★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{लड़कियों को बड़ा बनाने के लिए अफ्रीकी देश मोरिटेनिया में पिलाया जाता है खतरनाक केमिकल}
[16000 तक कि कैलोरी वाले भोज्यपदार्थों को खिलाया जाता है जबरन लड़कियों को]
(बहुत ज्यादे कैलोरी लेने से इनमें रहते है डाइबिटीज,हार्ट की बीमारी व किडनी फेल होने के खतरे)
♂÷दुनिया में एक देश ऐसा भी है जहां कम उम्र की लड़कियों की मोटापा बढ़ाने के लिए उनपर जुल्म-ओ-सितम किया जा रहा है। इन लड़कियों को एक दिन में 16,000 तक कैलोरी खाने के लिए मजबूर किया जा रहा है। दरअसल इस देश के मर्दों को शादी के लिए मोटी लड़कियां ही पसंद हैं, इसीलिए यहां लड़कियों पर यह अत्याचार कोई दूसरा नहीं बल्कि उनके अपने ही घर वाले कर रहे हैं ताकि घर की लड़कियां खूबसूरत दिखें तथा उनकी शादी जल्दी हो जाए। ‘चैनल्स 4 अनरिपोर्टेड वर्ल्ड’ ने अपनी नई डॉक्यूमेंट्री में अफ्रीका के देश मॉरीटेनिया में लड़कियों के साथ हो रहे इस अत्याचार को लेकर यह चौंकाने वाला खुलासा किया है।
इस डॉक्यूमेंट्री में बताया गया है कि इस देश में 11 साल की लड़कियों के लिए 2 महीने का खास फीडिंग सीजन होता है। इस सीजन में इन बच्चियों को मोटा होने के लिए ऊंट का दूध, पॉरिएज इत्यादि ज्यादा से ज्यादा खिलाया जाता है ताकि उनका वजन बढ़ सके। लड़कियों को जबरदस्ती भी इस सीजन में खिलाया जाता है। लेकिन इस देश में गरीब परिवारों में पैदा होने वाली लड़कियों के लिए तो हालात और बुरे हैं। पैसों की कमी की वजह से घर के लोग बच्चियों को जानवरों को मोटा करने वाला कैमिकल तक खाने पर मजबूर करते हैं।
जरुरत से ज्यादा कैलोरी युक्त भोजन लेने की वजह से बच्चियों को डायबिटीज, हार्ट की बीमारी और किडनी फेल होने का खतरा रहता है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा यानी एनएचएस के मुताबिक 10-11 साल की बच्ची के लिए 1900 कैलोरी की खुराक पर्याप्त है लेकिन यहां बच्चियों को नाश्ते में 3000 कैलोरी, लंच में 4000 कैलोरी तथा रात के भोजन में 2000 कैलोरी तक दी जा रही है। गरीब घरों में बच्चियों को स्टेरॉयड देने से कई बच्चियों की मौत भी हो रही है।