★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★

{राज्यपाल कोशियारी ने देवेंद्र फडणवीस को कहा 11 नवम्बर तक साबित करें सरकार का बहुमत}
[मुख्यमंत्री पद पर अड़ी शिवसेना के अगले क़दम पर टिकी है बीजेपी की निगाहें,साथ आई तो सरकार नही तो फडणवीस होंगे सत्ता से बाहर]
(एनसीपी काँग्रेस कह चुकी है कि विपक्ष मे बैठने का मिला है जनादेश,बीजेपी शिवसेना गठबंधन को जनता ने दिया सरकार बनाने का मौका)
♂÷राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने महाराष्ट्र में बीजेपी के विधायक दल के नेता व कार्यवाहक मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को सरकार बनाने के लिए आमन्त्रित कर उनको 11 नबंबर की शाम 8 बजे तक बहुमत साबित करने को कहा है। राज्यपाल ने तय प्रक्रिया के तहत सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते बीजेपी को सरकार बनाने का न्योता दिया है।महाराष्ट्र की 13 वीं विधानसभा का कार्यकाल आज शनिवार को समाप्त हो रहा है।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने शुक्रवार को अपना इस्तीफा दे दिया था जिस पर राज्यपाल ने उन्हें कार्यवाहक मुख्यमंत्री बनाया है। भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना ने 288 सदस्यीय विधानसभा की 161 सीटों पर गठबंधन के तहत चुनाव लड़कर जीत दर्ज की है लेकिन शिवसेना के द्वारा मुख्यमंत्री पद व 50-50 फार्मूले की मांग को लेकर बहुमत के बाद भी अबतक सरकार का गठन नहीं हो पाया है शिवसेना मुख्यमंत्री पद के लिए अड़ी हुई है वह आदित्य ठाकरे को मुख्यमंत्री के पद पर बिठाने के लिए हर क़दम उठाने को तैयार है।
उधर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस सरकार गठन से इनकार कर चुकी है, तो एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने साफ़ कहा है कि जनता ने बीजेपी-शिवसेना को सरकार बनाने का जनादेश दिया है। बीजेपी ने इस बार विधानसभा चुनाव में 105 सीटें जीती जबकि शिवसेना 56 सीटों पर जीतने में सफल रही।
एनसीपी ने 54 और कांग्रेस ने 44 सीटों पर जीत दर्ज की है। महाराष्ट्र में सरकार गठन के लिए 145 सीटों की जरूरत होती है। बीजेपी को इस चुनाव में 17 सीटों का नुकसान हुआ इसी मौके को देखते हुए शिवसेना ने बीजेपी से मुख्यमंत्री पद व मंत्रिमंडल में 50-50 की मांग कर डाली है।
शिवसेना इस पद के लिए 50-50 का फॉर्मूला (ढाई साल बीजेपी को और ढाई साल शिवसेना को सीएम पद मिले) चाहती है लेकिन बीजेपी इस पर तैयार नहीं है यही वजह है कि चुनाव नतीजों के 16 दिनों बाद भी नई सरकार का गठन नहीं हो सका है।
कुल मिलाकर यह देखना दिलचस्प रहेगा कि फडणवीस कैसे विधानसभा में अपनी सरकार का बहुमत साबित कर पाते हैं क्योंकि शिवसेना किसी भी हाल में मुख्यमंत्री पद पर खुद बैठना चाह रही है और इसके लिए वह एनसीपी व काँग्रेस से भी समर्थन लेने की बाते कर रही है।
राममंदिर के पक्ष में आये फैसले के बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे बीजेपी की फडणवीस सरकार को बनवाने में समर्थन देंगे कि बाला साहब ठाकरे को दिए गए वचन की मुख्यमंत्री पद पर शिवसैनिक को बिठाकर अपने वचन को पूरा करने में सफ़ल होंगे।