★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★

{आज़ाद मैदान में आयोजित न्याय हक्क आंदोलन को सम्बोधित कर दलित आघाड़ी संगठन प्रमुख रूपवते ने दी चेतावनी कि आगामी अधिवेशन में पास करे प्रस्ताव सरकार}
[लोगो ने अपने सम्बोधन में ललकारा बीजेपी-शिवसेना सरकार को की अब बढ़े कदम नही हटेंगे पीछे तो काँग्रेस ने भी भेजे अपने प्रतिनिधि]

♂÷दुर्बल घटक आघाड़ी संगठन के तरफ से पूर्व आयोजित आंदोलन न्यायहक्क आघाड़ी प्रमुख विलास भाऊ रूपवते और रत्नाताई पाटोळे के नेतृत्व में गुरुवार को दादर के आझाद मैदान में हजारों महिलाओ ने भाजपा-शिवसेना सरकार के विरोध में जबरदस्त निर्देशन आंदोलन किया।
लोगों को सम्बोधित करते हुए आघाड़ी प्रमुख विलासभाऊ रूपवते ने देवेन्द्र फड़नवीस सरकार को ललकारा कि आने विधानसभा अधिवेशन तक दुर्बल घटक आघाड़ी कि माग मंजूर को मंजूर नही किया गया तो मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को महाराष्ट्र में घूमने और सभा नही करने देगा किसी भी कीमत पर दलित आघाड़ी संगठन।

आघाड़ी नेता रूपवते ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि चाहें मुझे सरकार जेल में डाल दे या फ़िर क्यो न गोली ही मार दे किन्तु जिस तरह से दलित आघाड़ी संघठन ने वर्ष 2010 में बड़ा आंदोलन किया था उसी प्रकार एक बार फिर दलित आघाड़ी संगठन सड़को पर सरकार के खिलाफ उतर कर जबर्दस्त आंदोलन छेड़ेंगी।
इस धरना प्रदर्शन मोर्चे में महाराष्ट्र काँग्रेस ने महाराष्ट्र सरचिटणीस रविन्द्र आंग्रे को अपने प्रतिनिधि के रूप में आज़ाद मैदान में भेजकर इस आयोजन का समर्थन किया।
इस मौके पर दुर्बल घटक आघाडी नेता लिलाताई चव्हाण, आशा ताई पवार , डाॅ कविता पाटील,स्नेहा पवार ,रमेश कांबले ,किशोर रोकडे ,विठ्ठल ठावरे, राजेश दयाल ,अतुल दंबग ,प्रितम नाईक विलास गायकवाड़ ,अनिल मोरे ,संतोष आंबेकर ,अविनाश कांबले , अमोल काटे इन्होंने ने भी अपने भाषण में देवेंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए अपनी मांगों को पूरी करने और जोर दिया।