★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{अमेरिका के विदेश विभाग ने कहा वैश्विक स्वास्थ्य में भारत की भूमिका की सराहना करते हैं, जिसने दक्षिण एशिया में कोविड19 के लाखों ख़ुराक साझा किए}
[ब्राज़ील के राष्ट्रपति बोनसरो ने वैक्सीन मिलने पर पीएम मोदी का आभार जताते हुए ट्वीट पर हनुमानजी की फोटो डालते हुए इसकी तुलना संजीवनी बूटी से की]
(भारत ने पाकिस्तान को छोड़कर अब तक वैक्सीन की कई लाखों डोज नेपाल,मालदीव,सेशेल्स, मोररको,भूटान,बांग्लादेश,ब्राज़ील को निःशुल्क भेजी है)
♂÷भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मानवीय दृष्टिकोण की मुरीद दुनियां के ताकतवर देश होते जा रहे हैं तो वहीं भारतीय दवा कम्पनियों द्वारा बनाई गई कोरोना वैक्सीन मिलने पर ब्राज़ील के राष्ट्रपति बोनसरो ने ट्वीट कर पीएम मोदी का आभार जताते हुए इसकी तुलना संजीवनी बूटी लेकर गए हनुमानजी की फ़ोटो ट्वीट कर बताई।भारत अब तक पाकिस्तान को छोड़कर तमाम पड़ोसी देशों को निःशुल्क में लाखों वैक्सीन भेज चुका है।
कोरोना की लड़ाई में भारत के योगदान को देखते हुए अमेरिका के जो बाइडेन प्रशासन ने दक्षिण एशिया के कई देशों को कोविड-19 वैक्सीन की आपूर्ति करने के लिए भारत की सराहना करते हुए भारत को ‘सच्चा दोस्त’ बताया है। जो वैश्विक समुदाय की मदद के लिए अपने फार्मास्युटिकल क्षेत्र का उपयोग कर रहा है।
अमेरिका के विदेश विभाग के दक्षिण एवं मध्य एशिया मामलों के ब्यूरो के ट्वीट में कहा गया, ”हम वैश्विक स्वास्थ्य में भारत की भूमिका की सराहना करते हैं जिसने दक्षिण एशिया में कोविड-19 टीके की लाखों खुराक साझा की हैं। भारत की ओर से टीके की मुफ्त खेप की आपूर्ति मालदीव,सेशेल्स, मोररको, भूटान, बांग्लादेश और नेपाल के साथ शुरू हुई और यह दूसरों देशों तक भी पहुंचेगी। भारत एक सच्चा मित्र है जो वैश्विक समुदाय की मदद के लिए अपने फार्मास्युटिकल क्षेत्र का उपयोग कर रहा है।”
नेपाल, बांग्लादेश, भूटान और मालदीव को भारत ने अपनी ”पड़ोसी पहले नीति” के तहत अनुदान सहायता के तौर पर कोविड-19 टीका भेजा है। भारत कोरोना वायरस टीकाकरण का अभियान पहले ही बड़े पैमाने पर शुरू कर चुका है। जिसके तहत देश भर में दो टीके- कोविशील्ड और कोवैक्सीन अग्रिम मोर्चे पर लगे कर्मियों को दिए जा रहे हैं। भारत ने भूटान को कोविशील्ड टीके की 150,000 खुराक और मालदीव को 100,000 खुराकें भेजी हैं, जबकि बांग्लादेश को कोविड-19 टीकों की 20 लाख से अधिक खुराक और नेपाल को 10 लाख खुराक भेजी गई है इसके पहले मोररको,सेशेल्स को भी निःशुल्क दवा की खेप भेजी गई थी।।
दुनिया के कई देश कोरोना वायरस (कोविड-19) की वैक्सीन प्राप्त करने के लिए भारत से उम्मीद लगाए बैठे हैं। इसके पीछे कारण यह है कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन उत्पादन केन्द्र है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस बात की घोषणा पहले ही कर दी थी कि संकट के इस समय में देश की वैक्सीन उत्पादन क्षमता का इस्तेमाल संपूर्ण मानवता के कल्याण के लिए किया जाएगा।

उधर ब्राज़ील को भेजी गई कोरोना वायरस की खेप मिलने पर राष्ट्रपति बोनसरो ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार जताते हुए कहा कि जैसे हनुमान जी ने संजीवनी बूटी लाकर लक्ष्मण जी के प्राण बचाये थे ठीक उसी प्रकार पीएम मोदी ने ब्राज़ील को दवा भेजी है।