
छूटने के बाद दलितों ने बताया की चौकी पर तैनात दरोगा, सिपाही ने मौसम बनराजा की तहरीर पर 6 लोगों से प्रति आदमी ₹500 यानी 3 हज़ार वसूलने के बाद ही छोड़ा। जिसकी चर्चाएं गांव से लेकर बाजार तक हो रही है।
घायलों व उनके घर की महिलाओं का आरोप है कि योगी सरकार में दलितों का जीना दुश्वार हो गया है,मौजूदा योगी सरकार में इंसाफ करने के बजाए पुलिस सिर्फ़ डंडे के बल पर पैसा वसूलने के एक सूत्रीय कार्य पर जोर दे रही है जिससे बीजेपी की योगी सरकार की छवि तेजी से जनता के बीच गिरती जा रही है।
लोगो का यहाँ तक कहना है कि जैसे हालात सपा की अखिलेश सरकार में थी उससे भी बदतर हालत हो गयी है क्योंकि पुलिसकर्मियों ने अपने मुख्य उद्देश्य बना लिये है हर हाल में पैसे वसूलना।सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक रामपुर भगन कस्बे का एक पुलिस का दलाल भी इस घूसखोरी में शामिल था।फिलहाल लेन-देन के मामले को पुलिस दलाल के उपर थोप रही है,जो सोशल मीडिया के रिकॉर्ड में कैद है।