★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{बीजेपी नेता व पूर्व सांसद डॉ किरीट सोमैया ने आज आईटी डिपार्टमेंट की डीजी इन्वेस्टिगेशन एमवी भानुमति से मिलकर जमीन सम्बन्धी कागजों को सौंप कार्रवाई करने की मांग की}
[डॉ सोमैया ने इसके पहले भी इलेक्शन कमीशन से मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के द्वारा पत्नी के नाम अलीबाग के कोरलाई गांव में ख़रीदी गयी सम्पत्तियों की कीमत में भारी हेरफेर की जानकारी चुनावी शपथ पत्र में देने की लिखित शिकायत दर्ज कराई थी]
♂÷महाराष्ट्र बीजेपी के वरिष्ठ नेता व पूर्व सांसद डॉ किरीट सोमैया एक बार फिर शिवसेना प्रमुख व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे व उनकी पत्नी श्रीमती रश्मि ठाकरे के ऊपर हमलावर रहे।उन्होंने कहा कि अलीबाग के कोरलाई ग्राम पंचायत में श्रीमती रश्मि ठाकरे के नाम जमीन व 19 घरों की कीमतों में भारी गड़बड़ी दिखाते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एमएलसी चुनाव के दौरान अपने चुनावी शपथ पत्र में संपत्तियों को लेकर आधी अधूरी गलत जानकारी दी है।
डॉ सोमैया ने कहा इस बाबत वीडियो व लिखित बयान जारी कर जानकारी दी कि उन्होंने इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के डायरेक्टर ऑफ जनरल इन्वेस्टिगेशन श्रीमती एमबी भानुमति से मिलकर श्री उद्धव ठाकरे और श्रीमती रश्मि ठाकरे की संपत्तियों के 100 पेज़ पुराने कागजातों सहित मय सबूत उनको सौंपते हुए शिकायत दर्ज कराई की इन संपत्तियों की जांच कराने के साथ ही कार्रवाई भी की जाए।सोमैया ने कहा उद्धव ठाकरे ने अपने चुनावी शपथपत्र में 4 करोड़ 37 लाख में जमीन व 19 घरों को खरीदा है,जबकि हकीकत में बाजार मूल्य के अनुसार 10 करोड़ से ऊपर इन संपत्तियों की वैल्यू है और इन्होंने चुनावी शपथपत्र में गलत व अधूरी जानकारी दी है।यह संपत्ति अन्वय नाईक से मुख्यमंत्री की पत्नी श्रीमती रश्मि ठाकरे के नाम से खरीदी गई है जिनमे 23,500 वर्गफ़ुट में 19 घर बने हुए हैं,जिसको 2 करोड़ 10 लाख में खरीदा दिखाया गया है। तो वहीं मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने MlC चुनाव के दौरान दिए गए शपथपत्र में इन जमीन,घरों की कीमत को 4 करोड़ 37 लाख की कीमत दर्शायी है।
मालूम हो कि इसके पहले भी पूर्व सांसद सोमैया ने इस जमीन,घरों की कीमतों को चुनावी शपथ पत्र में मुख्यमंत्री के द्वारा गलत दर्शाने के सन्दर्भ में इलेक्शन कमीशन को भी पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग करते हुए शिकायती पत्र दिया है।
कुल मिलाकर कागज़ी लड़ाई लड़ने के माहिर बीजेपी नेता किरीट सोमैया के वार पर शिवसेना किस तरह से पलटवार करती है ये तो आने वाले वक्त ही ही दिखाएगा, फ़िलहाल एक बार फ़िर इस मुद्दे पर बीजेपी शिवसेना के बीच सियासी म्यान से तलवार खींचनी तय है।