★दीपनारायण सिंह★
★केराकत(जौनपुर)★
{शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में मचा हाहाकार,18 घण्टे है विधुत आपूर्ति के आदेश मिलती बमुश्किल 10 घण्टे बिजली}
[कन्ट्रोल से ही कि जा रही है कटौती=सीपी जायसवाल]

♂÷भीषण गर्मी के मौसम में ग्रामीण इलाकों से लेकर शहरी इलाकों में बिजली की अघोषित कटौती से किसानों व उपभोक्ताओं में हाहाकार मचा हुआ है। शासन के निर्देशानुसार गर्मी के मौसम में शहरी क्षेत्र को जहां कटौती मुक्त करके 24 घंटे विद्युत आपूर्ति का रोस्टर जारी किया गया है वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे विद्युत आपूर्ति का निर्देश है। निर्धारित रोस्टर के अनुसार दिन में 11:00 बजे से 3:15 बजे तक व रात में 8:00 बजे से सुबह 9:30 बजे तक विधुत आपूर्ति होनी चाहिए। लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में 10 घंटे भी बिजली की आपूर्ति नहीं हो पा रही है बार-बार ट्रिपिंग, फॉल्ट, आपातकालीन कटौती से सब का हाल बेहाल है। लोग परेशान हैं। किसान धान की बेहन नहीं डाल पा रहे हैं जिन्होंने किसी तरह डाल दिया है वह भी पानी के बगैर सूखने लगी है।
इस संबंध में पूछे जाने पर अवर अभियंता सीपी जायसवाल का कहना है कि कंट्रोल से ही कटौती की जा रही है तकनीकी फाल्ट , आंधी के कारण ट्रिपिंग, इमरजेंसी कटौती के वजह से रोस्टर के अनुरूप आपूर्ति नहीं हो पा रही है उस जगह जर्जर तार व गर्मी से तारों का टूटना भी कारक बन रहा है।