★भोपाल★
{दलाल और फर्जी पत्रकारों के मुद्दे पर मतभेद आये सामने}
(राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकेश शर्मा ने कहा जिस संगठन का अध्यक्ष ही असामाजिक गतिविधियों में लिप्त हो,उसमें सही व्यक्तियोँ की आवाज़ कौन सुनेगा)
[राष्ट्रीय अध्यक्ष विक्रम सेन के ऊपर दर्ज है हाईकोर्ट के जज को फ़र्जी मैसेज भेजने के मामलें में गम्भीर धाराओं में केस]
♂÷देश के एक पत्रकार संगठन एशोसिएशन ऑफ इंडियन जर्नलिस्ट में बगावत खुलकर सामने आगई है, संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और वरिष्ठ पत्रकार मुकेश शर्मा के नेतृत्व में संगठन का एक धड़ा बागी हो गया बताया जा रहा है कि संगठन में प्रॉपर्टी ब्रोकर दलालो व फर्जी और यूट्यूब पत्रकार को महत्व दिया जा रहा है जो पत्रकारिता के नाम पर सिवाय पत्रकारिता के और सब कुछ करते हैं इन मुद्दों पर हुए मतभेद के चलते संगठन दो फाड़ हो गया बताया जाता है कि संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विक्रम सेन पर भी हाईकोर्ट के जज को फर्जी मैसेज भेजने के मामले में संगीन धाराओं के तहत केस दर्ज हैं इसी के चलते संगठन की गुजरात इकाई के प्रमुख महासचिव अशोक शर्मा भी संगठन से त्याग पत्र दे चुके इसके साथ ही संगठन के गुजरात ,राजस्थान व मध्यप्रदेश इकाई में इस्तीफों का दौर शुरू हो गया है अब यह कहाँ जा कर थमेगा यह तो भविष्य के गर्त में छिपा है लेकिन अनैतिक गतिविधियों व फर्जी पत्रकार के विरुद्ध मप्र के वरिष्ठ पत्रकार मुकेश शर्मा के नेतृत्व में हुई बगावत संगठन के भविष्य के लिए अच्छ नही कहा जा सकता है ।
इनका कहना है
जिस संगठन का अध्यक्ष ही असमाजिक गतिविधियों में लिप्त हो उसमें सही व्यक्तियों की आवाज कौन सुनेगा इस संगठन में भी यही हाल है, जिनका पत्रकारिता से कोई वास्ता नही है पदाधिकारी बनाया जाना एक तरह से अच्छे और सच्चे पत्रकारों का अपमान है जिसे हम बर्दाश्त नही करेंगे हम पत्रकारों के हक की लड़ाई लड़ेंगे ।
मुकेश शर्मा
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष
एसोशिएशन ऑफ इंडियन जर्नलिस्ट (AIJ)