★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{सुप्रीम कोर्ट में पिछले 38 दिनों से चल रही है दोनों पक्षों की जिरह,18 अक्टूबर तक कोर्ट सुनेगा दलीलें}
[मंगलवार, बुधवार को हिन्दू पक्ष को मिलेगा जवाब देने का आखिरी मौका उसके पश्चात उच्चतम न्यायालय फैसला रखेगा सुरक्षित]

♂÷श्रीराम जन्मभूमि विवाद मामले की सुनवाई एक बार फिर से सोमवार सुबह 38वें दिन सुप्रीम कोर्ट में शुरू हो गई है । इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने मुस्लिम पक्षकारों से कहा है कि वह अपनी बहस आज ही पूरी कर लें, इसके बाद दो-तीन दिन हिंदू पक्षकारों को अपनी बात रखने के लिए दिए जाएंगे । हालांकि सुप्रीम कोर्ट के इस रुख को सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील राजीव धवन ने खारिज करते हुए कहा कि आज मुस्लिम पक्षकारों की तरफ से जिरह पूरी करना संभव नहीं हो पायेगा । उन्होंने सोमवार के दिन के अलावा मंगलवार को डेढ़ धंटे का अतिरिक्त समय अपनी जिरह पूरी करने के लिए मांगा । इस पर कोर्ट ने कहा कि आप अपनी जिरह आज ही पूरा करने की कोशिश करें ।
विदित हो कि अयोध्या मामले की सुनवाई , पिछले 38 दिनों से सुप्रीम कोर्ट में जारी है । कोर्ट ने इस मामले में पहले ही साफ कर दिया है कि वह 18 अक्टूबर के बाद किसी भी पक्ष को अपनी जिरह और बात रखने का मौका नहीं देगी । कोर्ट ने उस दौरान कहा था कि उसे फैसला लिखने के लिए 4 सप्ताह का समय चाहिए होगा, ऐसे में हर पक्ष आगामी 18 अक्तूबर तक अपना पक्ष कोर्ट में रख ले । इस के बाद हिंदू पक्षकारों ने अपनी पक्ष रखा , जिसके बाद मुस्लिम पक्षकारों की जिरह शुरू हुई ।
अब अंतिम चरण की जिरह जारी है । इसी क्रम में उन्होंने कोर्ट से कहा कि मुस्लिम पक्ष आज अपनी जिरह पूरी नहीं कर पाएगा , जिसपर कोर्ट ने कहा कि वह कोशिश करे कि आज ही अपनी दलील पूरी कर लें। आगामी तीन दिन हिंदू पक्षकारों को अपनी दलील रखने के लिए दिए जाएंगे । हालांकि तय शेड्यूल के मुताबिक सोमवार को मुस्लिम पक्ष के पास अपनी बात रखने का अंतिम मौका है । मंगलवार और बुधवार को हिंदू पक्ष को जवाब देने का आखिरी मौका मिलेगा और 17 अक्टूबर को सुनवाई पूरी होने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया जाएगा ।