★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{निरीक्षण के दौरान दो लापरवाह पुलिसकर्मियों को किया सस्पेंड तो दो दरोगाओं के ऊपर बिठाई जाँच}
[गौहत्यारो पर रखी जा रही कड़ी नजऱ तो खुलने शुरू हो गए अपराधियों के रिकॉर्ड,सख्ती व सक्रियता से जाम के झाम से मुक्त हो रहा शहर]
(आगरा से स्थानांतरित होकर मुरादाबाद पहुँचे वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित पाठक ने आगे बढ़कर सम्भाल ली है दुश्वारियों से मुकाबले की कमान)

♂÷नवागत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित पाठक ने के सप्ताह भर के भीतर जहां पुलिस सिस्टम में काफी हद तक सुधार किया है, वही समाज के हर तबके का भरोसा जीत लिया है। उनकी आमद का असर पुलिस थानों से लेकर सड़क तक नजर आने लगा है। नतीजा सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक पुलिस कप्तान छाए हैं, लोग दिल से सैल्यूट करते नजर आ रहे हैं।
आगरा से स्थानांतरित होकर मुरादाबाद पहुंचे वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित पाठक ने विगत रविवार को पदभार ग्रहण किया था। अगले दिन सुबह समस्याओं की सुनवाई के बाद फरियादी के साथ स्वयं मझोला थाने पहुंच गए। जहां कार्य में शिथिलता पर ना सिर्फ संबंधित पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया बल्कि दो दरोगाओं की जांच भी बैठा दी है। इसके बाद पुलिस को कार्यशैली में सुधार के साथ लगातार कार्रवाई की तो लापरवाह पुलिसकर्मियों ने खौफ पैदा हो गया।

शहर ही नहीं जनपद की सीमा के थाने भी अपराध नियंत्रण के लिए हरकत में आ गए। यातायात अव्यवस्था और जाम से जूझ रहे शहर और कस्बों को व्यवस्थित करने के लिए पुलिस कप्तान खुद फ्रंट लाइन पर दिखाई दे रहे हैं।
महानगर का इंपीरियल तिराहा, बुध बाजार, प्रिंस रोड, गलशहीद चौराहा, गुरहट्टा चौराहा, चौमुखा पुल टाउन हॉल समेत व्यस्त बाजारों में जहां पुलिस की सक्रियता व गश्त बढ़ी है तो वहीं दुकानदारों ने भी सामान रोड से पीछे कर बाजार के तंग रास्तों को खुलासा कर दिया। इस बीच सड़कों पर अतिक्रमण कर अवैध रूप से लगे खोमचे वाले,पटरी वाले भी गायब हो गए।
अतिक्रमण हटने के साथ यातायात व्यवस्था में सुधार की तारीफ सोशल मीडिया पर एसएसपी की खूब की जा रही है। इस कवायद का असर बिलारी, कुंदरकी, कांठ, ठाकुरद्वारा समेत जनपद के सभी कस्बों में दिखाई दे रहा है। दोपहिया वाहनों पर हेलमेट और कार सवारों के सीट बेल्ट भी नजर आने लगी है बेलगाम ऑटो रिक्शा भी व्यवस्थित दिखाई दे रहे हैं। नागरिकों में जाम से निजात मिलने के साथ घर से लेकर सड़क तक सुरक्षा का भाव जागा तो सोशल मीडिया पर नवागत पुलिस कप्तान की प्रशंसा खूब की जा रही है।
कोई सिंघम तो कोई समाज सुधारक का खिताब देकर तारीफ करता नजर आ रहा है। जन समस्याओं का समाधान ही नहीं एक पुलिस अफसर के रूप में अपराध नियंत्रण का फार्मूला भी पुलिस कप्तान का कारगर होता नजर आ रहा है। अपराधियों के खंगाले जा रहे रेकॉर्ड तो गौ हत्या आरोपियों की गति विधियों पर रखी जा रही है कड़ी नजर। नियमित रूप से वाहन चेकिंग के साथ ही महिला संबंधी अपराधों में कमी और शिकायतों पर सुनवाई में तेजी आई है।